बारिश से ईंट भठ्ठा संचालकों को हुई करोड़ों रुपए की क्षति
जीरादेई में बेमौसम बारिश ने ईंट भाठा संचालकों को भारी नुकसान पहुँचाया है। लगभग दो करोड़ रुपये की कच्ची ईंटों का नुकसान हुआ है। बारिश से कच्ची ईंटों के बुंदिमार होने का खतरा बढ़ गया है, जिससे ईंट...

जीरादेई, एक संवाददाता। पूरे जिले में बेमौसम हो रही बारिश से ईंट भाठा संचालकों को काफी परेशानियां बढ़ गई है। बारिश के वजह से जिले के ईंट भाठा संचालकों को लगभग दो करोड़ रुपये की ज्यादा दाम का कच्चा ईंट नुकशान हुआ है। बारिश के वजह से कांचा ईंट का बुंदिमार होने का भी डर सता रहा है। जिस से की ईंट बिक्री पर काफी प्रभाव पड़ेगा। गुरुवार को दोपहर से शुरू हुई बारिश ने जिले के सभी ईंट भाठा मालिको को काफी नुकसान पकहुचाय है। अचानक बारिश शुरू होने की वजह से खलिहान में पड़े ईंट को ढक्का नही गया था। जिस से बारिश ने उस कच्चे ईंट को बुंदिमार बना दिया। पूरे जिले में लगभग 250 ईंट भाठा है। और सभी भाठा पर कच्चा ईंट बनाने का काम शुरू है। लगभग सभी भाठा पर नियमित रूप से 30 हजार से अधिक का ईंट पथाई का रोज का आंकड़ा है। और इस बारिश से लगभग सभी ईंट भाठा से दो लाख ईंट का नुकसान हुआ है। जिस से ईंट भाठा मालिको को लाखो का नुकसान का सामना करना पड़ा है। बारिश के खुलने के बाद कुछ भठा मालिको ने कच्चे ईंट के ऊपर पोलेथिन लगाने का काम किया। जिस से की बारिश से ज्यादा कच्चे ईंट का नुकसान न हो। इधर वारिश के वजह से दैनिक मजदूरों के सामने भी आर्थिक संकट आ गया। जो मजदूर ईंट भाठा पर रोज काम करते थे। वह बारिश के वजह से काम पर नही जा सके जिस से की उन्हें आर्थिक क्षति हुई। इस बारिश से जिले के सभी ईंट भाठा मालिको को लाखों का नुकसान हुआ है। क्या कहते है संघ के जिलाध्यक्ष ईंट भठ्ठा संघ के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने कहा कि यह बारिश हम सभी भाठा मालिको को काफी नुकसान पहुचाया है। सरकार के तरफ से कोई मुवाज़ा भी नही मिलता है। कोई सरकारी मदद भी नही मिलती है। उन्होंने सरकार से मांग किया कि सभी भाठा पर कच्चे ईंट का इन्सुरेंस कराने का प्रवधान लाए। संचालकों ने सरकार से की मांग अचानक बारिश की वजह से करोड़ो रूपये की मूल्य की कच्चा ईंट के नुकशान की वजह से संचालकों की अर्थिक स्तिथि काफी नाजुक हो गई है। जिले के सभी संचालकों ने सरकार से ईंट भाठा में हुए नुकशान का भरपाई करने की मांग की है।
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