दारोगा सस्पेंड, दलाल गिरफ्तार, डीएसपी पर जांच की तलवार; डीआईजी ने क्यों लिया कड़ा ऐक्शन
चंपारण रेंज के डीआईजी हरिकिशोर राय ने रक्सौल थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राजीव नंदन सिन्हा को शहर के एक व्यवसायी टुन्ना प्रसाद की दुकान से लिए बकाया राशि नहीं लौटाने व झूठे एक अपहरण केस में फंसाने के आरोप में निलंबित कर दिया है।

बिहार के मोतिहारी में एक व्यापारी के लिया उधार पचाने के लिए झूठे केस में फंसाना दारोगा को महंगा पड़ा। चंपारण रेंज के डीआईजी हरिकिशोर राय ने इस मामले में बड़ा एक्शन लिया है। डीआईजी ने जहां कांड के आरोपी दारोगा को सस्पेंड कर दिया है तो मामले में संलिप्त डीएसपी के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। एक बिचौलिए को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है जो दलाली करता था। डीआईजी की कार्रवाई से पुलिस डिपार्टमेंट में हड़कंप मच गया है।
चंपारण रेंज के डीआईजी हरिकिशोर राय ने रक्सौल थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राजीव नंदन सिन्हा को शहर के एक व्यवसायी टुन्ना प्रसाद की दुकान से लिए बकाया राशि नहीं लौटाने व झूठे एक अपहरण केस में फंसाने के आरोप में निलंबित कर दिया है। बताया कि यह कार्रवाई शहर के प्रमुख व्यवसायी वस्त्र संसार दुकान के मालिक टुन्ना प्रसाद की शिकायत पर की गई है। व्यवसायी टुन्ना प्रसाद ने डीआईजी को शिकायत कर आरोप लगाया था कि थानाध्यक्ष राजीव नंदन सिन्हा ने उनकी दुकान से लगभग 1 लाख 8 हजार रुपये का सामान लिया था। लेकिन भुगतान नहीं किया। जब उन्होंने बकाया राशि की मांग की तो उन्हें अपहरण केस में फंसाने की धमकी दी व एक झूठे संदीप कुमार अपहरण केस में फंसा दिया।
अपहरण के केस दर्ज होते व्यवसायी टुन्ना प्रसाद ने इसकी शिकायत डीजीपी सहित चम्पारण रेंज के डीआईजी हरिकिशोर राय से। मामला संज्ञान में आते ही डीआईजी श्री राय स्वयं रक्सौल थाना पहुंचकर मामले की सत्यता की गहन जांच की। उन्होंने पीड़ित टुन्ना प्रसाद का बयान लिया व मामले के सभी पहलुओं की गहन जांच की। इस दौरान टुन्ना प्रसाद ने कई ठोस साक्ष्य के साथ डिजिटल साबुत व गवाह प्रस्तुत किया जिससे यह स्पष्ट हुआ कि थानाध्यक्ष ने अपने पद का दुरुपयोग किया है।
जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर डीआईजी ने थानाध्यक्ष राजीव नंदन सिन्हा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया व उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की है। पीड़ित व्यवसायी टुन्ना प्रसाद ने बताया कि बकाया रकम मांग किये जाने पर थानाध्यक्ष ने उसे अपहरण केस में फंसाने की धमकी दी थी।
इस मामले में नया मोड़ तब आया जब डीएसपी के नाम पर पैसा वसूलने की बात सामने आई। दलाल शिवपूजन शर्मा उर्फ समर जी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई और दबोच लिया गया।
दलाल से पूछताछ में डीएसपी की भूमिका संदिग्ध मिलने पर डीआईजी हरिकिशोर राय ने उनकी भूमिका की भी जांच शुरू कर दी है। एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा है कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई चलती रहेगी। उन्होंने लोगों से अपील किया है कि कोई पुलिसकर्मी परेशान करे तो सीधे फोन करें या मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराएं।