एक कदम आगे बढ़ी तेजस्वी की बात, पहली बैठक में महागठबंधन की कोऑर्डिनेशन कमिटी का नेतृत्व मिला
बिहार चुनाव को लेकर महागठबंधन की पटना में हुई पहली बैठक में तेजस्वी यादव को कोऑर्डिनेशन कमिटी का अध्यक्ष बनाया गया है। यही कमिटी चुनाव को लेकर गठबंधन के सभी तरह के फैसले लेगी।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर महागठबंधन की गुरुवार को पटना में हुई पहली बैठक में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर बात एक कदम आगे बढ़ी है। उन्हें महागठबंधन की को-ऑर्डिनेशन कमिटी का नेतृत्व मिला है। इस बैठक में यह कमिटी गठित करने का फैसला लिया गया, जिसकी जिम्मेदारी तेजस्वी को दी गई है। यह गठबंधन के सभी तरह के निर्णय लेगी।
महागठबंधन की बैठक के बाद साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महागठबंधन की समन्वय समिति में कुल 13 सदस्य होंगे। हर पार्टी से दो-दो सदस्यों को रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि यह कमिटी चुनाव से संबंधित सभी तरह के फैसले लेगी।
सीएम कैंडिडेट पर अभी फैसला नहीं
दरअसल, आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम कैंडिडेट बता रहे हैं। वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी भी इस पर सहमति जता चुके हैं। हालांकि, कांग्रेस ने अभी तक तेजस्वी के चेहरे पर सहमति नहीं जताई है। महागठबंधन की पहली बैठक में सीएम कैंडिडेट पर कोई फैसला नहीं लिया गया। जब तेजस्वी और अल्लावरु से इस बारे में पूछा गया, तो वे इसका गोल-मोल जवाब देने लगे।
हालांकि, महागठबंधन की को-ऑर्डिनेशन कमिटी का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद तेजस्वी के ही सीएम कैंडिडेट बनने की संभावना तेज हो गई है। आने वाले दिनों में गठबंधन की और भी बैठकें होंगी, जिनमें इस मुद्दे पर और स्पष्टता दिख सकती है।
याद दिला दें कि 2013 में गुजरात के सीएम रहे नरेंद्र मोदी को जब पीएम कैंडिडेट बनाने पर भाजपा में कुछ मतभेद उभरे थे तो पार्टी ने उनको 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया था। उसके बाद जो हुआ वो इतिहास बन गया और मोदी कुछ हफ्तों के बाद प्रधानमंत्री पद पर तीसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा करने जा रहे हैं।