गर्मियों में स्वर्ग से कम नहीं बिहार का यह पिकनिक स्पॉट; ट्रैकिंग, कैंपिंग के लिए बेस्ट जगह
गर्मी के मौसम में अगर आप बिहार में घूमने के लिए किसी मनमोहक और ठंडी जगह की तलाश कर रहे हैं तो सोमेश्वर हिल्स बेहतरीन विकल्प हो सकता है। पश्चिम चंपारण जिले में स्थित यह पिकनिक स्पॉट ट्रेकिंग और कैंपिंग के लिए बेस्ट जगह है।

बिहार में अधिकांश मैदानी क्षेत्र होने के चलते यहां समर पिकनिक स्पॉट गिने-चुने ही हैं। गर्मियों के मौसम में अगर आप घूमने का प्लान बना रहे हैं तो पश्चिम चंपारण जिले में स्थित एक पिकनिक स्पॉट किसी स्वर्ग से कम नहीं है। इसका नाम है सोमेश्वर हिल्स। जंगल, पहाड़, नदी, वन्यजीवों का खूबसूरत संगम यह स्थान, यहां आने वाले लोगों को यादगार अनुभव देती है। सोमेश्वर हिल्स रामनगर से नजदीक पड़ता है। यहां पर्यटक अपने दोस्तों और परिवार के साथ ट्रेकिंग, कैंपिंग से लेकर बोटिंग तक कई रोमांचक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
सोमेश्वर हिल्स, बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में रामनगर प्रखंड के पास नेपाल सीमा पर स्थित है। यह ट्रेकिंग के लिए एक लोकप्रिय स्थान है। यह बिहार का सबसे ऊंचा पर्वतीय पठार है। इसकी ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 3000 फीट है। गर्मी के मौसम में अगर आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ छुट्टियां मनाने का प्लान बना रहे हैं, तो भीड़-भाड़ से दूर प्रकृति की गोद में बसा यह पर्यटक स्थल एक ऑफबीट डेस्टिनेशन है।
सोमेश्वर हिल्स कैसे पहुंचे?
पश्चिम चंपारण जिले का मुख्यालय बेतिया से सोमेश्वर हिल्स की दूरी लगभग 50 किलोमीटर है। बगहा शहर से यह 30 किलोमीटर दूर स्थित है। बेतिया और बगहा से बस या टैक्सी करके रामनगर तक पहुंच सकते हैं। रामनगर से यह पर्यटक स्थल 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर है।
गर्मियों के मौसम में सोमेश्वर हिल्स घूमने के लिए अच्छी जगह हो सकती है। यहां बिहार के अन्य स्थानों के मुकाबले मौसम थोड़ा ठंडा रहता है। यही वजह है कि समर सीजन में बड़ी संख्या में पर्यटक यहां की वादियों का लुत्फ उठाने आते हैं।
सोमेश्वर हिल्स में ट्रेकिंग
अगर आप सोमेश्वर हिल्स मे ट्रेकिंग करना चाहते हैं तो रामनगर से स्थानीय जीप या बाइक से बेस कैंप तक पहुंचे। सोमेश्वर हिल्स के बेसकैंप से अपनी ट्रेकिंग शुरू करें। यह क्षेत्र जंगलों से गिरा हुआ है। जंगल और पहाड़ी के कच्चे दुर्गम रास्तों से होते हुए इस खूबसूरत पिकनिक स्पॉट तक पहुंचा जा सकता है। ट्रेकिंग का रास्ता लगभग 7 किलोमीटर का होता है, जिसे तय करने में 3-4 घंटे का समय लगता है।
चोटी से दिखता है अद्भुत नजारा
सोमेश्वर हिल्स की चोटी पर पहुंचने के बाद पर्यटकों को एक खुला पठार मिलता है। यहां से हिमालय की शिवालिक रेंज, नेपाल की पहाड़ियां और नीचे घने जंगल का शानदार नजारा दिखाई देता है। चोटी पर काली माता का एक प्राचीन मंदिर भी है, जिसके प्रति स्थानीय लोगों की गहरी आस्था है।
ट्रेकिंग के दौरान पर्यटकों को रास्ते में छोटे-छोटे झरने, दुर्लभ पक्षी और पेड़-पौधे देखने को मिलते हैं। कुछ जगहों पर सम्राट अशोक के काल से जुड़े शिलालेख भी हैं, हालांकि इन्हें ढूंढने के लिए गाइड की मदद लेनी पड़ती है।
कैंपिंग का अनुभव भी यादगार रहेगा
ट्रैकिंग के अलावा सोमेश्वर हिल्स में टेंट लगाकर कैंपिंग भी की जा सकती है। तारों से भरे आसमान के नीचे एक रात बिताने का अनुभव यादगार रहता है। जंगली इलाके में स्थित जनजाति गांवों में स्थानीय नृत्य, भोजन का आनंद भी लिया जा सकता है।