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अडानी पर मेहरबान यह दिग्गज निवेशक, ग्रुप की 5 कंपनियों में बढ़ाई बड़ी हिस्सेदारी

  • दिलचस्प बात है कि दिसंबर तिमाही के दौरान GQG पार्टनर्स ने इस शेयर पर अपनी हिस्सेदारी में बड़ी कटौती की थी और यह घटकर सिर्फ 1.46% रह गई। अब यू-टर्न लेते हुए अपनी हिस्सेदारी 247 बेसिस पॉइंट बढ़ाकर 3.93% कर दी है।

Varsha Pathak लाइव हिन्दुस्तानWed, 16 April 2025 03:46 PM
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अडानी पर मेहरबान यह दिग्गज निवेशक, ग्रुप की 5 कंपनियों में बढ़ाई बड़ी हिस्सेदारी

Adani group stocks: अडानी समूह की कंपनियों पर GQG पार्टनर्स के प्रमोटर राजीव जैन का भरोसा बरकरार है। अमेरिका में रिश्वत से जुड़े आरोपों की वजह से अडानी की कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट आई थी लेकिन इससे बेफिक्र राजीव जैन ने समूह की 5 कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है।

किस शेयर में कितनी बढ़ाई हिस्सेदारी

मार्च तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न को देखें तो राजीव जैन की फर्म ने अडानी पोर्ट्स पर सबसे बड़ा दांव लगाया है। दिलचस्प बात है कि दिसंबर तिमाही के दौरान GQG पार्टनर्स ने इस शेयर पर अपनी हिस्सेदारी में बड़ी कटौती की थी और यह घटकर सिर्फ 1.46% रह गई। अब यू-टर्न लेते हुए अपनी हिस्सेदारी 247 बेसिस पॉइंट बढ़ाकर 3.93% कर दी है।

इसके अलावा अडानी ग्रीन एनर्जी में हिस्सेदारी 28 बेसिस पॉइंट बढ़ाकर 4.49%, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस में 13 बेसिस पॉइंट बढ़ाकर 5.23% कर दी है। इसके अलावा अडानी एंटरप्राइजेज में 17 बेसिस पॉइंट हिस्सेदारी बढ़ाकर 3.84% कर दी गई है। इसी तरह, अडानी पावर में भी 2 बेसिस पॉइंट की मामूली बढ़ोतरी की और हिस्सेदारी 5.1% पर पहुंच गई।

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अमेरिका में लगे थे आरोप

बता दें कि पिछले साल अडानी समूह को अमेरिका में कानूनी पचड़े में फंसना पड़ा था। आरोप लगाया गया कि अडानी के अधिकारियों ने सौर अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को लाखों डॉलर से अधिक की रिश्वत दी। अडानी समूह ने आरोपों को "निराधार" बताते हुए आरोपों को नकार दिया था। इसके बाद भी समूह के शेयरों में गिरावट देखी गई। हालांकि, फरवरी में स्थिति बदलनी शुरू हो गई, जब नए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम (एफसीपीए) के तहत अभियोजन को रोकने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए। यह अडानी समूह के लिए राहत की खबर थी।

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