6 दिन से तूफान बना है यह शेयर, ट्रंप की ओर से राहत का फायदा, एक्सपर्ट बुलिश
- भारतीय समुद्री खाद्य निर्यातक संघ के अनुसार, अमेरिका से ऑर्डर में कोई कमी नहीं आई है, जो मात्रा और मूल्य के मामले में भारत का सबसे बड़ा झींगा बाजार बना हुआ है।

Smallcap Stock return: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से टैरिफ ऐलान के बाद भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड कई कंपनियां प्रभावित हुई थीं। ये शेयर बुरी तरह क्रैश हो गए। हालांकि, जब ट्रंप प्रशासन ने फैसले को 90 दिन के लिए रोकने का फैसला लिया तो उन शेयरों में जबरदस्त रिकवरी आई। ऐसा ही एक शेयर- अवंती फीड्स लिमिटेड है।
शेयर का परफॉर्मेंस
झींगा मछली के कारोबार से जुड़ी कंपनी- अवंती फीड्स के शेयर में लगातार चौथे कारोबारी दिन तेजी देखी गई। ये शेयर बुधवार 16 अप्रैल के कारोबार में 3% और उछलकर ₹876 प्रति शेयर के इंट्राडे हाई पर पहु्ंच गए। शेयर ने 7 अप्रैल के अपने निचले स्तर ₹601 से 46% की बढ़त हासिल की है। यह सब सिर्फ छह कारोबारी सत्रों के भीतर हुआ है। यह शेयर वित्त वर्ष 24 में 62.3% और वित्त वर्ष 23 में 9% का रिटर्न दे चुका है। इस बीच, लक्ष्मीश्री इन्वेस्टमेंट एंड सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अंशुल जैन ने अवंती फीड्स के लिए निकट अवधि का लक्ष्य ₹1050 तय किया है।
ट्रंप की ओर से दी गई राहत का असर
अवंती फीड्स के शेयर की कीमत में यह शानदार तेजी अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारतीय निर्यात पर 90 दिनों के लिए नियोजित 26% पारस्परिक टैरिफ को रोकने के निर्णय के बाद आई। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो ट्रंप की ओर से दी गई राहत के बाद भारत के समुद्री खाद्य निर्यातक अमेरिका को 35,000-40,000 टन झींगा भेजने की तैयारी कर रहे हैं।
भारतीय समुद्री खाद्य निर्यातक संघ के महासचिव के एन. राघवन ने कहा कि अमेरिकी शुल्क की घोषणा और फिर उन पर रोक के कारण लंबित हुए झींगा के करीब 2,000 कंटेनर अब निर्यात के लिए तैयार किए जा रहे हैं। अस्थायी राहत के तहत चीन को छोड़कर सभी देशों पर 10 प्रतिशत का मूल शुल्क लागू रहेगा। चीन पर 145 प्रतिशत शुल्क है। अमेरिका को भारतीय झींगा निर्यात पर वर्तमान में 17.7 प्रतिशत का प्रभावी सीमा शुल्क लगता है, जिसमें 5.7 प्रतिशत प्रतिकारी शुल्क और 1.8 प्रतिशत डंपिंग रोधी शुल्क शामिल है। भारत ने वित्त वर्ष 2023-24 में अमेरिका को 2.7 अरब अमेरिकी डॉलर का झींगा निर्यात किया।