विदेशी निवेशक बेचेंगे इस कंपनी के 130 करोड़ डॉलर के शेयर! जेफरीज को है डर, शेयर क्रैश
इटरनल के शेयर आज मंगलवार को कारोबार के दौरान फोकस में रहे। कंपनी के शेयर आज 4% से अधिक टूट गए और 227.85 रुपये के इंट्रा डे लो पर आ गए थे।

Eternal shares: इटरनल (पहले जोमैटो नाम था) के शेयर आज मंगलवार को कारोबार के दौरान फोकस में रहे। कंपनी के शेयर आज 4% से अधिक टूट गए और 227.85 रुपये के इंट्रा डे लो पर आ गए थे। शेयरों में आगे और अधिक गिरावट की संभावना है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, जोमैटो और ब्लिंकिट को ऑपरेट करने वाली कंपनी इटरनल के शेयरों पर बिकवाली का जबरदस्त दबाव आ सकता है। दरअसल, इटरनल का बोर्ड भारतीय स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनी (IOCC) में कन्वर्जन की प्रक्रिया शुरू करेगा। जेफरीज के अनुसार, 99% शेयरहोल्डर्स वोटों का भारी बहुमत विदेशी स्वामित्व पर कैप लगाने के प्रस्ताव के पक्ष में रहा है, जिसके बाद शेयर में 1.3 बिलियन डॉलर का आउटफ्लो हो सकता है। इतना ही नहीं MSCI बहिष्करण भी संभव है।
डिटेल में समझें
जेफरीज इंडिया लिमिटेड ने अपनी 20 मई 2025 की रिपोर्ट में कहा कि इटरनल ने खुद को भारतीय स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनी (IOCC) में बदलने के प्रस्ताव के पक्ष में 99% से अधिक शेयरधारक वोटों का भारी बहुमत हासिल किया है। जेफरीज को उम्मीद है कि इस कदम के चलते एमएससीआई का वेट कम हो सकता है। MCSI वेट कटौती का मतलब है MSCI इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में किसी कंपनी के भार में कमी। इससे कुछ हद तक निकासी भी होती है क्योंकि मार्केट पार्टिसिपेश किसी कंपनी के शेयरों में अपने स्वामित्व को एडजस्ट करते हैं। जेफरीज के अनुसार, MSCI का नियम यह है कि किसी शेयर के लिए जहां कैप है, अगर FPI होल्डिंग अधिकतम परमीसिबल लिमिट से 3% कम है, तो वह शेयर रेड फ्लैग लिस्ट में आता है। इसके बाद एक्सचेंज/डिपॉजिटरी हर शाम सटीक FPI होल्डिंग डेटा जारी करेंगे। अगर FPI सीमा का उल्लंघन होता है, तो विदेशी निवेशक ट्रेडों के निपटान की तारीख से पांच कारोबारी दिनों के भीतर अपने अतिरिक्त होल्डिंग्स को बेच देगा।
इटरनल में विदेशी स्वामित्व 44.8% था
बता दें कि मार्च तिमाही के अंत तक इटरनल में विदेशी स्वामित्व 44.8% था। जेफरीज के विवेक माहेश्वरी ने हाल की बाजार गतिविधि पर टिप्पणी करते हुए कहा, "पिछले शेयरधारिता डिस्क्लोजर के बाद से स्टॉक की ऊपर की ओर गति और बढ़ी हुई वॉल्यूम को देखते हुए, हमारा मानना है कि एफपीआई होल्डिंग लगभग 46% तक बढ़ सकती है।" प्राइम डेटाबेस द्वारा जारी मासिक डेटा के अनुसार, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्रीज में एसेट मैनेज्ड के आधार पर सबसे बड़ा फंड हाउस एसबीआई म्यूचुअल फंड ने अप्रैल में अपने पोर्टफोलियो में इटरनल के शेयरों में कटौती की है और बड़ी संख्या में शेयर बेचे हैं।
मार्च तिमाही के नतीजे
बता दें कि इसी महीने इटरनल लिमिटेड ने अपने मार्च तिमाही के नतीजे जारी किए थे। मार्च तिमाही में कंपनी का नेट मुनाफा ₹39 करोड़ रहा, जो पिछले वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही से 77 प्रतिशत कम है। फूड डिस्ट्रिब्यूटर प्रमुख इटरनल ने परिचालन से ₹5,833 करोड़ का राजस्व दर्ज किया। ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन (EBITDA) से पहले कंपनी की समायोजित आय ₹165 करोड़ रही, जो पिछले साल की इसी तिमाही में ₹194 करोड़ थी। बता दें कि जोमैटो का कॉर्पोरेट नाम हाल ही में बदलकर इटरनल लिमिटेड कर दिया गया था, हालांकि जोमैटो ऐप और ब्रांड पहले की तरह ही है।