ब्रिटानिया, भारत फोर्ज, एशियन पेंट्स समेत कई कंपनियों के रिजल्ट्स आज आएंगे
Q4 Results: आज निवेशकों की नजर उन कंपनियों के स्टॉक्स पर रहेगी, जो आज अपनी चौथी तिमाही के रिजल्ट्स जारी करने जा रही हैं। ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, भारत फोर्ज, एशियन पेंट्स, केनरा बैंक, IIFL फाइनेंस, बायोकॉन, लार्सन एंड टूब्रो जैसी प्रमुख कंपनियां अपने वित्तीय नतीजे घोषित करेंगी।

Q4 Results: आज निवेशकों की नजर उन कंपनियों के स्टॉक्स पर रहेगी, जो आज अपनी चौथी तिमाही के रिजल्ट्स जारी करने जा रही हैं। ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, भारत फोर्ज, एशियन पेंट्स, केनरा बैंक, IIFL फाइनेंस, बायोकॉन, लार्सन एंड टूब्रो (L&T), ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज जैसी प्रमुख कंपनियां अपने वित्तीय नतीजे घोषित करेंगी।
बता दें कई कंपनियों ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त हुए तिमाही और वर्ष के लिए अपने वित्तीय नतीजे पहले ही घोषित कर दिए हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज, अडानी एंटरप्राइजेज जैसे प्रमुख कॉन्ग्लोमेरेट्स, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), विप्रो, HCL टेक जैसी टेक दिग्गज कंपनियों, और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, HDFC बैंक, ICICI बैंक, यस बैंक जैसे प्रमुख बैंकों ने अब तक अपने नतीजे घोषित किए हैं।
बीएसई कैलेंडर के अनुसार, आरती इंडस्ट्रीज, अभिषेक फिनलीज़, ऑटोमोबाइल कॉर्पोरेशन ऑफ गोवा, आंध्र पेपर, अप्टेक, असाही सोंगवन कलर्स, असरफी हॉस्पिटल, एशियन पेंट्स, बेला कासा फैशन एंड रिटेल, भारत भूषण फाइनेंस एंड कमोडिटी ब्रोकर्स, भारत फोर्ज के नतीजे आज जारी किए जाएंगे।
इन कंपनियों के भी रिजल्ट आज ही आएंगे
आज जारी होने वाले नतीजों की लिस्ट में बायोकॉन, बोधट्री कंसल्टिंग, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, केनरा बैंक, सेइगल इंडिया, क्लासिक फिलामेंट्स, चंबल फर्टिलाइजर्स, कैप्टन टेक्नोकास्ट, डी.बी. कॉर्प, दिलीप बिल्डकॉन, DIC इंडिया, EPL, एप्सम प्रॉपर्टीज, एस्कॉर्ट्स कुबोटा, फाइन ऑर्गेनिक इंडस्ट्रीज, GG ऑटोमोटिव गियर्स, GHCL, गोल्ड कॉइन हेल्थ फूड्स, GTL इंफ्रास्ट्रक्चर, हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल, हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी, आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी, IIFL फाइन भी शामिल हैं।
क्या करें निवेशक
स्मार्टवेल्थ. एआई के संस्थापक और प्रमुख शोधकर्ता पंकज सिंह ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव बाजार में फौरी अस्थिरता पैदा करते हैं। हालांकि, अल्पावधि में सावधानी उचित है लेकिन इतिहास बताता है कि स्पष्टता आने पर भारतीय बाजार मजबूत जुझारूपन दिखाते हैं। व्यापक आर्थिक या वैश्विक झटके न होने से भारत-पाक तनाव का कोई स्थायी नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है। ऐसे में निवेशकों को डर के बजाय बुनियादी बातों पर ध्यान देना चाहिए।''