ऑपरेशन सिंदूर के बाद क्यों भारतीय शेयर मार्केट में उछाल, पाकिस्तान में भूचाल
Impact of Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय निवेशकों का साथ मिला वहीं, भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी शेयर बाजार बुरी तरह ध्वस्त हो गए।

Impact of Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय निवेशकों का साथ मिला और घरेलू शेयर बाजारों पर भारत-पाक तनाव का बेहद सीमित असर दिखाई दिया। बुधवार सुबह के शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ खुले, लेकिन कुछ देर में ही इनमें उछाल आया और ये गिरावट से उबर गए। घरेलू निवेशकों द्वारा बाजार में चौतरफा खरीदारी से दोनों सूचकांक तेजी के साथ बंद हुए। वहीं, भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी शेयर बाजार बुरी तरह ध्वस्त हो गए।
हमले की खबर से कराची शेयर बाजार ढेर
शुरुआत कारोबार में कराची स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक केएसई-100 करीब 6000 अंक से अधिक यानी 5.7% लुढ़क गया। यह 2021 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। हालांकि, बाद में उसमें कुछ सुधार हुआ और यह 3521 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। 23 अप्रैल 2025 के बाद से यह सूचकांक 9,930 अंक तक फिसल चुका है।
इन कारणों से डटे रहे भारतीय बाजार
1. विदेशी निवेशक लौटे : पाक से तनाव के बावजूद विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों में निवेश बढ़ाया, मई में अब तक 7,062 करोड़ के शेयर खरीदे।
2. भारत-यूके व्यापार समझौता : भाररत-ब्रिटेन के बीच हुए एफटीए ने बाजार को मजबूत आधार दिया। विशेष रूप से एफटीए के प्रभाव से ऑटो सेक्टर के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखा गया।
3. बड़े युद्ध की आशंका नहीं : विशेषज्ञों का कहना है कि भारत-पाक के बीच बड़े युद्ध की आशंका नहीं है। इससे भी निवेशक निश्चिंत हुए हैं।
4, अच्छे तिमाही नतीजे : कई बड़ी कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजे अच्छे रहे हैं, इससे भी निवेशक उत्साहित हैं।
5. अमेरिकी फेड पर ध्यान : वैश्विक बाजारों की नजरें अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज कटौती पर हैं, इससे भी तेजी देखने को मिल सकती है।
6. सकारात्मक रुख : ट्रंप द्वारा टैरिफ में राहत देने और अमेरिकी-चीन में व्यापारिक तनाव कम होने से वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख।
सेंसेक्स-निफ्टी की ऐसी रही चाल
सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के अंत में 105.71 अंक यानी 0.13 प्रतिशत चढ़कर 80,746.78 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 79,937.48 अंक तक फिसल गया था लेकिन इसने शानदार बढ़त दर्ज की और निचले स्तर से 700 अंक से अधिक उछल गया। इसी तरह निफ्टी भी 34.80 अंक यानी 0.14 प्रतिशत बढ़कर 24,414.40 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी 24,449.60 के उच्च स्तर और 24,220 के निम्न स्तर के बीच घूमता रहा।
हर क्षेत्र में चौतरफा खरीदारी
निवेशकों द्वारा चौतरफा खरीदारी लगभग हर क्षेत्र में देखी गई। इस दौरान इस दौरान ऑटो 1.74 प्रतिशत, धातु 1.19, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.05, रियल्टी 1.12 प्रतिशत मजबूत रहे। उधर, बीएसई की दिग्गज कंपनियों के मुकाबले मझौली और छोटी कंपनियों में अधिक खरीदारी हुई। इसकी बदौलत मिडकैप सूचकांक 1.36 प्रतिशत और स्मॉलकैप सूचकांक 1.16 प्रतिशत से ज्यादा उछलकर बंद हुए।
इस दौरान बीएसई में कुल 4046 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2206 में तेजी, जबकि 1683 में गिरावट रही। इसी तरह एनएसई की कुल 2902 कंपनियों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1772 में लिवाली जबकि 1049 में बिकवाली हुई।
क्या कहते हैं विश्लेषक
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, भले ही सीमापार आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के बाद बाजार में कारोबार के दौरान उतार-चढ़ाव देखा गया, लेकिन अंत में अनिश्चितता दूर करने में कामयाब मिली। भारत-पाक युद्ध से जुड़े तनाव के कारण बाजार की धारणा सतर्क रहेगी, लेकिन अगले कुछ दिनों में शेयर-विशिष्ट गतिविधियों के साथ बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।''