कारोबार पर ₹15000 करोड़ खर्च करेगी टाटा की कंपनी, शेयर बना तूफान, ₹185 तक जाएगा भाव!
नीदरलैंड में, टाटा स्टील के पास आईमोइडेन में एक स्टील मैन्युफैक्चरिंग प्लांट है। इस प्लांट में वित्त वर्ष 2024-25 में अनुमानित 67.5 टन सालाना लिक्विड स्टील का उत्पादन हुआ।

Tata Steel share: कई दिन से सुस्त पड़े टाटा स्टील के शेयर में बुधवार को तूफानी तेजी देखी गई। सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन टाटा की इस कंपनी के शेयर में 5 फीसदी उछाल आया और भाव 157.15 रुपये पर पहुंच गया। बता दें कि शेयर ने जनवरी 2025 में 122.60 रुपये के निचले स्तर को टच किया था। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो लेवल है। जून 2024 में शेयर की कीमत 184.60 रुपये थी। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई लेवल है।
शेयर का टारगेट प्राइस
हाल ही में ब्रोकरेज एमके ग्लोबल ने कहा कि टाटा स्टील के शेयर 185 रुपये तक जा सकते हैं। इसके अलावा नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अपनी रेटिंग को 'खरीदें' में अपग्रेड किया, और टारगेट प्राइस 164 रुपये से बढ़कर 177 रुपये प्रति शेयर का नया टारगेट प्राइस है। इसके अलावा मोतीलाल ओसवाल ने शेयर के लिए अपनी न्यूट्रल रेटिंग को दोहराया है।
क्या है कंपनी का प्लान
चालू वित्त वर्ष में टाटा स्टील की भारत, ब्रिटेन और नीदरलैंड में अपने परिचालन के लिए 15,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की योजना है। टाटा स्टील के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन और कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य वित्त अधिकारी कौशिक चटर्जी ने कहा कि कुल राशि में से करीब 80 प्रतिशत भारत में चल रही परियोजनाओं पर खर्च की जाएगी।
किन देशों में होंगे खर्च
चटर्जी ने इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि घरेलू परिचालन के लिए 11,000 करोड़ रुपये की योजना बनाई गई है, जबकि ब्रिटेन के लिए लगभग 1,900 करोड़ रुपये और शेष राशि नीदरलैंड के लिए निर्धारित है। बता दें कि टाटा स्टील का पूंजीगत व्यय चौथी तिमाही में 3,220 करोड़ रुपये और पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में 15,671 करोड़ रुपये था। वहीं, इस कंपनी को ब्रिटेन में पोर्ट टैलबोट में इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (ईएएफ) परियोजना के लिए अनुमति मिल गई है और जुलाई, 2025 में इसपर काम शुरू हो जाएगा।
टाटा स्टील के पास ब्रिटेन के साउथ वेल्स के पोर्ट टैलबोट में 30 लाख टन प्रति वर्ष की क्षमता वाली इकाई है। कार्बन उत्सर्जन को कम करने के अपने प्रयासों के तहत, कंपनी ब्लास्ट फर्नेस मार्ग से कम उत्सर्जन वाली इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस प्रक्रिया में बदलाव कर रही है, जिसमें स्थानीय रूप से उपलब्ध कबाड़ का उपयोग किया जाएगा।