10 टुकड़ों में बंट चुका है टाटा का यह शेयर, 1 लाख रुपये के बना दिए हैं 43 लाख रुपये से ज्यादा
टाटा ग्रुप की कंपनी ट्रेंट ने पिछले 10 साल में 1 लाख रुपये के निवेश को 43 लाख रुपये से ज्यादा बना दिया है। कंपनी ने इस अवधि में अपने शेयरों को 10 टुकड़ों में भी बांटा है। दिग्गज निवेशक राधाकिशन दमानी का भी कंपनी पर दांव है।

टाटा ग्रुप की कंपनी ट्रेंट ने पिछले 10 साल में लोगों को छप्परफाड़ रिटर्न दिया है। ट्रेंट ने इस अवधि में अपने शेयरों को 10 टुकड़ों में बांटा है और 1 लाख रुपये के निवेश को 43 लाख रुपये से ज्यादा बना दिया है। टाटा ग्रुप की इस रिटेल कंपनी के शेयर इस अवधि में 118 रुपये से बढ़कर 5100 रुपये के पार पहुंच गए हैं। ट्रेंट ने पिछले दिनों ही अपना मार्च 2025 तिमाही का नतीजा पेश किया है, कंपनी का मुनाफा 55 पर्सेंट घटा है। शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राधाकिशन दमानी का भी ट्रेंट पर दांव है।
1 लाख रुपये के बना दिए 43 लाख रुपये से ज्यादा
टाटा ग्रुप की कंपनी ट्रेंट के शेयर 8 मई 2015 को 117.86 रुपये पर थे। अगर किसी व्यक्ति ने उस समय 1 लाख रुपये से ट्रेंट के शेयर खरीदे होते तो उसे कंपनी के 848 शेयर मिले। ट्रेंट के शेयर 30 अप्रैल 2025 को बीएसई में 5173.40 रुपये पर बंद हुए हैं। ऐसे में ट्रेंट के शेयरों की मौजूदा वैल्यू 43.87 लाख रुपये होती। ट्रेंट ने सितंबर 2026 में एक बार अपने शेयरों का भी बंटवारा किया है। कंपनी ने तब अपने शेयरों को 10 टुकड़ों में बांटा था।
दमानी के पास ट्रेंट के 45,07,407 शेयर
बाजार के दिग्गज इनवेस्टर राधाकिशन दमानी के पास टाटा ग्रुप की कंपनी ट्रेंट के 45,07,407 शेयर हैं। कंपनी में दमानी की हिस्सेदारी 1.27 पर्सेंट है। राधाकिशन दमानी ने अपने इनवेस्टमेंट फर्म डेराइव ट्रेडिंग एंड रिजॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए ट्रेंट पर दांव लगाया है।
55% घटा है कंपनी का मुनाफा
ट्रेंट का मुनाफा जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में सालाना आधार पर 55 पर्सेंट घटकर 318 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी को 704 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। चौथी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 28 पर्सेंट बढ़कर 4217 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 3298 करोड़ रुपये था। कंपनी के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025 के लिए हर शेयर पर 5 रुपये का डिविडेंड मंजूर किया है।