₹7 के शेयर पर टूटे निवेशक, ₹12 तक जाएगा भाव! सरकार ने लिया है यह फैसला
- Vodafone idea share price: सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यह शेयर 10 फीसदी से ज्यादा उछाल के साथ 8.18 रुपये पर पहुंच गया। एक दिन पहले शेयर की कीमत 7 रुपये के स्तर पर थी।

Vodafone idea share price: टेलीकॉम सेक्टर की कंपनी- वोडाफोन आइडिया के शेयर में सोमवार को तूफानी तेजी थी। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यह शेयर 10 फीसदी से ज्यादा उछाल के साथ 8.18 रुपये पर पहुंच गया। एक दिन पहले शेयर की कीमत 7 रुपये के स्तर पर थी। सोमवार को यह तेजी ऐसे समय में आई है जब सरकार ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है। इस बीच, ब्रोकरेज सिटी शेयर पर बुलिश नजर आ रहा है।
क्या है डिटेल
दरअसल, भारत सरकार ने कंपनी के स्पेक्ट्रम भुगतान बकाया के एक हिस्से को 36,950 करोड़ रुपये मूल्य के इक्विटी शेयरों में परिवर्तित करके अपनी हिस्सेदारी 22.60 प्रतिशत से बढ़ाकर 48.99 प्रतिशत कर दी है। भारत सरकार के इस कदम से दूरसंचार कंपनी की वैधानिक देनदारियों में उस राशि की कमी आने की उम्मीद है।
किसकी कितनी हिस्सेदारी
इस डील से पहले वोडाफोन आइडिया में वोडाफोन यूके की हिस्सेदारी लगभग 24.4% से घटकर 16.1% हो गई, जबकि आदित्य बिड़ला समूह की हिस्सेदारी मौजूदा 14% से घटकर 9.4% हो गई। इससे पहले फरवरी 2023 में सरकार ने वोडाफोन आइडिया के लगभग ₹16,130 करोड़ के बकाया को इक्विटी में बदल दिया था। इसमें आस्थगित AGR (समायोजित सकल राजस्व) और स्पेक्ट्रम भुगतान से ब्याज शामिल था।
कितना कर्ज
वोडाफोन आइडिया का कर्ज दिसंबर 2024 की तिमाही में लगभग 7% बढ़कर ₹2.17 लाख करोड़ हो गया। इसकी तुलना में, दिसंबर 2023 की तिमाही में कर्ज ₹2,03,400 करोड़ था। सरकार के अधिग्रहण से पहले, ₹2.17 लाख करोड़ के कर्ज में सरकार को दे ₹2,14,700 करोड़ और बैंकों और वित्तीय संस्थानों से उधारी में ₹2,300 करोड़ शामिल थे।
क्या है टारगेट प्राइस
ब्रोकरेज फर्म सिटी ने शेयर के लिए अपना टारगेट ₹12 बनाए रखा है। पिछले साल जून महीने में शेयर 19 रुपये के पार गया था। इसके बाद से ही बिकवाली देखी गई। पिछले साल नवंबर महीने में शेयर 6.60 रुपये के निचले स्तर तक गया। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो है। सरकार द्वारा स्पेक्ट्रम बकाया में 3,700 करोड़ रुपये को इक्विटी में बदलने के बाद सिटी ने वोडाफोन आइडिया पर सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखा है। ब्रोकरेज ने दोहराया कि वोडाफोन आइडिया एक हाई रिस्क वाला निवेश बना हुआ है।