BEd Course: Students are wandering for 1 year PG after doing 4 years BEd course brabu bihar BEd : 4 साल का बीएड कर एक साल की पीजी के लिए भटक रहे छात्र, Career Hindi News - Hindustan
Hindi Newsकरियर न्यूज़BEd Course: Students are wandering for 1 year PG after doing 4 years BEd course brabu bihar

BEd : 4 साल का बीएड कर एक साल की पीजी के लिए भटक रहे छात्र

  • चार वर्षीय बीएड करने के बाद छात्र अब पीजी में दाखिले के लिए भटक रहे हैं। राज्य में सिर्फ बीआरएबीयू में ही चार वर्षीय इंट्रीग्रेटेड बीएड का कोर्स चलता है।

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाताThu, 20 Feb 2025 11:44 AM
share Share
Follow Us on
BEd : 4 साल का बीएड कर एक साल की पीजी के लिए भटक रहे छात्र

चार वर्षीय बीएड करने के बाद छात्र अब पीजी में दाखिले के लिए भटक रहे हैं। राज्य में सिर्फ बीआरएबीयू में ही चार वर्षीय इंट्रीग्रेटेड बीएड का कोर्स चलता है। नई शिक्षा नीति के तहत लागू हुए सीबीसीएस कोर्स में चार वर्षीय स्नातक के बाद एक वर्ष का पीजी करना है। यहां से सत्र 2019-23 और सत्र 2020-24 में बीएड करने वाले विद्यार्थी अब पीजी करना चाह रहे हैं, लेकिन विवि ने अब तक इस संबंध में कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किया है। इससे आगे की पढ़ाई अटक रही है।

कई विद्यार्थियों ने विवि में आवेदन देकर इसका रास्ता निकालने की मांग की है। इन दोनों सत्रों में ॄ200 से अधिक विद्यार्थियों ने चार वर्षीय बीएड किया है। डीएसडब्ल्यू प्रो. आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि इस मामले को एडमिशन कमेटी में रखा जाएगा। चार कॉलेजों में चार वर्षीय बीएड के लिए 400 सीटें हैं। विवि सूत्रों ने बताया कि एडमिशन संबंधित कई मामलों को एकेडमिक सेक्शन में भेजा गया है। इसमें बीएड के अलावा पीजी के भी मामले हैं।

ये भी पढ़ें:यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन शुरू, 20 अप्रैल को होगा एग्जाम

बीएड के अलावा, अन्य विषयों में पीजी में नामांकन को लेकर विद्यार्थियों को कठिनाई आ रही है। पीजी के लिए आवेदन करने वाले एक विद्यार्थी ने बताया कि उसने एंथ्रोपोलॉजी में दूसरे विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री ली है। अब बीआरएबीयू से अंग्रेजी में पीजी करना चाहता है। इस बारे में भी विवि प्रशासन ने एकेडमिक सेक्शन से मार्गदर्शन मांगा है। बीआरएबीयू पीजी में दाखिले के लिए कई छात्रों के नाम मेरिट लिस्ट में आ चुके हैं, लेकिन उनका विषय अलग होने के कारण उनका दाखिला अभी नहीं लिया जा सका है।