BEd : डिस्टेंस से भी कर सकेंगे चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स की पढ़ाई
- डिस्टेंस माध्यम से भी बीएड की पढ़ाई हो सकेगी। यह सुविधा चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स के लिए जारी की गई है। यह नई शिक्षा नीति के तहत ओपेने डिस्टेंस लर्निंग माध्यम से बीएड की पढ़ाई कराने की पहल है।

डिस्टेंस माध्यम से भी बीएड की पढ़ाई हो सकेगी। यह सुविधा चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स के लिए जारी की गई है। यह नई शिक्षा नीति के तहत ओपेने डिस्टेंस लर्निंग माध्यम से बीएड की पढ़ाई कराने की पहल है। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने सत्र 2025 के लिए इसका ड्राफ्ट तैयार करते हुए कोर्स चलाने के मानक जारी किए हैं। एनसीटीई ने सभी विश्वविद्यलायों से इस पर फीडबैक मांगा है व कॉलेजों में डिस्टेंस की पढ़ाई के लिए इंतजाम करने को भी कहा है। एनसीटीई ने अधिसूचना में कहा है कि ओपेन डिस्टेंस लर्निंग का कोर्स उसी कॉलेज में शुरू होगा, जहां इसकी सुविधाएं होंगी। ओडीएल की सुविधा शुरू करने का उद्देश्य अधिक से अधिक छात्रों को बीएड की पढ़ाई कराना है। इसमें छात्र ऑनलाइन और फेस टू फेस लर्निंग विधि से भी पढ़ाई कर सकेंगे। बीआरएबीयू में चार कॉलेजों में इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स की पढ़ाई होती है। पूरे बिहार में सिर्फ यहीं इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स चलता है। बीआरएबीयू के इंस्पेक्टर ऑफ साइंस डॉ अरविंद कुमार का कहना है कि एनसीटीई से नया ड्राफ्ट आया है, इसका अध्ययन किया जाएगा।
छात्रों का हर सेमेस्टर में होगा मूल्यांकन
एनसीटीई की नई अधिसूचना के मुताबिक हर सेमेस्टर में छात्रों का मूल्यांकन किया जाएगा। यह मूल्यांकन एनसीटीई के तय मानकों के अनुसार होगा। एनसीटीई ने सभी बीएड कॉलेजों को एक प्रबंधन समिति भी बनाने को कहा है। प्रबंधन समिति राज्यों के तय नियमों के अनुसार बनेगी।
- एनसीटीई ने नए सत्र से ओपन डिस्टेंस लर्निंग शुरू करने का ड्राफ्ट तैयार किया
- डिस्टेंस शुरू करने के लिए कॉलेजों को करने होंगे मानक के अनुसार इंतजाम
बीएड कॉलेजों में जारी होंगे एकेडमिक कैलेंडर
एनसीटीई ने बीएड कॉलेजों में एकेडमिक कैलेंडर भी जारी करने का निर्देश इस वर्ष से दिया है। यह एकेडमिक कैलेंडर एकेडमिक वर्ष शुरू से एक महीने पहले जारी किया जाएगा। इसके अलावा बीएड कॉलेज छात्रों से वही फीस लेंगे जो राज्य या केंद्र सरकार की तरफ से तय होगी। कॉलेज कोई अन्य मद में छात्रों से फीस की मांग नहीं करेंगे।
बीएड कॉलेजों को रखना होगा वेतन का रिकार्ड
एनसीटीई का कहना है कि नये सत्र से बीएड कॉलेजों को अपने यहां दिए जाने वाले वेतन का रिकार्ड रखना होगा। शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों को वेतन का भुगतान उनके बैंक खाते में होना चाहिए। बीएड के सभी शिक्षकों की परफार्मेंस असेसमेंट रिपोर्ट तैयार कर उसे एनसीटीई को भेजना होगा।
शिक्षकों को जमा करने होंगे पैन कार्ड
एनसीटीई ने कहा है कि नये सत्र से बीएड कॉलेजों के शिक्षकों के पैन कार्ड व अन्य दस्तावेज एनसीटीई को भेजने होंगे। इसके अलावा कॉलेज वहीं चलेंगे, जहां पक्के भवन और छात्रों के लिए पर्याप्त कमरे होंगे। कॉलेज भवन के पास फायर सेफ्टी के सर्टिफिकेट और जमीन के दस्तावेज भी एनसटीई को देने होंगे।