UPMSP UP board 2025: 134000 शिक्षक आज से करेंगे 2 करोड़ 96 लाख कॉपियों को चेक, 2 अप्रैल तक चलेगा कॉपी चेकिंग का काम
- यूपी बोर्ड वर्ष 2025 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन बुधवार से शुरू होगा। दो अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

यूपी बोर्ड वर्ष 2025 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन बुधवार से शुरू होगा। दो अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इस काम में एक लाख 34 हजार 723 परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है, जो पंद्रह दिनों में दो करोड़ 96 लाख 93 हजार 855 कॉपियां जांचेंगे।
मूल्यांकन के लिए सूबे में कुल 261 केंद्र बनाए गए हैं। हाईस्कूल में 1,63,22,248 लिखित उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 84,122 परीक्षक एवं 8,473 उप प्रधान परीक्षक और इंटरमीडिएट में 1,33,71,607 लिखित उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 50,601 परीक्षक एवं 5,471 उप प्रधान परीक्षक नियुक्त किए गए हैं।
यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने जिला विद्यालय निरीक्षकों (मुख्य नियंत्रक) के साथ ही परीक्षा केंद्रों के उपनियंत्रकों (प्रधानाचार्यों) को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) भेजते हुए यह स्पष्ट किया है कि कि प्रत्येक परीक्षक को प्रतिदिन हाईस्कूल में 50 व कुल अवधि में 700 (कला विषय में 80 व कुल अवधि में 800) एवं इंटरमीडिएट में 45 व कुल अवधि में 600 से अधिक उत्तर पुस्तिकाएं नहीं दी जाएंगी।
प्रयागराज में आठ केंद्रों पर होगा मूल्यांकन यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन के लिए प्रयागराज में आठ केंद्र बनाए गए हैं। इनमें राजकीय इंटर कॉलेज, कुलभास्कर आश्रम इंटर कॉलेज, केपी इंटर कॉलेज, एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज, केसर विद्या पीठ इंटर कॉलेज, जगत तारन इंटर कॉलेज, क्रॉस्थवेट इंटर कॉलेज, भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कॉलेज शामिल हैं।
मूल्यांकन से पहले 40 फीसदी परीक्षक रहे अनुपस्थित
यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन के लिए नियुक्त परीक्षकों को निर्देश दिए गए थे कि 17 मार्च को मूल्यांकन केंद्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे और 18 मार्च को उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। समीक्षा में पाया गया कि औसतन उपस्थिति 60 फीसदी ही रहे। 40 फीसदी परीक्षक अनुपस्थित रहे। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने इस स्थिति को असंतोषजनक बताते हुए सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश जारी किए हैं कि 19 मार्च को अपने जनपद के मूल्यांकन केंद्रों में अनुपस्थित परीक्षकों की शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराएं।