करुण नायर 7 साल बाद IPL में ये कारनामा करके भी दुखी, बोले- मेरी पारी का कोई महत्व नहीं…
करुण नायर ने कहा कि हम मैच जीतने के लिए खेलते हैं, इसलिए निराशा होती है। और चाहे हम कितने भी रन बना लें, अगर टीम नहीं जीतती है, तो इसका कोई महत्व नहीं है।

दिल्ली कैपिटल्स के लिए आक्रामक अर्धशतक लगाकर दो सत्र बाद आईपीएल में वापसी करने वाले करूण नायर मानसिक रूप से अपना पहला मैच खेलने के लिये पूरी तरह से तैयार थे और उन्हें पता था कि कैसे खेलना है। जीत के लिये 206 रन के टारगेट का पीछा करते हुए करूण के 40 गेंद में 89 रन की मदद से दिल्ली ने शानदार शुरूआत की लेकिन बीच के ओवरों में लगातार विकेट गंवाकर 12 रन से मैच गंवा दिया। करुण नायर ने 7 साल बाद आईपीएल में शतक जड़ा है। अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने एक ओवर में जसप्रीत बुमराह को दो छक्के जड़े, ऐसा माद्दा बहुत ही कम बल्लेबाजों में होता है, लेकिन करूण ने यह कर दिखाया। उनके इस प्रदर्शन का कारण घरेलू क्रिकेट का शानदार प्रदर्शन भी है जिसमें उन्होंने विदर्भ के लिये विभिन्न प्रारूपों में पिछले सत्र में 1870 रन बनाये।
टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ चुके करूण ने मैच के बाद मीडिया से कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे आईपीएल पहले खेल चुका होने के कारण आत्मविश्वास था। मुझे पता था कि कैसे खेलना है। मेरे लिये कुछ नया नहीं था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे दिमाग में तैयारी पूरी थी। बस मौके का इंतजार था। कुछ गेंद खेलकर फिर लय में आने की बात थी।’’
2022 में राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा रहे करूण ने पावरप्ले के दौरान पारंपरिक शॉट्स खेलने के बारे में कहा, ‘‘मैं खुद से यही कह रहा था कि खुद को समय दो, आम शॉट खेलो और उसके बाद तेजी से खेल सकते हो। सब कुछ वैसे ही हुआ लेकिन अगर टीम जीत जाती तो अधिक खुशी होती।’’
नायर ने मैच के बाद कहा, "हम मैच जीतने के लिए खेलते हैं, इसलिए निराशा होती है। और चाहे हम कितने भी रन बना लें, अगर टीम नहीं जीतती है, तो इसका कोई महत्व नहीं है। मेरे लिए, टीम की जीत बहुत महत्वपूर्ण थी, और ऐसा नहीं हुआ। लेकिन यह एक सीख है, और हम आगे बढ़ेंगे, और मुझे उम्मीद है कि मैं इसी तरह प्रदर्शन करता रहूंगा, और हम जीतेंगे।"
पिछले चार मैचों में मौका नहीं मिलने के बावजूद उन्हें यकीन था कि उन्हें मौका मिलेगा और इसके लिये वह मानसिक रूप से तैयार थे।
उन्होंने कहा, ‘‘फाफ (डु प्लेसी) नहीं खेल रहे थे। हमें पता था कि अगर कोई खिलाड़ी बाहर होता है तो उसकी जगह कौन खेलेगा। मानसिक तौर पर मैं तैयार था। मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है और मुझे पता है कि मैं खेलने के लिये पूरी तरह से तैयार हूं।’’