रिटायर्ड आउट के चलन पर मोहम्मद कैफ ने टीमों को लताड़ा, राहुल तेवतिया का दिया उदाहरण
- मोहम्मद कैफ का मानना है कि टीमें हताश होकर अपने खिलाड़ियों को रिटायर्ड आउट कर रही हैं। वह इसके पक्ष में नहीं हैं। कैफ ने राहुल तेवतिया का उदाहरण दिया है।

भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहमम्द कैफ ने आईपीएल 2025 में टीमों द्वारा खिलाड़ियों को रिटायर्ड आउट करने के चलन की जमकर आलोचना की है। आईपीएल के जारी सीजन में दो बार ऐसा मौका आया है, जब टीमों ने अपने जमे हुए खिलाड़ियों को रिटायर्ड आउट होने के लिए मजबूर किया। मुंबई इंडियंस ने तिलक वर्मा को पवेलियन भेजा था, जिस पर काफी बवाल भी हुआ था।
तिलक वर्मा 23 गेंद में 25 रन बनाकर खेल रहे थे और टीम मैनेजमेंट के फैसले के बाद वह पवेलियन लौट गए, उस समय मुंबई को आखिरी सात गेंद पर 24 रन चाहिए थे। चेन्नई सुपर किंग्स ने पंजाब किंग्स के खिलाफ मुकाबले के दौरान डेवोन कॉनवे को भी रिटायर्ड आउट होने के लिए मजबूर किया और जब वह 49 गेंद में 69 रन बनाकर खेल रहे थे, तो उन्हें वापस बुला लिया। उस समय सीएसके को 13 गेंद में 49 रन चाहिए थे, हालांकि दोनों बार टीमों को हार का मुंह देखना पड़ा।
मोहम्मद कैफ का मानना है कि टीमें हताशा होने के कारण ये सब चीजें कर रही हैं। उन्होंने राहुल तेवतिया का भी उदाहरण दिया, जिन्होंने 2020 में एक धीमी शुरुआत करने के बाद टीम को जीत दिलाई थी। मोहम्मद कैफ ने एक्स पर कहा, ''टीमें हताशा के कारण रिटायर्ड आउट विकल्प का अधिक प्रयोग कर रही हैं। ये ऐसी रणनीति है जो शायद ही कभी काम करती है क्योंकि बहुत कम बल्लेबाज हैं जो पहली गेंद पर छक्का मार सकते हैं। बहुर बार संघर्ष कर रहे बल्लेबाज ही मैच जिताते हैं। तेवतिया को याद करिए, उन्होंने 19 गेंद में 8 रन बनाने के बाद पांच गेंद में पांच छक्के लगाए थे।''