DGMO राजीव घई ने क्यों किया कोहली का जिक्र? ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस कॉन्फ्रेंस में लिली- थॉम का दिया उदाहरण
महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने सोमवार को जेफ थॉम्सन और डेनिस लिली का उदाहरण देकर वायु रक्षा प्रणाली की शक्ति और सटीकता के बारे में बताया। उन्होंने इस दौरान कोहली का भी जिक्र किया।

सैन्य अभियान महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विराट कोहली के संन्यास का जिक्र किया और उन्हें अपना पसंदीदा खिलाड़ी भी बताया। मीडिया से बातचीत में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने वायु रक्षा प्रणाली की शक्ति और सटीकता के बारे में बताने के लिए क्रिकेट का उदाहरण दिया। उन्होंने 1970 में हुई एशेज सीरीज का उदाहरण लिया, जहां पर ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों जेफ थॉमसन और डेनिस लिली की घातक जोड़ी इंग्लैंड पर भारी पड़ी थी।
महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ''विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। कई भारतीयों की तरह वो भी मेरे पसंदीदा क्रकिेटर हैं। 70 के दशक में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज चल रही थी। उस समय दुनिया के दो घातक तेज गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया के जेफ थॉम्सन और डेनिस लिली ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों और उनकी बैटिंग लाइन-अप को तहस नहस कर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने उस समय एक कहावत निकाली थी- राख से राख, धूल से धूल, अगर थॉमो नहीं पकड़ता, तो लिली तुम्हें पकड़ लेगा।''
उन्होंने आगे कहा, ''अगर आप इस लेयर को देखें तो आप समझ जाएंगे कि मैं आपको क्या बताने की कोशिश कर रहा हूं। तो अगर आप सारे सिस्टम को पार कर भी गए तो फिर भी जिसको भी आप टारगेट (एयरफील्ड, लॉजिस्टिक) कर रहे, उस पर पहुंचने से पहले ये लेयर्ड ग्रिड का सिस्टम जरूर गिरा देगा।''
सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने प्रेस वार्ता में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विवरण दिया, जिसमें बताया गया कि किस प्रकार भारत ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने के पाकिस्तानी मंसूबों को नाकाम कर किया।
पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत का बदला लेने के लिए भारत ने छह मई की देर रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। इसके तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इसके बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को कई भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया।