देशभर में फिर ठप हुआ UPI, यूजर्स परेशान, गूगल पे और फोनपे के पेमेंट अटके
UPI down: अगर आप भी UPI के जरिए पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं, तो आप अकेले नहीं है। देशभर में आज (12 मई) यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI सर्विस एकबार फिर डाउन हो गई है। इसकी वजह से यूजर्स गूगल पे, पेटीएम और फोनपे जैसी ऐप्स से पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं।

UPI down: अगर आप भी UPI के जरिए पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं, तो आप अकेले नहीं है। देशभर में आज (12 मई) यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI सर्विसेस एकबार फिर डाउन हो गई हैं। इसकी वजह से यूजर्स गूगल पे, पेटीएम और फोनपे जैसी ऐप्स से पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं। पेमेंट करने में लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। आउटेज ट्रैक करने वाली वेबसाइट डाउन डिटेक्टर ने बताया कि करीब शाम 5 बजे से यूपीआई में समस्या आनी शुरू हुई। शाम 7 बजे सबसे ज्यादा 913 शिकायतें दर्ज की गई थी। एक महीने के अंदर यह तीसरी बार है जब UPI सर्विसेस डाउन हो गई हैं। हालांकि, अब सर्विसेस ने काम करना शुरू कर दिया है।
शाम 5 बजे से रात 8 की बीच सबसे ज्यादा परेशान हुए यूजर्स

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यूजर्स सोशल मीडिया पर कर रहे शिकायत
डाउन डिटेक्टर के अनुसार, समस्या का सामना कर रहे करीब 31 फीसदी लोगों को पेमेंट करने में दिक्कत आई। जबकि 47 फीसदी लोगों को पैसे ट्रांसफर करने और 21 फीसदी लोगों को खरीदारी करने में समस्या का सामना करना पड़ा। देशभर में यूजर्स ने पेमेंट फेल होने या देरी से पेमेंट की शिकायत करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। पेटीएम ने यूजर्स को एक एरर मैसेज दिखाया, जिसमें कहा गया था कि ऐप में समस्याएं आ रही हैं, जबकि गूगल पे और फोनपे पर भी ऐसी ही समस्याएं बताई गईं।
कंपनी ने नहीं दी कोई जानकारी
बता दें कि रोजाना सैकड़ों यूजर्स पेमेंट करने के लिए यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं। कई व्यापारी और उपभोक्ता जो डेली पेमेंट के लिए UPI पर ही निर्भर हैं, उनके लिए अचानक आई इस रुकावट ने पीक ऑवर्स के दौरान असुविधा पैदा कर दी। हालांकि, UPI को मैनेज करने वाली संस्था NPCI की ओर से अभी तक इस समस्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
मार्च में यूपीआई का उपयोग रिकॉर्ड तोड़ रहा
यह बदलाव ऐसे समय में आया है जब भारत में यूपीआई का उपयोग रिकॉर्ड तोड़ रहा है। मार्च में यूपीआई ने 18.3 बिलियन से अधिक लेनदेन किए, जो फरवरी में 16.11 बिलियन से अधिक था। इन लेनदेन का मूल्य 24.77 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो डिजिटल भुगतान पर बढ़ती निर्भरता को दर्शाता है। मार्च में फोनपे ने यूपीआई क्षेत्र में सबसे आगे रहकर 864 करोड़ से ज्यादा लेनदेन किए - जो कि कुल यूपीआई ट्रैफिक का लगभग आधा है। गूगल पे उसके ठीक पीछे रहा। हालांकि, पेटीएम का आकार छोटा है, लेकिन इसका इस्तेमाल अभी भी काफी ज्यादा है, खास तौर पर दुकानदारों और छोटे कारोबारियों के बीच।
फोनपे के जरिए यूपीआई लेनदेन हुआ बाधित
देश भर में फोनपे के जरिए डिजिटल भुगतान करने में लोगों को सोमवार शाम अचानक से परेशानी का सामना करना पड़ा। बड़ी संख्या में लोगों की तरफ से ऑनलाइन सोशल मीडिया पर शिकायतें की गई कि देश भर में यूपीआई पेमेंट से जुड़ा सर्वर डाउन हो गया है। इस बीच भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की तरफ से स्पष्ट किया गया कि हमारे सर्वर में कोई समस्या नहीं है। सिर्फ फोनपे का इस्तेमाल करने वाले लोगों को भुगतान करने में परेशानी हो रही है। बाकी सभी सिस्टम सही से काम कर रहा है।
उधर, फोनपे के सह-संस्थापक राहुल चारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी कि बीते हफ्ते तनाव बढ़ने के मद्देनजर हमने साइबर सुरक्षा की दृष्टि से कुछ उपायों को बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से कुछ अभ्यास शुरू किया। ऐसे में सोमवार शाम को हमारी सेवा का 100 फीसदी लेनदेन नए डेटा सेंटर के जरिए किया जा रहा था लेकिन दुर्भाग्य से व्यस्त समय में लेनदेन से जुड़े अधिक दबाव के कारण नेटवर्क की क्षमता में कमी देखने को मिली, जिस कारण से लेनदेन प्रभावित होने लगा। हमने कुछ समय के बाद अपनी अन्य साइट्स पर अपने लेनदेन को फिर से संतुलित कर लिया। उसके बाद फोनपे के जरिए लेनदेन सामान्य हो गया है।
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