गुजरात की सत्ता में वापसी को राहुल गांधी का मास्टरप्लान, नेताओं को दिया टास्क; मंत्री बनने को करना होगा यह काम
कांग्रेस पार्टी गुजरात में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए जद्दोजहद कर रही है। 30 सालों से वह सत्ता से बाहर है। पिछले दिनों पार्टी ने अहमदाबाद में अधिवेशन किया था, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। अब राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को एक टास्क दिया है।

कांग्रेस पार्टी गुजरात में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए जद्दोजहद कर रही है। 30 सालों से वह सत्ता से बाहर है। पिछले दिनों पार्टी ने अहमदाबाद में अधिवेशन किया था, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। अब कांग्रेस का कहना है कि जो भी जिला अध्यक्ष अच्छा प्रदर्शन करेंगे उन्हें सरकार बनने पर मंत्री बनाया जाएगा। कार्यकर्ताओं को मंगलवार को यह संदेश वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने दिया। उन्होंने अहमदाबाद के राजीव गांधी भवन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के पर्यवेक्षकों की ओरिएंटेशन मीटिंग के दौरान “सख्ती से प्रदर्शन आधारित पदोन्नति” नीति पर जोर दिया।
राज्य में जिला नेतृत्व की नियुक्ति की पायलट परियोजना की शुरुआत करते हुए, राहुल ने कांग्रेस नेताओं को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि नियुक्तियां “बिना किसी पूर्वाग्रह या पक्षपात के” की जाए। अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान वह बुधवार को अरावली जिले के मोडासा में ‘संगठन सृजन अभियान’ का शुभारंभ करेंगे। बैठक में मौजूद नेताओं ने बताया कि गांधी का पूरा ध्यान गुजरात से शुरू होने वाली पायलट परियोजना पर है, जहां कांग्रेस तीन दशक से ज्यादा समय से सत्ता से बाहर है और अब वह अपनी जमीन हासिल करना चाहती है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक गयासुद्दीन शेख ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "हमें साफ तौर पर कहा गया है कि हमारा प्रमोशन और डेसिगनेशन (पदनाम) पूरी तरह से हमारे प्रदर्शन पर आधारित होंगे। चूंकि पूरा ध्यान गुजरात पर है, इसलिए राहुल गांधी यहां जीत चाहते हैं। इसके बाद वे मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे अन्य राज्यों में संगठनात्मक सुधारों की पायलट परियोजना को दोहराएंगे। उन्हें उम्मीद है कि अगर हम सभी अच्छी तरह काम करेंगे और अच्छे लोगों का चयन करेंगे, तो कांग्रेस को कोई नहीं रोक सकता।"
शेख ने कहा, "संदेश साफ है कि केवल प्रभावी ढंग से काम करने वाले नेताओं को ही प्रमोशन मिलेगा। केवल चुनावों के दौरान सक्रिय रहने वाले नेताओं को टिकट नहीं मिलेगा। सरकार बनने पर जो लोग अच्छा प्रदर्शन करेंगे, उन्हें ही मंत्री बनाया जाएगा।" गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा, "यह स्पष्ट है कि सबसे योग्य व्यक्ति ही जिला अध्यक्ष बनेगा।" पर्यवेक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे कम से कम तीन दिन तक उन्हें सौंपे गए जिलों में रहें। गुजरात पीसीसी अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने कहा, "तीन दिनों की अवधि के दौरान उम्मीदवारों की क्षमता और कार्यशैली का आकलन करते हुए राय मांगी जाएगी, जिसके आधार पर समिति उनके नाम पेश करेगी।"
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