हमारे पोर्ट का कर लो इस्तेमाल; पूर्वोत्तर पर भारत को आंख दिखाने वाले यूनुस अब गुहार लगाने पर आए
India Bangladesh: चीन में जाकर खुद को समंदर का रक्षक बताने वाले यूनुस अब भारत से गुहार लगाने पर आ गए हैं। यूनुस ने भारत के पूर्वोत्तर राज्यों और नेपाल से बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह का इस्तेमाल करने का आग्रह किया है।

Mohammed Yunus: चीन में जाकर पूर्वोत्तर राज्यों पर भारत को आंख दिखाने वाले मोहम्मद यूनुस अब गुहार लगाने पर आ गए हैं। चटगांव बंदरगाह को बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था का दिल बताते हुए यूनुस ने भारत के पूर्वोत्तर राज्यों और नेपाल से इसका इस्तेमाल करने का आग्रह किया। यूनुस के मुताबिक चटगांव पोर्ट का इस्तेमाल करना तीनों पक्षों के लिए लाभदायक होगा, उनकी सरकार ने इस पोर्ट के इन्फ्रास्ट्रक्चर को विश्व स्तरीय बनाने के लिए इसे वैश्विक ऑपरेटरों को सौंप दिया है।
बांग्लादेश की संगबाद संस्था के अनुसार मुताबिक मुख्य सलाहकार यूनुस ने चटगांव बंदरगाव के न्यू मूरिंग कंटेनर टर्मिनल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इसे देश के विकास के लिए एक बड़ा अवसर बताया। उन्होंने कहा, "यह हमारे लिए एक बड़ा अवसर होगा। एक बार अंतरिम सरकार की योजनाएँ सही से लागू हो जाएं तो इससे देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और हजारों लोगों के लिए रोज़गार के अवसर पैदा होंगे।”
चटगांव बंदरगाह को बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था का दिल बताते हुए मुख्य सलाहकार ने कहा, “यदि दिल कमजोर है, तो कोई भी डॉक्टर इसे बेहतर ढंग से कार्य नहीं करवा सकता। इसलिए हमें इसे विश्वस्तरीय बनाना होगा। इस दिल को हमारे पड़ोसियों से जोड़ा जाना चाहिए। मैंने नेपाल और भारत के सात पूर्वोत्तर राज्यों - सेवन सिस्टर्स का उल्लेख किया है। यदि वे इसमें शामिल होते हैं, तो उन्हें लाभ होगा, और हमें भी। जो नहीं जुड़ेंगे, वे पीछे रह जाएंगे।”
आपको बता दें कि यूनुस ने चीन में जाकर खुद को स्थानीय समंदर का रक्षक बताते हुए उन्हें बांग्लादेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने कहा था कि भारत पूर्वोत्तर राज्यों, जिन्हें सात बहनें भी कहा जाता है। उन्हें अगर समंदर तक पहुंचना है तो बांग्लादेश के पोर्ट का ही इस्तेमाल करना होगा। इसके अलावा नेपाल के लिए भी सबसे करीबी पोर्ट बांग्लादेश का ही पड़ेगा। ऐसे में बांग्लादेश ही क्षेत्र में समंदर का सबसे बड़ा रक्षक है।
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