क्या पहलगाम हमले का संदिग्ध फ्लाइट से पहुंचा श्रीलंका? सूचना मिलते ही हड़कंप, बड़े पैमाने पर जांच
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी में आतंकी हमले में 26 पर्यटकों सहित 27 लोगों की मौत हुई। लश्कर-ए-तैयबा के इस हमले ने भारत-पाकिस्तान तनाव बढ़ाया। एनआईए जांच में आतंकियों की रेकी और डेड ड्रॉप पॉलिसी का खुलासा हुआ।

श्रीलंका की पुलिस ने शनिवार को चेन्नई से कोलंबो पहुंची एक फ्लाइट की तलाशी ली। दरअसल, उन्हें सूचना मिली थी कि पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ा एक संदिग्ध उसमें सवार हो सकता है। श्रीलंका की राष्ट्रीय वाहक श्रीलंकन एयरलाइंस के बयान के मुताबिक, एक फ्लाइट चेन्नई से कोलंबो के बंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुबह 11:59 बजे पहुंची और उसके आते ही बड़े पैमाने पर सुरक्षा जांच की गई। रिपोर्ट में कहा गया कि पहलगाम हमले के संदिग्ध के फ्लाइट में होने की बात से हड़कंप मच गया और बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया
बयान में कहा गया, 'चेन्नई एरिया कंट्रोल सेंटर से अलर्ट मिला। इसके तुरंत बाद लोकल अथॉरिटीज के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध, जो भारत में वॉन्टेड है, शायद प्लेन में सवार होगा। विमान की अच्छे से चेकिंग हुई और फिर उसे आगे के ऑपरेशंस के लिए क्लियर कर दिया गया।' इसमें कहा गया कि श्रीलंकाई एयरलाइंस सभी यात्रियों और क्रू मेंबर की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है। साथ ही, उच्चतम सुरक्षा मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
पहलगाम हमले को अंजाम देने वालों की पहचान
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने कई आतंकियों की पहचान की है। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। जांच के अनुसार, हमले में कुल चार से छह आतंकियों के शामिल होने की बात सामने आई है, जिनमें से कुछ की पहचान हो चुकी है। सुरक्षा एजेंसियों ने तीन संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए हैं जिनके नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह, और अबू तल्हा बताए गए हैं। इसके अलावा, दो स्थानीय आतंकियों की पहचान आदिल हुसैन ठोकर और आसिफ शेख के रूप में हुई है। आदिल, अनंतनाग का रहने वाला है और 2018 में पाकिस्तान जाकर आतंकी प्रशिक्षण ले चुका है।
पहलगाम हमले के 2 अन्य आतंकियों की पहचान हाशिम मूसा (पाकिस्तान सेना का पूर्व कमांडो) और अली भाई (पाकिस्तानी नागरिक) के तौर पर हुई। इस हमले का मास्टरमाइंड लश्कर-ए-तैयबा का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद माना जा रहा है, जो पाकिस्तान में सक्रिय है। इसके अतिरिक्त, 15 स्थानीय ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGW) की पहचान की गई है, जो हमले में सहायता करने के संदिग्ध हैं। इनमें से तीन को हिरासत में लिया गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), जम्मू-कश्मीर पुलिस, और अन्य खुफिया एजेंसियां आतंकियों और उनके नेटवर्क को पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान चला रही हैं।
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