झारखंड के 5 मजदूर अफ्रीका में हुए किडनैप; सोरेन सरकार ने केंद्र से लगाई गुहार
किडनैप हुए मजदूरों के परिजनों ने बताया कि ये मजदूर 2024 के जनवरी महीने में नाइजर गए थे। वहां एक ट्रांसमिशन कंपनी में काम करते थे। वहीं इन्हें किडनैप कर लिया गया है।।

झारखंड के गिरिडीह के बगोदर थाना क्षेत्र निवासी पांच मजदूरों का पश्चिमी अफ्रीका के नाइजर में दो दिन पहले अपराधियों ने अपहरण कर लिया। किडनैप हुए मजदूरों के परिजनों ने बताया कि ये मजदूर 2024 के जनवरी महीने में नाइजर गए थे। वहां एक ट्रांसमिशन कंपनी में काम करते थे। वहीं इन्हें किडनैप कर लिया गया है।
इधर, जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से झारखंड के प्रवासी भाइयों को मदद पहुंचाने की मांग की है। सीएम ने श्रम विभाग को मजदूरों की सुरक्षित वापसी का निर्देश दिया। राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जिन मजदूरों का अपहरण किया गया है, उनमें दोंदलो पंचायत के संजय महतो, चंद्रिका महतो, फलजीत महतो, राजू महतो और मुंडरो के उत्तम महतो शामिल हैं। परिजनों ने बताया कि दो दिन पूर्व सशस्त्र अपराधी कंपनी के कैंप में पहुंचे और सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां चलाने लगे। इसमें करीब 12 सुरक्षाकर्मी मारे गए। जान बचाने के लिए इन मजदूरों ने अपराधियों के सामने सरेंडर कर दिया। इधर, बगोदर के पूर्व विधायक विनोद सिंह ने भी परिजनों से मुलाकात कर मदद का आश्वासन दिया।
नाइजर अफ्रीका का एक देश है। इसका नाम नाइजर नदी के नाम पर पड़ा है। इसकी सीमा सात देशों से लगती है और इसके पास कोई समुद्री सीमा नहीं है। राज्य का 80 फीसदी हिस्सा भूमि क्षेत्र सहारा रेगिस्तान में बसा हुआ है। बीते साल 2023 में यहां सैन्य तख्तापलट हो गया था और लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार के राष्ट्रपति को सेना ने सत्ता से बेदखल कर दिया था।