डीपीआर के अनुसार सड़क का निर्माण की जाए अन्यथा बिल पास नहीं होने दी जाएगी:-मधु कोड़ा
गुवा से जनरल ऑफिस तक बन रही 2 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाए और संबंधित ठेकेदार व...
गुवा । गुवा सेल जनरल ऑफिस से लेकर नुईया फॉरेस्ट चेक नाका तक बन रही 2 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण मैं हो रही भ्रष्टाचार को लेकर इंजीनियर दुर्लभ बांदो सुरीन एवं मुंशी शुक्ला जी को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने डीपीआर लेकर प्रस्तुत होने के लिए बुलाया गया। डीपीआर देखने के बाद मधु कोड़ा ने डीपीआर के अनुसार कार्य नहीं होने पर इंजीनियर दुर्लभ बांदो सुरीन व मुंशी शुक्ला जी को जमकर फटकार लगाई। और कड़े लफ्जों में कहा कि डीपीआर के अनुसार ही कार्य होना चाहिए अन्यथा एक भी बिल पास होने नहीं दी जाएगी। ज्ञात हो कि गुवा से जनरल ऑफिस तक करोड़ों रुपये की लागत से निर्माणाधीन सड़क, ड्रेनेज और पुल-पुलिया में भारी भ्रष्टाचार उजागर हुआ है।
जनता की शिकायत पर शुक्रवार की रात इस सड़क का निरीक्षण करने पहुंचे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता देख गहरी नाराजगी जताई और संबंधित ठेकेदार एवं अभियंता को सोमवार को कार्य स्थल पर बुलाने का निर्देश दिया था। स्थानीय निवासियों की शिकायत थी कि गुवा से जनरल ऑफिस तक बनाई जा रही सड़क में मानकों की जमकर अनदेखी की जा रही है। इसी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मधु कोड़ा शुक्रवार की रात अचानक सड़क निरीक्षण पर निकल पड़े थे। उन्होंने निर्माणाधीन सड़क, ड्रेनेज और पुल-पुलिया की स्थिति को देखा और मौके पर ही कई खामियों की ओर इशारा किया। निरीक्षण के दौरान मधु कोड़ा ने देखा कि सड़क किनारे बन रहे ड्रेनेज की ऊंचाई इतनी ज्यादा है कि वह घरों की खिड़कियों तक पहुंच गई है। यह न केवल तकनीकी दृष्टि से त्रुटिपूर्ण है, बल्कि बारिश के समय जलजमाव और लोगों के घरों में पानी घुसने का खतरा भी बढ़ा रहा है। मधु कोड़ा ने सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि अभी निर्माण पूरा भी नहीं हुआ है, और कई जगहों पर सड़क में दरारें दिखने लगी हैं। पुल-पुलिया की सतह भी समतल नहीं है, जिससे वाहन चालकों को परेशानी होगी और सड़क की उम्र भी घटेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सड़क काफी संघर्ष और लंबे प्रयासों के बाद तीन साल पहले स्वीकृत हुई थी। इससे पहले इस सड़क पर चलना बेहद मुश्किल था, हमने जनता की मांग को सरकार तक पहुंचाया और अंततः परियोजना को स्वीकृति मिली। लेकिन अब जब सड़क बन रही है, तो यह पूरी गुणवत्ता और पारदर्शिता के साथ बने। मधु कोड़ा ने कहा कि उन्होंने निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने वालों को चिन्हित कर लिया है। हमने ठेकेदार और संबंधित अभियंता को निर्देश दिया है कि वे सोमवार को पूरे नक्शे और तकनीकी दस्तावेजों के साथ कार्य स्थल पर उपस्थित हों। हम सोमवार को जनता के साथ मिलकर पुनः निरीक्षण करेंगे।पूर्व मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि यह सड़क जनता के टैक्स के पैसे से बन रही है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम जनता को ठगने नहीं देंगे। अगर तय मानकों के अनुरूप कार्य नहीं हुआ, तो इसकी शिकायत उच्च स्तर पर की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। स्थानीय लोगों ने बताया कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर उन्होंने कई बार अधिकारियों और ठेकेदार से शिकायत की, लेकिन किसी ने कोई संज्ञान नहीं लिया। अब मधु कोड़ा जी ने खुद आकर देखा है, उम्मीद है कि अब कुछ ठोस कदम उठाए जाएंगे,एक स्थानीय नागरिक ने कहा, पूर्व मुख्यमंत्री के इस औचक निरीक्षण के बाद निर्माण एजेंसी पर दबाव बढ़ गया है।
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