Importance of Natural Resources in Economic Development Seminar Held at Noamundi College प्राकृतिक संसाधन किसी भी राष्ट्र के आर्थिक विकास की आधारशिला, Chaibasa Hindi News - Hindustan
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प्राकृतिक संसाधन किसी भी राष्ट्र के आर्थिक विकास की आधारशिला

नोवामुंडी कॉलेज में प्राचार्य डॉ. मनोजित विश्वास के मार्गदर्शन में प्राकृतिक संसाधनों का आर्थिक विकास में महत्व पर सेमिनार आयोजित किया गया। प्रो. परमानंद महतो ने कहा कि जल, जीवन और जमीन का संतुलन...

Newswrap हिन्दुस्तान, चाईबासाSun, 25 May 2025 11:20 PM
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प्राकृतिक संसाधन किसी भी राष्ट्र के आर्थिक विकास की आधारशिला

नोवामुंडी,संवाददाता। नोवामुंडी कॉलेज में प्राचार्य डॉ. मनोजित विश्वास के मार्गदर्शन पर अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. परमानंद महतो की अध्यक्षता में रविवार को आर्थिक विकास में प्राकृतिक संसाधनों का महत्व विषय पर सेमिनार का आयोजन हुआ। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधन किसी भी राष्ट्र के आर्थिक विकास की आधारशिला है। उन्होंने कहा कि जल, जीवन और जमीन इन तीनों ‘ज पर ही पूरी दुनिया टिकी हुई है। जल हमारे अस्तित्व का आधार है, जीवन उसका विस्तार है और जमीन जीवन का आधार है। इन तीनों के संतुलन से ही विकास संभव है। यदि हम इनका दोहन या दुरुपयोग करते हैं, तो न केवल प्राकृतिक संसाधनों का ह्रास होता है, बल्कि समग्र विकास भी बाधित होता है।

इसीलिए, हमें इन तीनों की महत्ता को समझना और उन्हें संरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक है। बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण आवश्यक है : अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. परमानंद महतो ने दुनिया के अन्य देशों की अपेक्षा भारत में तीव्र गति से बढ़ रही जनसंख्या पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के दोहन का मुख्य कारण जनसंख्या का तेज़ी से बढ़ना है। उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण आवश्यक है, क्योंकि जब जनसंख्या नियंत्रण से बाहर हो जाती है तो प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव बढ़ जाता है। इससे न केवल प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण होता है, बल्कि आर्थिक असंतुलन भी पैदा होता है। कार्यक्रम में अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक दिवाकर गोप ने भी इस विषय पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम के अंत में एक कुशल वक्ता के रूप में अपने विचार साझा करने के लिए प्राचार्य के हाथों समिता गोप को प्रथम पुरस्कार और राजकिशोर तिरिया को द्वितीय पुरस्कार स्वरूप पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया गया। इस सम्मान से छात्रों का उत्साह और आत्मविश्वास और भी बढ़ गया। इस अवसर पर प्रतिभागी छात्र- छात्राओं में नमिता गोप, संजना चातोम्बा, भजमति लागूरी,जितेंद्र पुरती, आशिक गोप,अनीता चातोम्बा,सुरू बोबोंगा,राजकिशोर तिरिया आदि ने अपने विचार साझा किए। शिक्षकों में प्रो. परमानंद महतो,दिवाकर गोप, साबिद हुसैन, डॉ. मुकेश कुमार सिंह, राजकरण यादव, धनिराम महतो, संतोष पाठक, नरेश पान,तन्मय मंडल, भवानी कुमारी, शांति पुरती, सुमन चातोम्बा, हीरा चातोम्बा,मंजूलता सिंकू आदि उपस्थित थे।

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