जिला शिक्षा अधीक्षक ने निजी विद्यालयों से मांगा स्पष्टीकरण
चक्रधरपुर में निजी स्कूलों द्वारा मनमाने तरीके से फीस वसूलने और शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ झामुमो नेता राम लाल मुंडा की अगुआई में अभिभावकों ने आंदोलन किया। जिला शिक्षा अधीक्षक ने दो स्कूलों से...

चक्रधरपुर, संवाददाता निजी स्कूलों के मनमानी रुप से फीस वसुलने करने तथा शिक्षा को व्यवसायीकरण किए जाने के खिलाफ झामुमो नेता राम लाल मुंडा की अगुआई में अभिभावकों द्वारा आंदोलन किया गया था। जिसमें जिला शिक्षा अधीक्षक को लिखित रुप से शिकायत की गई है। उसी के आलोक में जिला शिक्षा अधीक्षक पश्चिम सिंहभूम ने चक्रधरपुर के दो निजी स्पष्टीकरण मांगा है। जिसमें कहा है कि मनमानी तरीके से पुन: नामांकन के नाम से अभिभावकों से फीस लिया जा रहा है। मनमानी तरीके से फीस लिए जाने के संबंध में अभिभावकों द्वारा विरोध करने पर उनके बच्चों को प्रताड़ित किया जाता है। साथ ही साथ स्कूल द्वारा पुस्तक, ड्रेस एवं अन्य सामनों की बिक्री की जाती है। जिसकी शिकायत लिखित रुप में अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध कराया गया है। जो कि उच्चाधिकारी के आदेशों एवं विभागीय आदेश तथा झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण (संशोधन) अधिनियम, 2017 का घोर उल्लघंन है। उपरोक्त परिपेक्ष्य में स्कूल स्पष्टीकरण पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर अधोहस्ताक्षरी के समक्ष स्वंय उपस्थित होकर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। वहीं शहर के दो अन्य निजी स्कूल पर मामले की जांच के लिए दो सदस्य का टीम गठित किया गया है। टीम क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी शालिनी डुंगडुंग तथा प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी तपन कुमार सतपति रखा गया है। उसके द्वारा री-एडमिशन के नाम पर फीस की वसूली, पुस्तक, ड्रेस की विद्यालय स्तर पर बिक्री तथा शिक्षकों द्वारा बच्चों को मानसिक प्रताड़ना समेत अन्य विषयों का जांच करेंगे।
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