Maharashtra Police rescued 60 Indian nationals tortured forced cyber slavery in Myanmar थाईलैंड में नौकरी का लालच, म्यांमार ले जाकर कराते रहे ‘साइबर गुलामी’; पुलिस ने 60 भारतीयों को बचाया, India Hindi News - Hindustan
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थाईलैंड में नौकरी का लालच, म्यांमार ले जाकर कराते रहे ‘साइबर गुलामी’; पुलिस ने 60 भारतीयों को बचाया

  • सीनियर अधिकारी ने बताया कि ने बताया कि म्यांमार में प्रवेश करते ही पीड़ितों को सशस्त्र विद्रोही समूह कड़ी सुरक्षा वाले परिसरों में ले जाते थे और उन्हें बड़े पैमाने पर फर्जी निवेश योजनाओं के नाम पर साइबर धोखाधड़ी करने के लिए मजबूर करते थे।

Niteesh Kumar भाषाFri, 11 April 2025 08:09 PM
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थाईलैंड में नौकरी का लालच, म्यांमार ले जाकर कराते रहे ‘साइबर गुलामी’; पुलिस ने 60 भारतीयों को बचाया

महाराष्ट्र पुलिस की साइबर शाखा ने म्यांमार में साइबर गुलामी के लिए मजबूर किए गए 60 से अधिक भारतीय नागरिकों को बचाया है। एक विदेशी नागरिक समेत 5 एजेंट को गिरफ्तार भी किया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने इस संबंध में 3 एफआईआर दर्ज की हैं। अधिकारी ने बताया कि गिरोह चलाने वाले लोग सोशल मीडिया के जरिए पीड़ितों से संपर्क करते थे और उन्हें थाईलैंड व दूसरे पूर्वी एशियाई देशों में उच्च वेतन वाली नौकरियों की पेशकश करते थे। उन्होंने बताया कि एजेंटों ने पीड़ितों के लिए पासपोर्ट और विमान के टिकट का मुहैया कराया और उन्हें पर्यटक वीजा पर थाईलैंड भेज दिया। वहां से उन्हें म्यांमार सीमा पर भेजा गया और छोटी नौकाओं से नदी पार कराकर म्यांमार में प्रवेश कराया गया।

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सीनियर अधिकारी ने बताया कि ने बताया कि म्यांमार में प्रवेश करते ही पीड़ितों को सशस्त्र विद्रोही समूह कड़ी सुरक्षा वाले परिसरों में ले जाते थे और उन्हें बड़े पैमाने पर फर्जी निवेश योजनाओं के नाम पर साइबर धोखाधड़ी करने के लिए मजबूर करते थे। अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर पीड़ितों को बचाया। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि पीड़ितों को बचाने के लिए म्यांमार में घुसकर अभियान चलाया गया था या नहीं। उन्होंने बताया कि पीड़ितों से पूछताछ में एजेंटों और धोखाधड़ी करने वाली कॉल सेंटर कंपनियों के एक नेटवर्क का खुलासा हुआ, जो भारत से नौकरी के इच्छुक लोगों को अपने जाल में फंसाते थे।

रोजगार एजेंसी की आड़ में काम करती रहीं एजेंसियां

अधिकारी ने बताया कि इनमें से कुछ कंपनियां रोजगार एजेंसी की आड़ में काम कर रही थीं। उन्होंने बताया कि मामले में मनीष ग्रे उर्फ ​​मैडी, टाइसन उर्फ ​​आदित्य रवि चंद्रन, रूपनारायण रामधर गुप्ता, जेन्सी रानी डी और चीनी-कजाखस्तानी नागरिक तलनिती नुलाक्सी को भर्ती एजेंट के रूप में काम करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी ने बताया कि मनीष ग्रे उर्फ ​​मैडी एक पेशेवर अभिनेता है जो वेब सीरीज और टेलीविजन कार्यक्रमों में काम कर चुका है। उन्होंने बताया कि ग्रे ने अन्य लोगों के साथ मिलकर कथित तौर पर लोगों की भर्ती की और उन्हें मानव तस्करी के जरिए म्यांमार पहुंचाने में मदद की।