Adivasi Sengal Campaign Urges Protection of Tribal Identity and Culture in Deoghar सेंगेल अभियान : संगठन को किया जाएगा मजबूत, Deogarh Hindi News - Hindustan
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सेंगेल अभियान : संगठन को किया जाएगा मजबूत

देवघर में आदिवासी सेंगेल अभियान की बैठक हुई, जिसमें कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बार्नाड हांसदा ने कहा कि आदिवासी समाज संकट में है। उन्होंने आदिवासी पहचान और संस्कृति की रक्षा के लिए संगठित होने...

Newswrap हिन्दुस्तान, देवघरThu, 27 March 2025 04:02 AM
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सेंगेल अभियान : संगठन को किया जाएगा मजबूत

देवघर,प्रतिनिधि। आदिवासी सेंगेल अभियान की तरफ से बुधवार को देवघर प्रखंड अंतर्गत डुमरियातरी गांव के मांझी थान में मांझी बाबा मुंशी हांसदा की अध्यक्षता बैठक की गई। मौके पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आदिवासी सेंगेल अभियान के दुमका जोनल हेड बार्नाड हांसदा ने कहा कि आज आदिवासी समाज मरने के कगार पर खड़ा है। आदिवासियों का हास -भाषा, जाति, धर्म, नौकरी, इज्जत, आबादी आदि लुट मिट रही है, जिसको बचाना जरूरी है। इसे बचाने के लिए आदिवासी सेंगेल अभियान और इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ही एक मात्र विकल्प हैं। उन्हीं के नेतृत्व में सीएनटी एसपीटी कानून को अभी तक बचाया गया है। सबसे बड़ी आदिवासी भाषा संताली को इन्होंने आठवीं अनुसूची में शामिल कराया है। पेशा कानून के तहत पंचायत चुनाव कराया है। अभी भारत में लगभग 15 करोड़ आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड की मांग, राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त संताली भाषा ओलचिकी को आदिवासी बहुल प्रदेश झारखंड में हर हाल में प्रथम राजभाषा बनाने की मांग, कुर्मी और अन्य जातियों से आदिवासी अस्तित्व को बचाने की मांग, झारखंड में झारखंडी स्थानीय नीति (प्रखंड वार नियोजन नीति) की लड़ाई जारी है। आज महान वीर शहीद सिदो मुर्मू और बिरसा मुंडा का सपना आबुआ दिशुम रे आबुआ राज को इन्हीं के द्वारा स्थापित किया जा सकता है। मौके पर देवघर जिला अध्यक्ष राजेंद्र सोरेन ने कहा कि आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व संसाद सालखन मुर्मू के संदेश को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए सभी सेंगेल कार्यकर्ताओं को देवघर जिला के सभी प्रखंडों में संगठन बनाना है। ताकि आदिवासी समाज में व्याप्त अंधविश्वास नशापन आदि को समाप्त किया जा सके व समाज में एकता स्थापित किया जा सके। वहीं कुकुमुनि हांसदा ने कहा कि संताल परगना में ही आदिवासी का अस्तित्व ज्यादा खतरे में है तो अन्य प्रदेशों का क्या हाल होगा। उन्होंने अपील करते करते हुए कहा कि आगामी 31 मार्च को संताल परगना के दुमका में सेंगेल दिशोम परगना सोनाराम सोरेन उपस्थित होंगे। उसमें सभी अधिक से अधिक कार्यकर्ता शामिल होकर प्रशिक्षण लें। इस अवसर पर बाल गोबिंद मुर्मू, सुशील मरांडी, मिथुन हांसदा, मंडल मुर्मू, सरिता मरांडी, सोनाली किस्कू, शांति सोरेन, हवा मुर्मू, चुनू देवी, सरिता हेंब्रम, सुनीता हेंब्रम, बहाफुल हेंब्रम, मनोकी मरांडी, लोगुनी सोरेन सहित अन्य उपस्थित थे।

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