गुड फ्राइडे को लेकर गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना
मधुपुर में गुड फ्राइडे पर विभिन्न गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। पेंटेकोस्टल होलीनेस चर्च और संत कोलंबस गिरजाघर में श्रद्धालुओं ने यीशु मसीह के बलिदान को याद किया। गुड फ्राइडे के...

मधुपुर। शहरी और ग्रामीण अंचल के विभिन्न गिरजाघरों में गुड फ्राइडे को लेकर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। पेंटेकोस्टल होलीनेस चर्च भेड़वा, संत कोलंबस गिरजाघर, संत जोसेफ गिरजाघर में विशेष प्रार्थना सभा की गई। पेंटेकोस्टल होलीनेस गिरजाघर भेड़वा के पास्टर विश्वनाथ यादव ने श्रद्धालुओं से कहा गुड फ्राइडे एक ऐसा दिन है, जब यीशु मसीह ने धरती पर बढ़ रहे पाप के लिए बलिदान देकर निःस्वार्थ प्रेम की पराकाष्ठा का उदाहरण प्रस्तुत किया। इस दिन यीशु मसीह ने उत्पीड़न और यातनाएं सहते हुए मानवता के लिए अपने प्राण त्याग दिए। सीएनआई गिरजाघर कुण्डू बंगला के सचिव संजय कुमार मुर्मू उर्फ गुड्डू ने बताया ईसाई धर्म ग्रंथों के अनुसार जिस दिन यीशु मसीह ने प्राण त्यागे थे, उस दिन शुक्रवार था और इसी की याद में गुड फ्राइडे मनाया जाता है। लेकिन अपनी मौत के तीन दिन बाद यीशु मसीह पुन: जीवित हो उठे थे और उस दिन रविवार था। इस दिन को ईस्टर सण्डे कहते हैं। गुड फ्राइडे को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे भी कहते हैं। ईसाई समाज में गुड फ्राइडे का खास स्थान है। इस दिन ईसा ने सलीब पर अपने प्राण त्यागे थे। निर्दोष होने के बावजूद जब उन्हें सलीब पर लटका कर मारने का दंड दिया गया तो उन्होंने सजा देने वालों को उलाहना नहीं दी, वरन प्रार्थना करते हुए यह कहा कि हे ईश्वर इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं।
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