84 बच्चों को मिलेगा मिशन वात्सल्य योजना का लाभ
धनबाद में मिशन वात्सल योजना के तहत 84 बच्चों को लाभ देने के लिए बैठक हुई। डीडीसी सादात अनवर ने योजना का उद्देश्य जैविक परिवार से अलग होने से रोकना बताया। इस योजना के तहत 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को...

धनबाद, वरीय संवाददाता मिशन वात्सल योजना के अंतर्गत प्रायोजन एवं पालन पोषण देखरेख अनुमोदन समिति की बैठक गुरुवार को डीसी ऑफिस में हुई। इस दौरान कुल 84 बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ देने पर सहमति बनी। बैठक की अध्यक्षता डीडीसी सादात अनवर ने की। उन्होंने कहा कि स्पॉन्सरशिप योजना का लक्ष्य प्रयोजन सहायता से बच्चों को उनके जैविक परिवार से अलग होने से रोकना है। इसका उद्देश्य ऐसे बच्चों को स्पॉन्सरशिप के माध्यम से उनके जैविक परिवार में भेज कर पुनर्वासित करने में सहायता करना है। योजना के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे जिनके परिवार की कुल वार्षिक आय 72 हजार से ज्यादा नहीं हो, उन्हें लाभ दिया जाता है।
इस योजना के तहत प्रत्येक माह चार हजार रुपए की राशि अधिकतम तीन वर्ष तक देने का प्रावधान है। सर्वसम्मति से 84 आवेदनों को लाभ प्रदान करने के लिए अनुमोदित किया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, संरक्षण पदाधिकारी गैर संस्थागत देखभाल, परियोजना प्रबंधक, विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्था, प्रभारी मिशनरीज ऑफ चैरिटी धनबाद आदि उपस्थित थे। बॉक्स इनको मिलता है स्पॉन्सरशिप : एकल माता-पिता खासकर माता या विधवा के बच्चे, ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है तथा रिश्तेदार की देखरेख में रहते हैं। ऐसा बच्चा जो संपूर्ण परिवार की देखरेख कर रहा है, माता-पिता से परित्यक्त ऐसे बच्चे, दादी-दादी या रिश्तेदार की देखरेख में रह रहे हैं, ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता जेल में हैं। ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता असहाय है या किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। ऐसे बच्चे जिनका गैरकानूनी उद्देश्य के लिए उपयोग किया गया है या किया जा रहा है। एचआईवी /एड्स प्रभावित बच्चों को स्पॉन्सरशिप का लाभ दिया जाता है।
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