बोले धनबाद: स्ट्रीट लाइट और सड़कों की हो मरम्मत तो परेशानी होगी कम
सहयोगी नगर फेज-3 की आबादी बढ़ने के बावजूद यहां बुनियादी सुविधाओं की कमी है। नागरिकों ने शिकायत की है कि बिजली, पानी, स्ट्रीट लाइट और साफ-सफाई की समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल के दिनों में चोरी की...

सहयोगी नगर फेज-3 की आबादी लगभग तीन हजार है। सहयोगी नगर बसी-बसाई कॉलोनी है। यहां अधिकतर लोग दूसरे स्थानों से आकर बसे हैं। यहां निवास करनेवाले अधिकतर लोग नौकरीपेशा हैं। कुछ परिवार रिटायर होने के बाद यहां मकान बना कर निवास कर रहे हैं। रिटायर लोगों में अधिकतर बीसीसीएल के हैं। 20 साल पहले इस कॉलोनी में लोग बसना शुरू किया था। फिलवक्त यहां बड़ी संख्या में घर बन गए हैं। कुछ नए मकान भी बन रहे हैं। मोहल्ले की बसावट घनी होते जा रही है। जिस तेजी से सहयोगी नगर फेज-3 की आबादी बढ़ी है, उस अनुपात में यहां सुविधाएं नहीं बढ़ी हैं। बिजली-पानी, स्ट्रीट लाइट तथा साफ-सफाई की समस्या यहां के लोगों परेशान करती है। हाल के दिनों में चोरी की घटनाएं भी यहां के निवासियों के लिए परेशानी का सबब बन गई हैं।
आठ लेन सड़क से सटा सहयोगी नगर फेज-3 शहर का करीब 20 साल पुराना मोहल्ला है। यहां हर तबके के लोग रहते हैं। नगर निगम क्षेत्र में यह पड़ता है। नगर निगम को टैक्स का भुगतान भी करते हैं। इसके बाद भी यहां सुविधाओं का अभाव है। न प्रशासन के अधिकारी ध्यान देते हैं और न ही नगर निगम की ओर से यहां सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। वार्ड नंबर 23 में स्थित सहयोगी नगर में स्ट्रीट लाइट का अभाव है। सुरक्षा संबंधी परेशानियां भी हैं। पीने के पानी का संकट है। समस्या लंबे समय से बनी हुई है। निगम से कई बार गुहार लगाई गई है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। ऐसा कहना है सहयोगी नगर फेज-तीन से नागरिकों का। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान की बोले धनबाद की टीम सहयोगी नगर में संवाद के लिए गई थी। वहां के लोगों ने अपनी समस्याएं खुल कर रखीं। नागरिकों ने समस्या समाधान के लिए हिन्दुस्तान से पहल का अनुरोध भी किया।
नागरिकों ने कहा कि यहां परेशानियों का अंबार लगा है। बुनियादी सुविधाओं की घोर कमी है। इससे जनजीवन मुश्किल बन गया है। नागरिकों ने बताया कि समस्या समाधान के लिए निगम के अधिकारियों से कई बार बात की गई है। प्रतिनिधिमंडल भी जाकर मिला। जिला प्रशासन से भी गुहार लगाई गई। इसके बाद भी न तो यहां के पानी की समस्या ही दूर हुई न ही स्ट्रीट लाइट लगी। सड़कों की मरम्मत भी यहां वर्षों से नहीं की गई हैं। नागरिकों ने कहा कि सेक्टर नगर फेज-तीन के बनने की शुरुआत हुई थी तो स्ट्रीट लाइटें लगाई गई थी। उस वक्त मोहल्ला रात में भी जगमग करता था। समय के साथ-साथ लाइटें खराब होतीं गई लेकिन न तो इसे बदला गया न ही मरम्मत कराई गई। स्थिति यह है कि रात में निकलने में परेशानी होती है। जब मोहल्ला में नगर निगम द्वारा जितनी भी गलियों में स्ट्रीट लाइट लगाई गई थी, वह जलती थीं। आज सभी गली मोहल्ले में शाम होते ही बिल्कुल अंधेरा छा जाता है। कुछ पोल में बत्तियां आंख मिचौनी करती हैं। नागरिकों ने बताया कि इस मोहल्ले में ही वृद्धाश्रम है। सृष्टि अपार्टमेंट के कोने से लेकर वृद्धाश्रम वाली गली की सड़क वर्षो से आज तक नहीं बनी है। आठ लेन से सटी सीधी सड़क होने के वजह से इसमें तमाम गलियां आकर मिलती हैं।
रास्ता खराब होने की वजह से लोग घूम-घूम कर दूसरी गलियों से आना-जाना करते हैं। प्रधानमंत्री की जल नल योजना की पाइप लगभग हर गली में बिछी तो जरूर है लेकिन पानी कुछ घरों में आता है। इस कॉलोनी के कई घरों की बोरिंग काम नहीं करती है, कारण यह है कि यहां का जलस्तर बहुत ही नीचे चला गया है। हर घर सो नल से जल योजना यदि कारगर होती तो लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिलती। स्थानीय लोगों ने बताया कि कचरा उठाओ गाड़ी तो यहां आती है लेकिन साफ-सफाई की टीम महीने में दो-चार बार ही आती है। निगम की ओर से नाली बनाई गई हैं लेकिन इसके निकासी की व्यवस्था नहीं है। नाली का पानी मोहल्ले के ही एक खाली प्लॉट में गिरता है। वहां जलजमाव होने से बदबू से लोग परेशान रहते हैं। जलजमाव से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। स्थानीय लोगो ने बताया कि इस मोहल्ले में सबसे बड़ी समस्या सुरक्षा की है। हाल के दिनों में चोरी की घटना बढ़ गई है। आए दिन घरों में चोरी हो रही है। पुलिस से शिकायत भी की जाती है। एक-दो दिन पुलिस पेट्रोलिंग करती है बाद में पुराने ढर्रे पर पुलिस लौट जाती है।
सुझाव
1. नगर निगम को स्ट्रीट लाइट की मरम्मत करनी चाहिए ताकि रात में परेशानी नहीं हो।
2. वृद्धाश्रम वाली सड़क का निर्माण निगम को जल्द करना चाहिए, इससे कई गलियों की सड़क जुड़ती है।
3. पुलिस की नियमित गश्त होनी चाहिए ताकि घरों में चोरी छिनतई का मामला काम हो।
4. हर घर को नल से जल की सुविधा का लाभ सभी के घरों में होनी चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर लोग को आसानी से पानी मिल जाए।
5. सहयोगी नगर में निगम की ओर से पार्क व सामुदायिक भवन का निर्माण होना चाहिए ताकि बच्चे, महिला व बुजुर्ग एक जगह बैठकर बातचीत कर सकें।
शिकायतें
1. मुख्य सड़क से वृद्धाश्रम तक की सड़क की वर्षों से मरम्मत नहीं की गई है।
2. अंधेरा होने के कारण मोहल्ले में चोरी की घटना लगातार बढ़ रही है।
3. पुलिस की नियमित गश्त नहीं होने के कारण मनचलों का मनोबल बढ़ता जा रहा है।
4. हर घर को नल से जल की योजना का लाभ किसी सभी घरों को नहीं मिलता।
5. स्ट्रीट लाइट लगने के बाद दोबारा मरम्मत नहीं हुई है। इससे अंधेरा छाया रहता है।
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