शौर्य दिवस पर याद किया गया जवानों की वीरता और बलिदान
शौर्य दिवस पर मौजूद कमांडेंट नृपेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य पदाधिकारी गढ़वा, प्रतिनिधि। जिला मुख्यालय स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल सीआरपीएफ की 172वी

गढ़वा, प्रतिनिधि। जिला मुख्यालय स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल सीआरपीएफ की 172वीं बटालियन मुख्यालय में बुधवार को वीरता और बलिदान का प्रतीक शौर्य दिवस पूरे सम्मान और गर्व के साथ मनाया गया। उस दौरान सीआरपीएफ कैंप ने रक्तदान शिवर का भी आयोजन किया गया। कैंप में 28 यूनिट रक्तदान किया गया। उक्त अवसर पर कमांडेंट नृपेन्द्र कुमार सिंह ने उपस्थित अधिकारियों और जवानों को 9 अप्रैल 1965 की ऐतिहासिक वीरगाथा से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि 9 अप्रैल 1965 को गुजरात के रण ऑफ कच्छ स्थित सरदार पोस्ट पर पाकिस्तानी इन्फैंट्री ब्रिगेड द्वारा किए गए हमले को सीआरपीएफ की द्वितीय बटालियन की एक छोटी टुकड़ी ने न केवल विफल किया था बल्कि दुश्मनों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। इस संघर्ष में 34 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 4 को जीवित पकड़ लिया गया था। इस वीरता की कीमत सीआरपीएफ के 7 वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति देकर चुकाई। उनका यह बलिदान आज भी हमें कर्तव्यनिष्ठा और अदम्य साहस की प्रेरणा देता है। उन्होंने रक्तदान शिविर पर कहा कि रक्त दान महादान है। रक्तदान से बड़ा कोई भी दान नहीं होता है। बकौल कमांडेंट सीआरपीएफ परिवार शौर्य दिवस कार्यक्रम पर रक्तदान शिविर का आयोजन करता है। समारोह में गढ़वा जिले के वीर सपूत शहीद सिपाही शौर्य चक्र से सम्मानित आशीष कुमार तिवारी के पिता अरविंद तिवारी को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। साथ ही सेवा के दौरान वीरता प्रदर्शन के लिए पुलिस मेडल वीरता से सम्मानित उप कमांडेंट यू आर रामेश्वरम और सहायक कमांडेंट नीरज कुमार को भी समारोह में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में द्वितीय कमान अधिकारी कुलदीप कुमार, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. आस्था कोहली, डॉ. शेंकी चंडोक, सूबेदार मेजर रणवीर सिंह, निरीक्षक मंत्रा राजकुमार, सिद्धनाथ सिंह, अमरजीत पांडेय, प्रदीप कुमार सहित बटालियन के जवान मौजूद थे।
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