खैरवा स्थित सोन नदी से पेयजलापूर्ति योजना का नहीं मिल रहा लाभ, कई इलाकों में जलसंकट
फोटो केतार एक: प्रखंड के खैरवा गांव में सोन नदी में जलापूर्ति के लिए बनाया गया टंकी जिलांतर्गत प्रखंड के खैरवा गांव स्थित सोन नदी से जलापूर्ति योजना क

केतार, प्रतिनिधि। जिलांतर्गत प्रखंड के खैरवा गांव स्थित सोन नदी से जलापूर्ति योजना का लाभ अभी तक लोगों को नहीं मिल रहा है। यहां से जिलांतर्गत सभी प्रखंडों में पीने का स्वच्छ पानी पहुंचाने की योजना प्रस्तावित है। सोन नदी हर घर नल से पानी पहुंचाने की योजना अधर में लटकी हुई है। साथ ही बड़े पाइप को रखने के लिए बनाए गए ब्रिज में भी दरार आ गया है। पानी की आपूर्ति शुरू नहीं होने के कारण लोगों को उसका लाभ नहीं मिल रहा है। योजना शुरू नहीं होने से भीषण गर्मी में पानी के अभाव में कई गांवों में हाहाकार मचा हुआ है। स्थानीय लोग बताते हैं कि टंकी का निर्माण कराए जाने के बाद सोन नदी से पानी आपूर्ति करने के लिए बिछाई गई पाइप लाइन से पानी की आपूर्ति शुरू नहीं किया गया है। इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी में लोगों को पीने की पानी की समस्या बढ़ रही है। साथ ही प्रखंड का लाइफ लाइन पंडा नदी के सूखने के कारण पंडा नदी के तट पर बसे दर्जनों गांवों का जलस्तर लगातार घट रहा है। लोगों को इस बात का मलाल है कि सरकार द्वारा लोगों को पीने के लिए स्वच्छ जल आपूर्ति को लेकर अबतक करोड़ों रुपए खर्च किए जाने के बाद भी उनके घरों तक पानी पहुंचाने की योजना का लाभ उन्हें नहीं मिला।
गरमा फसल बर्बाद होने की चिंता
प्रखंड के केतार, मुकुंदपुर, बलीगढ़, परसोडीह और परती कुशवानी पंचायत के किसानों को जलस्तर लगातार घटने से चिंतित हैं। जलस्तर घटने से जहां पीने का पानी की समस्या बढ़ रही है वहीं खेतों में लगाए गई गरमा फसल मूंग, उड़द और सब्जी की खेती चौपट होने के कगार पर है। किसानों ने बताया कि अभी तो गर्मी की शुरुआत हुई है। आने वाले दिनों में जब गर्मी बढ़ेगी तो स्थिति और विकराल होगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।