तिसरी सीओ के खिलाफ किसान जनता पार्टी का आक्रोश मार्च
गिरिडीह में किसानों ने तिसरी प्रखंड में हो रहे अन्याय और पुलिस के अत्याचार के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला। किसान जनता पार्टी ने 7 मई 2025 से अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा की। प्रदर्शनकारियों ने झूठे...

गिरिडीह, प्रतिनिधि। तिसरी प्रखंड में किसानों के साथ हो रहे अन्याय, झूठे मुकदमों की साजिश और पुलिसिया अत्याचार के विरोध में मंगलवार को किसान जनता पार्टी के बैनर तले सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शहर में आक्रोश मार्च निकाला। यह मार्च झंडा मैदान से शुरू होकर टावर चौक, कालीबाड़ी, बस स्टैंड होते हुए एसपी के आवास पहुंचा। इस दौरान किजपा ने कहा कि मांगों को लेकर वे 7 मई 2025 से अम्बेडकर चौक के समक्ष अनिश्चितकालीन शांतिपूर्ण धरना शुरू करेंगे। पार्टी ने कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और संवैधानिक रहेगा। जब तक किसानों को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर जोरदार नारेबाजी की। तख्तियों पर अवधेश सिंह को रिहा करो, निर्दोष किसानों को रिहा करो, सीओ को बर्खास्त करो, झूठा मुकदमा वापस लो, किसानों पर अत्याचार बंद करो आदि नारे लिखे हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधीक्षक को सौंपे गए ज्ञापन में मांग की कि तिसरी थाना कांड संख्या 32/2025 में दर्ज मुकदमा झूठा, दुर्भावनापूर्ण और राजनीतिक साजिश का हिस्सा है, जिसे अविलंब रद्द किया जाए। उन्होंने बताया कि 10 अप्रैल 2025 से पार्टी कार्यकर्ता तिसरी अंचल कार्यालय में रजिस्टर 2 की प्रमाणित प्रति की मांग को लेकर शांतिपूर्ण धरने पर बैठे थे। कई दिनों तक लगातार धरना जारी रहा, जिसके बाद एसडीपीओ द्वारा एक सप्ताह के अंदर प्रति उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन 28 अप्रैल को सीओ द्वारा साजिशपूर्वक कुछ असामाजिक तत्वों से हमला करवाया गया, जिससे अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने न केवल लाठीचार्ज किया बल्कि उल्टे प्रदर्शनकारी किसानों पर ही झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया। किजपा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि अब पुलिस तिसरी क्षेत्र में किसानों के घरों पर रात में दबिश दे रही है, दरवाजा पीट रही है, महिलाओं और बच्चों को डरा रही है। एफआईआर में जिनका नाम तक नहीं है, उन्हें भी प्रताड़ित किया जा रहा है। इस दौरान किजपा ने तीन प्रमुख मांगों को दोहराया। जिसमें तिसरी थाना कांड संख्या 32/2025 को अविलंब रद्द करने, तिसरी सीओ की भूमिका की उच्च स्तरीय जांच करने और पुलिसिया उत्पीड़न पर तत्काल रोक लगाने व निर्दोष ग्रामीणों को सुरक्षा देने की मांग की। प्रदर्शन में छत्रधारी सिंह, रघु मुर्मू, तालो भेंब्रोम, मनोज तुरी, ललिया देवी, बड़ी किस्कू, जोशिल मुर्मू, मुकेश राय, सुमरी मुर्मू, सीता देवी, बदरी राय, सुनीता कुमारी समेत क्षेत्र के कई गांवों से आए सैकड़ों कार्यकर्ता, किसान, महिलाएं और युवा शामिल हुए।
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