Residents of Green City Colony in Hazaribagh Struggle for Basic Amenities बोले हजारीबाग : दस साल बाद भी कच्ची सड़क पर चलने को विवश हैं कॉलोनीवासी, Hazaribagh Hindi News - Hindustan
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बोले हजारीबाग : दस साल बाद भी कच्ची सड़क पर चलने को विवश हैं कॉलोनीवासी

हजारीबाग के ग्रीन सिटी कॉलोनी में पिछले 10 वर्षों से लोग बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यहाँ की सड़कें कच्ची हैं, बिजली के खंभे बांस के हैं और नालियों की व्यवस्था नहीं है। लोग नगर निगम से...

Newswrap हिन्दुस्तान, हजारीबागSun, 25 May 2025 11:45 PM
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बोले हजारीबाग : दस साल बाद भी कच्ची सड़क पर चलने को विवश हैं कॉलोनीवासी

हजारीबाग के हर्नगंज चानो रोड में बसा ग्रीन सिटी कॉलोनी लगभग 10 साल से आबाद है। इस मोहल्ले में करीब तीन सौ से ज्यादा घर बन चुके हैं। इसके बावजूद आज तक पक्की सड़क नहीं है। इससे लोगो को बरसात में भारी परेशानी होती है। यहां नाली की व्यवस्था नहीं होने से सड़क पर गंदा पानी बहता रहता है। लोग नगर निगम क्षेत्र में रहते हैं और टैक्स का भी भुगतान करते हैं, परंतु नगर निगम के तहत मिलने वाली सुविधाओं से यहां के लोग वंचित है। बोले हजारीबाग कार्यक्रम के दौरान हिन्दुस्तान से मोहल्ले के लोगों ने अपनी परेशानियां साझा की।

हजारीबाग। चानो रोड के ग्रीन सिटी में पक्की सड़क नहीं है। लोग नगर निगम में रहकर भी कच्ची सड़क से आने जाने को बाध्य हैं। सड़क तो छोड़िए इन्हें बिजली के लिए खंभे नहीं नसीब हैं। बिजली का बिल भी देते हैं परंतु बिजली के खंभे का इंतजाम नहीं है। शुरुआत के 200 मीटर तक तो बिजली के खंभे हैं परंतु आगे बांस गाड़कर लोग अपने घरों तक तार लटका कर बिजली जला रहे हैं। तेज आंधी और हवा के दिनों में यह बांस का खंभा टूट जाता है। इस कारण इस पर लटके तार झूलने लगते हैं और कई बार चड़चड़ाते हुए आग भी लग गया है। इस कारण मंहगा टीवी, एसी, इंभर्टर और भी बिजली का उपकरण कई बार खराब हो चुका है। बिजली विभाग को कई बार इस बारे में सूचित भी किया गया है की बिजली का स्थाई खंभा लगा दीजिए। बहुत सारे नए घर भी बन गए हैं हर कोई बिजली का बिल भी दे रहा है। मीटर रीडिंग करने वाले भी आते हैं परंतु अभी तक इस दिशा में कोई सुधार नहीं हुआ है। यह समझ में नहीं आता है कि हम लोग गांव छोड़कर जब शहर में आ गए हैं तो अभी भी गांव से खराब सुविधा शहर में ले रहे हैं । गांव के घरों में बिजली के खंबे लगे थे परंतु शहर में आए 3 साल से अधिक हो गया है परंतु अभी तक खंभा नहीं लगा। किसी भी कॉलोनी या बस्ती में चौड़ी सड़के होना खुशी की बात होती है परंतु हमारे कॉलोनी के लिए यह एक अभिशाप बन गया है। इस कॉलोनी की सड़क की चौड़ाई 25 फीट है जो यू टर्न में पुनः मुख्य सड़क से जुड़ जाती है। समस्या यह है कि जब यहां पक्की सड़क के लिए बात की जाती है तो बताया जाता है कि मात्र 12 फीट चौड़ाई का पीसीसी रोड बनेगा। इसका मतलब यह हुआ की 13 फीट केवल कच्चा रहेगा। लोगों की मांग है कि सड़क चौड़ी है तो इसका मतलब यह नहीं कि आधा में सड़क बनेगी और आधा खाली रह जाए। चौड़ी सड़क है तो इसको पूरी तरह से पक्की बना दिया जाए। ग्रीन सिटी कॉलोनी में नाली की भी समस्या है। लोगों ने घर तो बना लिया जिनके बगल में खाली जमीन थी पहले वहां पानी बहाते थे । लेकिन जैसे-जैसे घर बनते चले गए नाली की समस्या और विकराल होते चली गयी। नाली नहीं रहने के कारण घरों का पानी भी रोड पर बहता है जिससे सालों भर सड़क गीला रहता है। दो-चार लोग ऐसे भी हैं जिनका अपना पनसोखा है परंतु हर घर में तो यह संभव नहीं है। जैसे ही परिवार बढ़ता है या किराएदार आते हैं घर का पानी सड़कों पर आ जाता है। समाजसेवी हरिनंदन बाबू कहते हैं नगर निगम से हम लोग कई बार मांग कर चुके हैं कि इस मोहल्ले के लिए एक नाली बना दिया जाए ताकि गंदगी मच्छर और बदबू की समस्या से लोगों को मुक्ति मिल जाए। वहीं कॉलोनी में नल जल योजना के तहत हर घर के पास पानी का कनेक्शन तो हो गया है परंतु अभी तक वह चालू नहीं हुआ है। इसके कारण भी एक बार गड्ढा खोदना पड़ गया। यहां सड़क कच्चा है इसलिए जब भी खुदाई होता है और पानी घरों का बहने लगता है। इसके कारण भी स्थिति खराब हो जाती है। यह कॉलोनी मुख्य सड़क से जो पुराने एनएच 33 और उसके बाईपास की ओर जाती है उससे यू शेप में जुड़ा हुआ है ।इस यू शेप के तहत भी कई सारी शाखाएं हैं।शाखा वाले मोहल्ले में कहीं-कहीं पीसीसी सड़क का निर्माण हुआ है लेकिन मुख्य सड़क और अन्य जगह आज तक बाकी है। प्रस्तुति : गौतम जरूरी सुविधाएं नहीं मिलने से लोगों में रोष ग्रीन सिटी कॉलोनी अब नगर निगम की लापरवाही और अनदेखी का प्रतीक बनती जा रही है। यहां के लोग बीते कई वर्षों से बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सांसद, विधायक, पार्षद से लेकर नगर निगम के अधिकारियों तक दर्जनों बार आवेदन और शिकायतें दी गईं, लेकिन नतीजा शून्य रहा। लोग समय पर टैक्स और बिजली बिल देते हैं, फिर भी सड़क, नाली, बिजली के पक्के खंभे और पानी जैसी जरूरी सुविधाओं से वंचित हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि कॉलोनी में विकास की कोई योजना धरातल पर नहीं दिख रही है। मोहल्लेवासियों को लगता है कि उनका इस्तेमाल केवल वोट बैंक के रूप में किया जा रहा है। सड़क पर बहता है गंदा पानी आमतौर पर चौड़ी सड़कें लोगों के आवागमन के लिए लाभदायक होती हैं, लेकिन इस कॉलोनी में यही चौड़ाई परेशानी का कारण बन गई है। सड़क की चौड़ाई के कारण अब तक उसका पक्कीकरण नहीं हो पाया है। बारिश में कीचड़ और पानी भर जाने से रास्ता चलने लायक भी नहीं रह जाता। कई बार नगर निगम और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की गई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लोग रोजाना भारी कठिनाई का सामना करते हैं और निराशा के शिकार हैं। बांस के खंभों के सहारे बिजली हजारीबाग के ग्रीन सिटी कॉलोनी को बसे दस साल से अधिक समय हो गया है, लेकिन आज भी कई घरों में बिजली आपूर्ति के लिए बांस के खंभों का सहारा लिया जा रहा है। यह अस्थायी व्यवस्था बेहद जोखिम भरी है। तेज हवा या आंधी में ये खंभे गिर जाते हैं, जिससे कॉलोनी में रहने वाले लोगों को जान-माल का खतरा बना रहता है। बिजली विभाग से कई बार शिकायत की गई, लेकिन अब तक पक्के खंभे नहीं लगाए गए हैं। लोगों को डर के साए में रहना पड़ता है। यह स्थिति बदलनी बहुत ज़रूरी है। पाइपलाइन बिछा पर पानी नहीं नल जल योजना के तहत कॉलोनी में पाइपलाइन बिछा दी गई और नलों की भी स्थापना हो चुकी है, लेकिन आज तक एक बूंद भी पानी नहीं आया। यह योजना इस कॉलोनी में केवल दिखावे की बन कर रह गई है। ग्रीन सिटी कॉलोनी के लोगों ने अपने घरों में निजी बोरिंग करवा ली है, फिर भी यह योजना यहाँ लागू की गई। इससे जनता के पैसे की बर्बादी हुई है। सवाल यह है कि जब पानी देना ही नहीं था, तो यह योजना इस कॉलोनी में लागू क्यों की गई? लोग इसे धोखा मानते हैं। नाली का निर्माण जरूरी कॉलोनी में नाली की सुविधा न होने से घरों का गंदा पानी सड़क पर ही बहता है। बरसात के मौसम में यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है। कीचड़, बदबू और मच्छरों से लोगों का जीवन दूभर हो गया है। यदि चौड़ी गलियों के दोनों ओर ढकी हुई पक्की नालियां बना दी जाएं तो सफाई बनी रहेगी और बीमारियों से भी राहत मिलेगी। नाली न होने से पूरे वर्ष भर गंदगी बनी रहती है। इनकी भी सुनिए ग्रीन सिटी के लोगों की समस्याएं बिल्कुल जायज हैं। मैं जल्द ही नगर निगम के अधिकारियों से मिलकर समाधान करवाने की कोशिश करूंगा। यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, यह चिंता का विषय है। इस कॉलोनी में जितनी तेजी से आबादी बढ़ी है, उसी तेजी से सुविधाएं नहीं मिली हैं। समस्या का हल निकालने का प्रयास करूंगा। -मुन्ना सिंह, समाजसेवी हमने लगातार जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों से मिलकर समस्याएं उठाई है। आवेदन भी दिए, कई बार बातें हुईं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ग्रीन सिटी में बिजली, सड़क और नाली की समस्या बहुत गंभीर है। लोग परेशान हैं, पर समाधान नहीं मिल रहा है। निवासियों के साथ हर कदम पर खड़ा हूं। -हरिनंदन बाबू, समाजसेवी सह मुहल्ला निवासी समस्याएं 1. ग्रीन सिटी कॉलोनी में सड़कें चौड़ी होने के बावजूद अब तक पक्की नहीं बनी हैं। 2. आज भी कई जगह बांस के खंभों के सहारे बिजली आपूर्ति की जा रही है। 3. नाली नहीं होने के कारण घरों का गंदा पानी सड़कों पर गिरने से परेशानी होती है। 4. पाइपलाइन और नल लगने के बावजूद अब तक पानी की सप्लाई शुरू नहीं हुई है। 5. शिकायतों के बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। सुझाव 1. नगर निगम को प्राथमिकता के आधार पर सड़कों का पक्कीकरण कराना चाहिए। 2. बिजली विभाग को बांस की जगह मजबूत लोहे या सीमेंट के खंभे लगाने चाहिए। 3. कॉलोनी में दोनों ओर ढंकी हुई पक्की नालियों का निर्माण कराया जाए। 4. संबंधित विभाग को जल्द से जल्द पाइपलाइन सेें पानी की आपूर्ति शुरू करनी चाहिए। 5. कॉलोनी में जनप्रतिनिधि समिति बने जो नियमित रूप से विकास कार्यों की निगरानी करे। कॉलोनीवासियों ने की सुविधा मुहैया कराने की मांग 10 साल से अधिक समय हो गया है ग्रीन सिटी कॉलोनी के बने लेकिन अभी तक लोग पक्की सड़क के लिए तरस रहे हैं। -धनंजय कुमार कच्ची सड़क के कारण लोग गिर कर घायल और दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। छोटे बच्चे को अकेले आने-जाने नहीं देते हैं। -रामविलास दांडी बिजली विभाग को नई खंभा लगाने के लिए कई बार लोग कह चुके हैं। अभी तक इस दिशा में विभाग ने कोई कार्यवाई नहीं हुई। -संजय कुमार सिंह कॉलोनी में नल जल योजना के तहत पाइप बिछा दिया गया, कनेक्शन हो गया है परन्तु आज तक उससे लोगों के घरों तक पानी नहीं आया है। -संजय मेहता सड़के इतनी चौड़ी हैं कि जाम का कोई समस्या नहीं है। पर कच्ची और कीचड़युक्त सड़के अपने आप जाम का कारण बन जाती हैं। -अमित मिश्रा इस कॉलोनी के लिए टेंडर होने के बाद भी सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। सड़क अधिक चौड़ी होने के कारण शायद काम रुका है। -विजय सिंह इस कॉलोनी के मेन रोड में लाइट का कोई प्रबंध नहीं है। सोलर लाइट होने से अंधेरे में भय और किसी तरह का कोई दुर्घटना नहीं होता। -अनिल कुमार पांडे मेन रोड से ये नीचे ढाल पर ये कॉलोनी बसा है। नाली रहने से पानी ढाल से तुरंत बह जाता। बरसात के दिनों में स्थिति और भी बततर हो जाता है। -संजय कुमार कॉलोनी में बांस के खंभा गाड़कर लोग बिजली तार अपने घरों तक ले जाते हैं। तेज आंधी और हवा के कारण तार में आग लग गया। -डॉ अशोक राम नाली नहीं होने से घरों का पानी सड़कों पर बहता है। बरसात में और भी मुसीबत होता है। मच्छर, गंदगी, बदबू से लोग परेशान हैं। -मुरारी सिंह कॉलोनी में पक्की सड़क नहीं होने से पूरे रास्ता में कीचड़ भरा रहता है। पैदल चलने में भी कठिनाई होता है। कीचड़ के कारण टायर फंस जाता है। -अनिल सिंह सीमेंट का खंभा नहीं होने से कई बार शॉर्टसर्किट होने से महंगा टीवी, फ्रीज, एसी और सामान खराब हो गया है। सामान लेने से डरते हैं। -कर्मचारी साव

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