एमजीएम डिमना में 4 अप्रैल से हृदय और न्यूरो की ओपीडी होगी शुरू
एमजीएम अस्पताल डिमना में 4 अप्रैल से न्यूरो और हृदय रोग की ओपीडी शुरू होगी। इसके लिए चार डॉक्टरों से समझौता किया गया है। मरीज अब साकची में भर्ती होकर इलाज कर सकेंगे, जिससे उन्हें बाहर जाने की जरूरत...

एमजीएम अस्पताल डिमना में 4 अप्रैल से न्यूरो और हृदय रोग की ओपीडी में शुरू हो जाएगी। ओपीडी का उद्घाटन उपायुक्त कर सकते हैं। हृदय और न्यूरो विभाग की ओपीडी शुरू करने की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। शनिवार को अस्पताल प्रशासन और इन विभागों के दो विशेषज्ञ डॉक्टर से समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हो गया। ये दोनों डॉक्टर सप्ताह में दो दिन सेवा देंगे। इसके अलावा जब भी जरूरत होगी, उन्हें बुलाया जा सकेगा। दो अन्य डॉक्टरों से भी जल्द होगा समझौता
कुल चार डॉक्टरों से ओपीडी शुरू करनी है। इसमें हृदय रोग के एक, न्यूरो सर्जरी के दो और कैंसर के एक डॉक्टर की ओपीडी शुरू होगी। लेकिन शनिवार को हृदय के एक और न्यूरो सर्जरी के एक डॉक्टरों के साथ ही समझौता हो सका। समझौता पत्र पर हस्ताक्षर के बाद अनुमति के लिए स्वास्थ्य विभाग रांची को भी भेजा जाएगा। न्यूरो फिजिशियन के एक डॉक्टर के साथ कुछ और बातचीत के बाद यह समझौता होगा। वहीं, कैंसर के डॉक्टर रांची से जब भी आएंगे, उनके साथ अस्पताल प्रशासन समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करेगा। ओपीडी की शुरुआत के लिए उपायुक्त को बुलाया गया है। ओपीडी शुरू होने से हृदय रोग और न्यूरो के मरीजों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
साकची अस्पताल में भर्ती होंगे हृदय और न्यूरो के मरीज
कोल्हान के गंभीर मरीजों के इलाज को एमजीएम अस्पताल में जल्द ही बड़ी सुविधा मिलेगी। यहां हृदय और न्यूरो के मरीज जल्द ही भर्ती किए जा सकेंगे। इसके लिए तैयारी चल रही है। एमजीएम अस्पताल साकची में कोल्हान सहित आसपास के जिलों सहित राज्यों के मरीज भी इलाज कराते हैं। अबतक गंभीर बीमारी के मरीजों का इलाज नहीं हो पाता है, जिससे उन्हें दूसरी जगह भेजना पड़ता था। मरीज रिम्स में जाते थे या फिर निजी अस्पतालों में इलाज कराना पड़ता था।
हृदय रोग और न्यूरो के मरीजों का इलाज 4 अप्रैल से ओपीडी में शुरू हो जाएगा। इन डॉक्टरों का भुगतान आयुष्मान से होगा। भुगतान के लिए मरीजों को भर्ती करना भी जरूरी होगा, ताकि आयुष्मान से राशि एकित्रत हो सके। अस्पताल में इन विभागों के तैयार होने में देर हो रही है। इसलिए हृदय और न्यूरों के मरीजों को मेडिसिन विभाग में भर्ती किया जाएगा। जबतक पूर्ण रूप से विभाग नहीं खुल जाता है, तबतक हृदय और न्यूरो के मरीजों को एमजीएम साकची के मेडिसिन विभाग में भर्ती किया जाएगा।
मरीजों को होगी सहूलियत, लाखों रुपये बचेंगे
गंभीर बीमारी के इन मरीजों को अबतक रिम्स या निजी अस्पतालों में जाकर इलाज कराना होता था , लेकिन अब इन मरीजों को यही भर्ती होकर इलाज कराने की सुविधा मिलेगी। इससे उन्हें इलाज में आने वाली लाखों की खर्च से छुटकारा मिल जाएगा।
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