एनआईटी जमशेदपुर में सतत ऊर्जा नवाचार पर मंथन
एनआईटी जमशेदपुर में शुक्रवार को मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा सतत ऊर्जा नवाचार पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यक्रम 23 से 27 मई तक चलेगा, जिसमें शिक्षाविदों और उद्योग के...

एनआईटी जमशेदपुर में शुक्रवार को मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की ओर से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें सतत ऊर्जा नवाचार विषय पर चर्चा की गई। यह कार्यशाला सह लघु-अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम (एसटीटीपी) 23 मई से 27 मई तक चलेगा। इसमें शिक्षाविदों, उद्योग जगत के पेशेवरों और शोधकर्ताओं ने टिकाऊ ऊर्जा समाधानों को लेकर अपने अनुभव साझा करेंगे। कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में एनआईटी के निदेशक एवं मुख्य संरक्षक प्रो. गौतम सूत्रधार तथा दक्षिण-पूर्वी नॉर्वे विश्वविद्यालय के प्रो. संजीव कुमार पद्मनाभन उपस्थित थे। प्रो. पद्मनाभन ने भारत की शुद्ध-शून्य कार्बन महत्वाकांक्षाओं को साकार करने के लिए अंतःविषय सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
मौके पर उप निदेशक प्रो. आरवी. शर्मा, अनुसंधान एवं परामर्श के डीन प्रो. सतीश कुमार और अकादमिक डीन प्रो. एमके सिन्हा सहित कई प्रतिष्ठित अतिथियों ने भाग लिया। कार्यशाला की सफलता में मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभागों की अहम भूमिका रही। डॉ. परमानंद कुमार और डॉ. संजय ने विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा अक्षय ऊर्जा प्रणाली, टिकाऊ डिज़ाइन पद्धतियां, स्मार्ट ग्रिड एकीकरण, ऊर्जा रूपांतरण और भंडारण जैसे दूरदर्शी विषयों पर सत्र लिए गए। कार्यक्रम का समन्वय आयोजन समिति ने किया, जिसमें संयोजक प्रो. प्रभा चंद, डॉ. कुमारी नम्रता और डॉ. जितेंद्र कुमार के साथ विभागीय समन्वयक डॉ. दुलारी हंसदा, डॉ. आलोक कुमार रे, डॉ. अभिषेक शर्मा, डॉ. सूर्यप्रकाश और डॉ. वीरप्रताप मीना शामिल थे।
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