डॉक्टर-इंजीनियर बनने के लिए झारखंड सरकार की फ्री योजना, हॉस्टल भी मिलेगा; किसे होगा फायदा
- झारखंड सरकार की तरफ से एक फ्री कोचिंग की शुरुआत होने जा रही है। इस कोचिंग में इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्रों को मुफ्त में तैयारी करवाई जाएगी। इसमें हॉस्टल सुविधा भी दी जाएगी।

झारखंड में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चे भी अब डॉक्टर और इंजीनियर बनने के लिए आसानी से प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे। इसके लिए झारखंड सरकार ने आवासीय कोचिंग सेंटर की व्यवस्था शुरू करने की घोषणा की है। जमशेदपुर में गुरुवार को बातचीत के दौरान शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने बताया कि आवासीय कोचिंग सेंटर में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को मेधा के आधार पर डॉक्टर-इंजीनियर, आईएएस वआईपीएस की पढ़ाई के लिए तैयार किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि इस 10 माह की इस कोचिंग में सब कुछ नि:शुल्क होगा। पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। बच्चों की किताबें और खान-पान की व्यवस्था भी नि:शुल्क होगी। शिक्षा मंत्री ने बताया कि हेमंत सोरेन सरकार झारखंड में शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं को हर तरह के विकल्प देने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसका लाभ बच्चों को मिल रहा है।
झारखंड को अब आईएएस-आईपीएस के साथ-साथ डॉक्टर और इंजीनियर की जरूरत है। इसलिए इस आवासीय कोचिंग की सुविधा दी जा रही है। बहुत जल्दी विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी, ताकि झारखंड के बच्चे बड़े पदों पर बैठने के योग्य बन सकें। झारखंड के विकास के लिए झारखंड के विद्यार्थियों के योगदान को सुनिश्चित करना भी सरकार की प्राथमिकता में है। मंत्री ने कहा कि इस दिशा में काम तेजी से हो रहे हैं।
25 की जगह 50 छात्र भेजे जाएंगे विदेश
शिक्षा मंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार की ओर से यहां के 25 विद्यार्थियों को विदेश में पढ़ने के लिए भेजा जा रहा था। विदेश में पढ़ाई का पूरा खर्च झारखंड सरकार उठाती है। अब हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार ने 25 विद्यार्थियों की जगह 50-50 विद्यार्थियों का हर साल विदेश भेजने का कार्यक्रम शुरू किया है। इस योजना के तहत एक-एक विद्यार्थी पर विदेश में पढ़ने के लिए 25-25 लाख की राशि खर्च की जा रही है।
सभी जिलों में खोले जाएंगे कृषि महािवद्यालय
रामदास सोरेन ने कहा कि झारखंड के विकास के लिए हेमंत सोरेन सरकार का ब्लूप्रिंट तैयार है। इसमें शिक्षा को विशेष महत्व दिया गया है। सरकार की सोच है कि झारखंड के बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे तो स्वतः झारखंड का विकास होगा। इसलिए ज्यादा से ज्यादा कौशल युक्त शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी के तहत कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है। साथ ही कृषि महाविद्यालय सभी जिलों में खोलने की पहल कर दी गई है।