Jharkhand weather news extreme heat temperature rise water shortage imd latest Mausam news झारखंड के इन इलाकों में भीषण गर्मी का प्रकोप,40 डिग्री के पार पारा,जल संकट भी गहराया, Jharkhand Hindi News - Hindustan
Hindi Newsझारखंड न्यूज़Jharkhand weather news extreme heat temperature rise water shortage imd latest Mausam news

झारखंड के इन इलाकों में भीषण गर्मी का प्रकोप,40 डिग्री के पार पारा,जल संकट भी गहराया

झारखंड में गर्मी का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है। संथाल परगना क्षेत्र में भीषण गर्मी का दौर जारी है। अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार जा रहा है। मौसम अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान रांची समेत राज्य के दक्षिणी और मध्य भागों में गरज के साथ बारिश और बूंदाबांदी भी हुई।

Utkarsh Gaharwar लाइव हिन्दुस्तान, रांची, भाषाSun, 11 May 2025 03:29 PM
share Share
Follow Us on
झारखंड के इन इलाकों में भीषण गर्मी का प्रकोप,40 डिग्री के पार पारा,जल संकट भी गहराया

झारखंड में गर्मी का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है। संथाल परगना क्षेत्र में भीषण गर्मी का दौर जारी है। अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार जा रहा है। मौसम अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान रांची समेत राज्य के दक्षिणी और मध्य भागों में गरज के साथ बारिश और बूंदाबांदी भी हुई। रांची के मांडर में 12.8 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि बोकारो थर्मल मौसम केंद्र में 10.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

रांची मौसम विज्ञान केंद्र के उप निदेशक अभिषेक आनंद ने कहा,"राज्य के उत्तर-पूर्वी भाग खासकर संथाल परगना के जिलों में रविवार को गर्म और उमस भरा मौसम रहने का अनुमान है। वहीं,दक्षिणी और मध्य हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने और तेज हवाएं चलने की संभावना है।" भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि राज्य के देवघर,जामताड़ा,पाकुड़,गोड्डा,साहिबगंज,दुमका,धनबाद और गिरिडीह में 16 मई तक गर्म हवाएं चल सकती हैं।

शनिवार को पाकुड़ राज्य का सबसे गर्म जिला रहा जहां अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं,जमशेदपुर और डालटनगंज में तापमान क्रमशः 40.3 और 40.1 डिग्री सेल्सियस रहा। भीषण गर्मी के बीच राज्य भर में करीब 74,500 ट्यूबवेल खराब हो गए हैं। वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि खराब पड़े ट्यूबवेल की मरम्मत के लिए 259 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं।

उन्होंने एक बयान में कहा,"पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने बताया कि एक अप्रैल तक लगभग 74,500 ट्यूबवेल खराब थे।" उन्होंने कहा कि सभी जिलों के उपायुक्तों को जल्द से जल्द आवंटित धनराशि से ट्यूबवेल की मरम्मत करने को कहा गया है ताकि लोगों को जल संकट का सामना न करना पड़े।