Closure of 50-Year-Old Road Disrupts Connectivity Between Relighada and Washari Colony बोले रामगढ़ : वर्षों पुरानी सड़क बंद होने से लोग परेशान, Ramgarh Hindi News - Hindustan
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बोले रामगढ़ : वर्षों पुरानी सड़क बंद होने से लोग परेशान

रेलीगढ़ा और वाशरी कॉलोनी को जोड़ने वाली 50 साल पुरानी सड़क के बंद होने से स्थानीय लोगों को 5 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। कोलियरी प्रबंधन से कई बार मांग करने के बावजूद सड़क नहीं खोली गई है,...

Newswrap हिन्दुस्तान, रामगढ़Sat, 29 March 2025 01:35 AM
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बोले रामगढ़ : वर्षों पुरानी सड़क बंद होने से लोग परेशान

रेलीगढ़ा और वाशरी कॉलोनी को जोड़नेवाली 50 साल से ज्यादा पुरानी सड़क बंद होने से रेलीगढ़ा कॉलोनी के लोगों को पांच किमी अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। इसे चालू करने के लिए कॉलोनी के लोगों के साथ मुखिया और जनप्रतिनिधियों ने रेलीगढ़ा कोलियरी प्रबंधन से कई बार मांग की है। इतना ही नहीं मुखिया और जनप्रतिनिधियों ने प्रबंधन से साथ वार्ता भी की लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला। सड़क को चालू नहीं करने से हजारों लोगों के आवागमन में काफी परेशानी का सामाना करना पड़ता है। गिद्दी। हजारीबाग जिला के डाड़ी प्रखंड का सबसे पुराना कोलियरी रेलीगढ़ा कोलियरी है। साथ ही यहां लगने वाला रविवार हाट बाजार भी काफी पुराना है। रेलीगढ़ा निवासी सीसीएल अरगड्डा क्षेत्र से रिटायर सीसीएल कर्मी बसंत कुमार, रेलीगढ़ा बाजार में मेडिकल दुकान के संचालक ददन सिंह, पुरुषोत्तम सिंह बिल्ला सहित बाजार के लोगों ने बताया की रेलीगढ़ा में वर्ष 1947-48 से कोलियरी चल रही है। सबसे पहले वर्ड कंपनी, फिर कछी कंपनी, फिर वर्ड कंपनी कोलियरी चलाया। इसके बाद एनसीडीसी और फिर सीसीएल कोलियरी से उत्पादन कर रही है।

इनलोगों ने बताया की रेलीगढ़ा से वाशरी कॉलोनी आने जाने का सड़क शुरू से था। इसी सड़क से रेलीगढ़ा और इस क्षेत्र के लोग तत्कालीन डाड़ी पंचायत आते जाते थे और डाड़ी पंचायत के विभिन्न गांव के लोग रेलीगढ़ा में बाजार करने आते थे। जिसे लगभग 3 वर्ष पहले रेलीगढ़ा कोलियरी प्रबंधन ने खदान के विस्तारीकरण के दौरान बंद कर दिया है। पर प्रबंधन इसके बदले लोगों को आने जाने के लिए कोई वैकल्पिक सड़क नहीं बनाया है। जबकि इस सड़क से रेलीगढ़ा और वाशरी कॉलोनी के 10 हजार लोगों के अलावे विभिन्न गांव के हजारों लोग रेलीगढ़ा बाजार आते जाते थे।

रेलीगढ़ा कोलियरी प्रबंधन के उक्त सड़क को बंद करने से उक्त सभी को 5 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करके गिद्दी ए होते हुए एक दूसरे जगह के लोगों को आना जाना पड़ता है। रेलीगढ़ा वासियों का कहना है इस सड़क के बंद कर देने से रेलीगढ़ा के छोटे व्यवसायियों के व्यापार में काफी गिरावट आई है। पहले जब यह सड़क सही था। लोग इस सड़क से आते जाते थे। तब रेलीगढ़ा बाजार में देर शाम तक खूब चहल पहल हुआ करता था। गांव से आने जाने वाले और लोकल सेल में काम करने वाले रेलीगढ़ा बाजार से अपनी जरुरत का सामान खरीदते थे। पर जब से इस सड़क को कोलियरी प्रबंधन ने बंद किया है। तब से न सिर्फ आने जाने वालों को परेशानी बढ़ी है बल्कि रेलीगढ़ा बाजार के दुकानदारों में अनश्चितता और निराशा का माहौल उत्पन्न हो गया है। साथ उनकी दुकानदारी में आई कमी के कारण दुकानदारों और व्यापारियों को अनेको तरह की दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है।

लोगों का कहना है इस रास्ता के बंद होने से न सिर्फ रेलीगढ़ा बाजार के लोगों को नुकसान हुआ है बल्कि डाड़ी प्रखंड के एकलौते वर्ग 1 से 12 वीं तक के सरकारी विद्यालय में पढ़ने के लिए मिश्राइनमोढ़ा, पछाड़ी, गिद्दी सी वाशरी कॉलोनी, कुरकुट्टा, गिद्दी बस्ती, केंदीया टोला, पोटममोढ़ा के ग्रामीण छात्र- छात्राओं को अधिक दूरी तय करके स्कूल आना जाना पड़ रहा है। इतना ही नहीं रेलीगढ़ा में अब गांव से काम करने वाले मजदूर और मिस्त्री तक कम आने लगे हैं। जिससे रेलीगढ़ा कॉलोनी के लोगों को मजदूर मिस्त्री की कमी हो रही है और इसके लिए मजदूर और मिस्त्री खोजने में लोगों को काफी दिक्कत उठाना पड़ रहा है। साथ अधिक मजदूरी भी चुकाना पड़ रहा है। रेलीगढ़ा और वाशरी कॉलोनी के लोगों ने क्षेत्र के बड़े जन प्रतिनिधियों कि ओर से इस सड़क को चालू करने के लिए कभी प्रयास नहीं करने का भी मलाल है। इनका मानना है ट्रेड यूनियन इसे गंभीरता से लेते हुए प्रबंधन से बात करते तो हल निकल सकता था। पर वे न जाने क्यों इस मामले में चुप्पी साध बैठे हैं। रेलीगढ़ा के लोगों ने कहा की सड़क किसी भी जगह के लिए आर्थिक गतिविधियों की रीढ़ की हड्डी के रूप में कार्य करता है। जहां क्षेत्र के लोगों को आपस में जोड़ता और एकजुट करता है। वहीं मजबूत बुनियादी ढांचे वाले क्षेत्रों में निवेश करने की अधिक संभावना भी तैयार करता है।

कई गांव के क्रेता-विक्रेता आते हैं रेलीगढ़ा बाजार में

डाड़ी प्रखंड के दो बड़ी और प्रमुख बाजार में से एक रेलीगढ़ा का हाट बाजार है। जहां डाड़ी प्रखंड के दर्जनों गांव की ही नहीं बड़कागांव के प्रखंड के गरसुल्ला, नापो जैसे गांव के लोग भी सामान खरीदने और बेचने आते जाते हैं। पर रेलीगढ़ा और वाशरी कॉलोनी को जोड़ने वाला रास्ता बंद कर देने से उक्त सभी गांवों के क्रेता और विक्रेता को यहां आने के लिए गिद्दी जाना पड़ता है। ऐसे में कई लोग रेलीगढ़ा नहीं जाकर गिद्दी के बाजार में खरीददारी कर लेते हैं। अथवा भुरकुंडा बाजार चले जाते हैं।

पांच किमी अतिरिक्त दूरी तय करना मजबूरी

रेलीगढ़ा कॉलोनी के लोगों के लिए रेलीगढ़ा वाशरी कॉलोनी का बंद रास्ता इनके लिए सबसे बड़ी समस्या बनी चुकी है। रेलीगढ़ा कॉलोनी के लोगों को कहना है कि इस रास्ता के बंद हो जाने से यहां के लोगों को आर्थिक, राजनीतिक, समाजिक सभी तरह से नुकासन हुआ है। इनका कहना है किसी भी स्थान के लिए अंतर-क्षेत्रीय संपर्क बहुत जरुरी होता है। कृषि सहित अन्य व्यवसाय और सेवाएं एक-दूसरे पर निर्भर हैं। उक्त सड़क इस क्षेत्र को जोड़ने में काफी मदद करती हैं। जिससे वस्तुओं, सेवाओं और सूचनाओं का निर्बाध प्रवाह होता है। पर रेलीगढ़ा वासियों के साथ दिक्कत है कि उनका सबसे जरुरी रास्ता ही बंद कर दिया गया है। अथवा उनके विकास को ही अवरुद्ध कर दिया गया है।

छात्रों को होती है ज्यादा परेशानी

रेलीगढ़ा प्लस टू हाई स्कूल में गिद्दी रेलीगढ़ा के छात्र छात्राओं के साथ गिद्दी बस्ती, कुरकुट्टा, पछाड़ी, मिश्राइनमोढ़ा सहित अन्य गांवों के सैकड़ों छात्र- छात्राएं पढ़ने आते हैं। जिसमें गिद्दी बस्ती, कुरकुट्टा, पछाड़ी, मिश्राइनमोढ़ा सहित अन्य गांवों के छात्र-छात्राएं को इस स्कूल में आने जाने के लिए एक मात्र रास्ता रेलीगढ़ा और वाशरी कॉलोनी का रास्ता था। इसके बंद होने से उक्त गांव के छात्रों को काफी परेशानी होती है।

ग्रामीण कई बार लगा चुके हैं गुहार

रेलीगढ़ा और वाशरी कॉलोनी के बंद रास्ता को चालू करने के लिए रेलीगढ़ा और वाशरी कॉलोनी के सैकड़ो लोग हस्ताक्षर युक्त मांग पत्र सौंप चुके है। जिसमें दोनो कॉलोनी के लोग उक्त रास्ता चालू करने की मांग किया है। हस्ताक्षर युक्त मांग पत्र में कॉलोनी के लोगों ने कहा है कि रेलीगढ़ा कोलियरी के शुरूआती समय से उक्त रास्ता चालू है जिससे डाड़ी क्षेत्र के विभिन्न गांव के लोग आते जाते थे। जिसके बंद होने से लोगों को परेशानी हो रही है। इतना ही नहीं मुखिया जनप्रतिनिधि की इस बंद सड़क को चालू करने के लिए दो-तीन दफा वार्ता भी कर चुके हैं।

बताते हैं इसके बाद सड़क बनाने की प्रक्रिया भी शुरू किया गया। जिसे किन्हीं कारणों से बंद कर दिया गया है।

चार पंचायत पार कर जाना होता है

रेलीगढ़ा पूर्वी पंचायत सचिवालय

गिद्दी। रेलीगढ़ा पूर्वी पंचायतवासियों को वाशरी कॉलोनी जाने वाली सड़क बंद होने के कारण चार पंचायत पार करके पंचायत सचिवालय जाना पड़ता है। जिससे रेलीगढ़ा पूर्वी पंचायत वासियों के मन में रोष और गुस्सा है। ग्रामीणों का कहना है अन्य जगहों का जहां दिनों दिन विकास हो रहा है वहीं रेलीगढ़ा पूर्वी पंचायत के आवागमन का सड़क तक बंद कर दिया गया है। पंचायतवासियों के पास जो सुविधा उनके पास पच्चासों साल से उनके पास थी वह भी छीन ली गई है।

बता दें रेलीगढ़ा पूर्वी पंचायत में रेलीगढ़ा एमपीआई कॉलोनी, रेलीगढ़ा बाजार और कॉलोनी के एक हिस्सा के साथ वाशरी कॉलानी और पछाड़ी गांव भी पड़ता है। इसलिए रेलीगढ़ा पूर्वी पंचायत का पंचायत सचिवालय पछाड़ी गांव में बना है। जहां जाने के लिए रेलीगढ़ा के पोस्ट ऑफिस कॉलोनी, एमपीआई के लोगो को रेलीगढ़ा पश्चिमी, हेसालौंग पंचायत के दोतल्ला कॉलोनी पार करते हुए गिद्दी के तीन पंचायत गिद्दी क पंचायत, गिद्दी ख पंचायत और गिद्दी ग पंचायत पार करके रेलीगढ़ा पूर्वी पंचायत सचिवालय जाना पड़ता है। जिसके कारण कई लोगों को पंचायत सचिवालय जाने के लिए भी सोचना पड़ता है। कई बार ग्रामीणों से प्रबंधन से सड़क को चालू करने की मांग की है लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला। सड़क अबतक चालू नहीं हुई है।

शिकायतें

1. 50 वर्ष पुरानी सड़क बंद होने से रेलीगढ़ा का वाशरी कॉलोनी के लोगों से संपर्क टूट गया।

2. रेलीगढ़ा प्लस टू हाई स्कूल में गांव क्षेत्र की पढ़ने आने जाने वाले छात्रों को परेशानी बढ़ी।

3. रेलीगढ़ा से वाशरी कॉलोनी जाने के लिए लोगों को पांच किमी धूमना पड़ता है।

4. रेलीगढ़ा हाट बाजार से गांव के लोगों के आवागमन में परेशानी होती है।

5. सड़क के बंद होने से रेलीगढ़ा बाजार के व्यवसायियों के दुकानदारी भी घट गई है।

सुझाव

1. रेलीगढ़ा कोलियरी प्रबंधन कॉलोनी की वर्षों पुरानी सड़क को जल्द चालू करे।

2. फिलहाल वैकल्पिक सड़क बनाकर लोगों को आने-जाने की सुविधा देने की जरूरत है।

3. सड़क को प्रबंधन जल्द चालू करे ताकि के लोगों को आवागमन में सहूलियत हो।

4. कम से कम छोटे वाहनों के आवागमन के लिए सड़क चालू होनी चाहिए।

5. दुकानदार और व्यवसयियों के हितों को ध्यान में रखते हुए सड़क अविलंब चालू हो।

इनकी भी सुनिए

रेलीगढ़ा-वाशरी कॉलोनी की पुरानी सड़क कोलियरी के बीचों बीच खदान क्षेत्र से गुजरा हुआ था। उस सड़क से कोयला ट्रांसपोर्टिंग होता है। इस सड़क से आमलोगों का आवागमन होगा तो कभी भी दुर्घटना हो सकती है। इसलिए दुर्घटना से बचने के लिए प्रबंधन ने खदान क्षेत्र से गुजरा हुआ रेलीगढ़ा वाशरी कॉलोनी का सड़क बंद किया है। कॉलोनी के लोगों के लिए अस्थायी सड़क अगल से बनेगी।

-एएन सिंह, पीओ रेलीगढ़ा परियोजना

रेलीगढ़ा पूर्वी पंचायत के मुखिया बनने के साथ ही वह रेलीगढ़ा कोलियरी प्रबंधन से मिलकर रेलीगढ़ा और वाशरी कॉलोनी के बंद सड़क को चालू करने के लिए दो तीन बार वार्ता की हैं। प्रबंधन तैयार भी हुई थी और सड़क बनवाना शुरू भी किया था। पर न जाने क्यों फिर सड़क बनाने का कार्य प्रबंधन ने रोक दिया है। मुखिया ने कहा इसके लिए वह एक बार फिर कोलियरी प्रबंधन से मिलकर बता करके मांग करेंगी।

लता सिंह, मुखिया रेलीगढ़ा पूर्वी पंचायत

ग्रामीणों ने कहा- अविलंब सड़क चालू की जाए

प्रबंधन साजिश के तहत कॉलोनी की वर्षों पुरानी सड़क को बंद किया है, ताकि रेलीगढ़ा बाजार के दुकानदारों को क्षति हो और वे पलायन कर जाएं। -गुंजन साव, मुखिया रेलीगढ़ा पश्चिमी पंचायत

रेलीगढ़ा और वाशरी कॉलोनी की सड़क से डाड़ी के विभिन्न गांव के ग्रामीण किसान और उत्पादक रेलीगढ़ा बाजार आते थे। सड़क बंद होने के बाद से अब काफी कम लोग आते हैं। -ललन पांडेय

रेलीगढ़ा और वाशरी कॉलोनी की सड़क बंद होने से रेलीगढ़ा के दुकादार काफी प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही रेलीगढ़ा प्लस टू हाई स्कूल में पढ़ने वाले छात्र प्रभावित हुए हैं। -मृणाल बम

सड़क बंद करने का निर्णय सही नहीं है। इससे होनों कॉलोनी के लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। ग्रामीणों ने सड़क चालू करने के लिए प्रबंधन से मांग की है। -प्रदीप रजक, जदयू नेता रेलीगढ़ा

सड़क बंद होने से दोनों कॉलोनी के लोगों को नुकसान हुआ है पर रेलीगढ़ा के लोगों को अधिक नुकसान हुआ है। खास कर दुकानदरों की बिक्री में कमी आई है। -दीपक दास

सड़क बंद होने से गांव के लोगों को भी परेशानी बढ़ी है। सड़क चालू रहने से गांव के लोग आसानी से कम समय में रेलीगढ़ा के बाजार आक खरीददारी कर लेते थे। -मो इरफान

किसी भी स्थान के विकास के लिए सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी सेवाओं का होना अत्यंत जरूरी होता है। रेलीगढ़ा का दुर्भाग्य है कि यहां सड़क नहीं होने से लोग परेशान हैं। -मुमताज

रेलीगढ़ा और वाशरी कॉलोनी का सड़क एक दूसरे जगह के लोगों के लिए बहुत जरुरी है। इसलिए इस सड़क को कोलियरी प्रबंधन जल्द चालू करे। ताकि लोगों की परेशानी कम हो। -शंकर प्रसाद

सड़क जब से बंद हुआ है तब से रेलीगढ़ा बाजार के दुकानदारों की बिक्री में कमी आई। इसे लेकर वे लोग संबंधित अधिकारी को हस्ताक्षरयुक्त मांग पत्र भी सौंपा गया है। -द्रोपदी देवी

वर्षों पुरानी सड़क के बंद होने से रेलीगढ़ा के दुकानदारों को नुकसान के साथ रेलीगढ़ा प्लस टू हाई स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को परेशानी ब़ढ़ी है। -सुबीर झा, उपमुखिया रेलीगढ़ा पश्चिमी पंचायत

वर्षों पुरानी सड़क बंद होने से रेलीगढ़ा बाजार से वाशरी कॉलोनी और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र का संपर्क लगभग टूट गया है। जिसके कारण व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है। - कुलदीप कौर

रेलीगढ़ा वाशरी कॉलोनी का सड़क बंद होने से दोनो कॉलोनी के हजारों लोगों का संपर्क टूट गया है। पहले जो लोग सुबह शाम एक दूसरे जगह पर आसानी से आते जाते थे। -अशोक बंसल

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