Ranchi Community Takes Stand Against Drug Abuse and Crime in Doranda बोले रांची: सुनिए अफसरान! डोरंडा में अब हम चलाएंगे अभियान, Ranchi Hindi News - Hindustan
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बोले रांची: सुनिए अफसरान! डोरंडा में अब हम चलाएंगे अभियान

डोरंडा क्षेत्र में नशा और अपराध की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। नागरिक परिषद ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने और कुख्यात अपराधी मो अली के परिवार का सामाजिक बहिष्कार...

Newswrap हिन्दुस्तान, रांचीThu, 17 April 2025 05:50 PM
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बोले रांची: सुनिए अफसरान! डोरंडा में अब हम चलाएंगे अभियान

रांची, वरीय संवाददाता। डोरंडा इलाके में नशे का कारोबार करने वालों, तस्करों और अपराधियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पूरा समाज इससे प्रभावित है। हिन्दुस्तान का ‘बोले रांची कार्यक्रम क्षेत्र की इसी समस्या पर हुआ। इसमें इलाके के लोग और नागरिक परिषद के सदस्य शामिल हुए। बताया कि पिछले चार साल के दौरान चार हत्या के अलावा कई गोलीबारी की वारदात हुई है। डोरंडा थाने से महज आधा किमी की दूरी तक पर वारदात हुई है। धीरज राम, शंभू गुप्ता, अलताफ व एक अन्य की हत्या कर दी गई। पुलिस जांच में तीनों हत्याओं में कुख्यात अपराधी मो अली और उसके गुर्गों का नाम सामने आया। अली अभी जेल में बंद है। नागरिक परिषद के सदस्यों ने सभी समुदाय के लोगों के साथ कार्यक्रम के दौरान तय किया कि अली और उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। साथ ही नशे को लेकर डोरंडा में परिषद की ओर से मोहल्ला स्तर पर जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।

हिन्दुस्तान के ‘बोले रांची कार्यक्रम में नागरिक परिषद के सदस्यों और डोरंडा के लोगों ने समस्याएं रखीं और अपने फैसले से अवगत कराया। बताया, क्षेत्र में युवाओं में बढ़ते नशे की लत को रोकने के लिए नागरिक परिषद ने नई योजना बनाई है। अब प्रत्येक मोहल्ले में स्थानीय लोगों की भागीदारी से नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। अभिभावकों को जागरूक करने के साथ-साथ युवाओं पर नजर रखने की भी रणनीति तैयार की गई है। नागरिक परिषद की ओर से आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि अब मोहल्ले की हर कमेटी नशे के खिलाफ अभियान चलाएगी। विशेषकर किशोरों और युवाओं को नशे की गिरफ्त में आने से रोकने के लिए सामाजिक स्तर पर प्रयास होंगे।

परिषद ने अभिभावकों की जिम्मेदारी तय करते हुए कहा कि जब भी बच्चे घर से बाहर निकलें, उनपर नजर रखी जाए। स्कूल से घर आने में देरी होने पर अभिभावकों को बच्चों से कारण पूछना चाहिए ताकि किसी गलत आदत की शुरुआत को समय रहते रोका जा सके। अगर कोई बच्चा या किशोर नशे की ओर बढ़ता दिखाई दे तो सबसे पहले अभिभावकों को उसकी काउंसिलिंग करनी चाहिए। उसे अकेला न छोड़ा जाए और गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जाए। अगर संभव हो तो ऐसे किशोरों को कुछ स्थानों पर जाने से भी रोका जाए, जहां गलत संगत या नशे का माहौल हो सकता है।

चलेगा अभियान

हर मोहल्ले में स्थानीय लोगों की कमेटियां नशे के तस्करों और नशेड़ियों के खिलाफ अभियान चलाएंगी। इन कमेटियों को स्थानीय नागरिक परिषद का सहयोग मिलेगा। परिषद की योजना है कि प्रत्येक रविवार को मोहल्ला कमेटी व नागरिक परिषद के सदस्यों की बैठक हो। इसमें पूरे सप्ताह भर की गतिविधियों का मूल्यांकन किया जाए और आगे की रणनीति बनाई जाए। बैठक में नशे के तस्करों और नशेड़ियों की जानकारी इकट्ठा की जाएगी। यदि किसी मोहल्ले में किसी मैदान या सार्वजनिक स्थल पर नशेड़ियों का जमावड़ा लगता है, तो इलाके के लोग उसका वीडियो बना सकते हैं। यह वीडियो नागरिक परिषद के माध्यम से पुलिस तक पहुंचेगी।

तो खुद उठाएंगे कदम

परिषद ने स्पष्ट किया है कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई नहीं करती है तो परिषद स्वयं नागरिक स्तर पर कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगी। यानी अब नागरिक चुप नहीं बैठेंगे, बल्कि सामाजिक दबाव और सामूहिक प्रयास से नशे के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे। परिषद का मानना है कि यदि समाज खुद जागरूक हो जाए तो नशे जैसी बुराइयों को जड़ से खत्म किया जा सकता है।

पुलिस-प्रशासन मौन, अब खुद करेंगे लोगों को जागरूक

परिषद की ओर से जागरुकता अभियान में समाज की भूमिका को सबसे अहम बताया गया है। परिषद के पदाधिकारियों का कहना है कि केवल पुलिस या सरकार के भरोसे न रहकर जब समाज स्वयं जागरूक होगा, तभी इस गंभीर समस्या का समाधान संभव है। खासकर युवा वर्ग को नशे से बचाने के लिए हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। यह पहल न केवल नशे के खिलाफ जन-जागरुकता फैलाने में मदद करेगी, बल्कि एक मजबूत सामाजिक ढांचा भी तैयार करेगी, जो भविष्य में किसी भी सामाजिक बुराई से निपटने के लिए तैयार रहेगा।

नशा का सेवन या सामान बिक्री की सूचना टोल फ्री नंबर पर देंगे

नागरिक परिषद की बैठक में यह तय हुआ है कि एक टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा। अगर किसी मैदान या फिर मुहल्ले में नशा का सेवन या फिर बिक्री हो रही है तो उस मुहल्ले के लोग उसका वीडियो बनाकर टोल फ्री नंबर पर अपलोड करेंगे। परिषद के सदस्य उस वीडियो को पुलिस तक पहुंचाएंगे। पुलिस पर दबाव बनाकर संबंधित लोगों पर कार्रवाई भी कराई जाएगाी। पुलिस अगर कार्रवाई नहीं करती है तो डोरंडा के लोग अपने स्तर से नशेड़ियों पर कार्रवाई करेंगे। हर स्तर पर समाज और क्षेत्र में बदलाव लाने का प्रयास किया जाएगा।

स्थिति सुधारने-समझाने का कभी नहीं किया गया प्रयास

हिन्दुस्तान के बोले रांची कार्यक्रम में नागरिक परिषद के सदस्यों ने बताया कि क्षेत्र में युवाओं में बढ़ते नशे की लत को रोकने के लिए नागरिक परिषद ने सख्त योजना बनाई है। परिषद यह भी सुनिश्चित करेगी कि नशे के आदी युवाओं को सीधे अपराधी न समझा जाए, बल्कि उन्हें सुधारने की कोशिश की जाए। परिषद के सदस्य ऐसे मामलों में अभिभावकों से मिलकर उन्हें और उनके बच्चों को समझाएंगे। उन्हें बताने की कोशिश की जाएगी कि नशा उनके जीवन और परिवार को किस कदर बर्बाद कर सकता है।

बोले कोट- समस्या

समस्याएं

-डोरंडा में आपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं, लगातार गोलीबारी की वारदात हो रही है।

- आपराधिक वारदातों में शामिल लोग नशे की गिरफ्त में हैं।

- जगह-जगह पर नशीली पदार्थ की बिक्री हो रही है।

- क्षेत्र के अधिकतर घरों के युवा नशे का सेवन कर रहे हैं।

- नशे का कारोबार करने वालों पर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही।

सुझाव

- बच्चे घर से बाहर निकलतें तो अभिभावक उनके कार्यों पर नजर रखें।

- प्रत्येक रविवार को नागरिक परिषद के सदस्य, मुहल्ले कमेटी की बैठक हो।

- नशे के तस्करों और नशेड़ियों के बारे में परिषद जानकारी ले, अभिभावकों और बच्चों को समझाए।

- मैदानों में अगर नशेड़ियों का जमावड़ा लग रहा है तो इसका वीडियो इलाके के लोग बनाएं।

- अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस-प्रशासन निगरानी और कार्रवाई तेज करे।

:: बोले लोग ::

डोरंडा में अपराध अपने चरम पर है। क्षेत्र में आए दिन अपराधी गोलीबारी की घटना को अंजाम दे रहे हैं। हर समुदाय के लोग इससे सहमे हुए हैं। इसे रोकने के लिए हम सभी को आगे आना होगा। नशा और अपराध मुक्त डोरंडा बनाने के लिए कदम से कदम मिलाकर चलना होगा। अगर कोई नशा और नशीली दवाओं की अवैध तस्करी करना बंद नहीं करता है तो ऐसे लोगों पर परिषद कार्रवाई करेगा। इसमें प्रशासन का भी सहयोग चाहिए होग।

-सुरेश प्रसाद

डोरंडा क्षेत्र को नशा मुक्त करना एक बड़ी चुनौती है। इलाके में आज खुलेआम न सिर्फ नशा का कारोबार हो रहा है, बल्कि हथियारों की सप्लाई के भी मामले सामने आए हैं। इलाके से खुलेआम रंगदारी और वसूली होती है। कई घटनाओं में एक परिवार डायरेक्ट रूप से शामिल है। ऐसे परिवार का बहिष्कार होना जरूरी है। क्राइम कम होगा तो लोग शांति से व्यापार कर सकेंगे।

-जावेद अनवर

अपराध करने वाले भी क्षेत्र में निर्भीक और स्वच्छंद घूमते रहते हैं। जो लोग उनके अपराधों से पीड़ित होते हैं, वे डरे-सहमे रहते हैं। इलाके में नशा के खिलाफ अभियान चलना चाहिए।

-अफरोजा खातून

डोरंडा में शिक्षा की कमी है। इलाके के बच्चे नशे की गिरफ्त में आ चुके हैं। पैसे की कमी पर वे अपराध की दुनिया में कदम रखकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इसपर लगाम लगे।

-मो मोख्तार

भवानीपुर इलाके से रात के समय परिवार के लोगों का गुजरना मुश्किल है। नशेड़ियों और अपराधियों का जमावड़ा लगा रहता है। अगर कोई इलाके से गुजरता है तो उसके साथ आपराधिक घटनाएं होनी तय है।

-अफजल आलम

नशा लोगों को अपराधी बना रहा है। बड़े पैमाने पर डोरंडा में नशे का कारोबार पनप रहा है। इसी से कई परिवार उजड़ गए। इसपर लगाम लगाने की जरूरत है।

-शंभू गुप्ता

नशा कैंसर का दूसरा रूप है। डोरंडा में बड़े पैमाने पर नशा का कारोबार फैला है। पुलिस नशेड़ियों पर तो कार्रवाई करती है, लेकिन इसका कारोबार करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं करती।

-कमल किशोर झा

नशा का कारोबार करने वालों की पहचान जरूरी है। नीम चौक से डोरंडा के हर इलाके में इसके विक्रेता हैं। तस्करों का नाम गोपनीय रूप में पुलिस को दें। नागरिक परिषद ऐसे लोगों को जेल भेजने के लिए पुलिस पर दबाव बनाए।

-नसीम गद्दी

नशा और अपराध को रोकने के लिए मुहल्ले से अभियान चलने चाहिए। कोई बच्चा अगर नशा करता है तो कमेटी के लोग समझाएं। अगर वह नहीं मानता है तो सीधे सीआईपी में भर्ती कराएं, ताकि नशा छूट सके।

- विनय सिन्हा दीपू

कुख्यात अपराधी अली और उसके पूरे ग्रुप के लोगों ने डोरंडा में आंतक मचा रखा है। रंगदारी नहीं मिलने पर ग्रुप के लोग किसी की भी हत्या कर दे रहे हैं। पुलिस कार्रवाई करे।

-मो ताबिश

जिनका सुहाग अपराधियों ने उजाड़ा है, उन पीड़ित के घर जाना चाहिए। जानकारी लेनी चाहिए कि अपराधियों पर क्या कार्रवाई हुई। अगर उन्हें कानूनी सहयोग की जरूरत है तो नागरिक परिषद सहायता दे।

-पप्पू वर्मा

नशे की वजह से कई लोगों की जान जा चुकी है। हम सभी को जागरूक होने की जरूरत है। नागरिक परिषद को चाहिए कि नशे के खिलाफ पूरे डोरंडा में जागरुकता अभियान चलाए।

-मो नईम

डोरंडा में पिछले दो साल में क्राइम का ग्राफ बढ़ा है। अपराधी वारदात को अंजाम देने के कुछ ही दिनों में बाहर निकलकर आंतक मचाते हैं। ऐसे अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि समाज अपराध मुक्त हो।

-मो शमीम

अपराधी मो अली और उसके भाई ने आतंक मचा रखा है। चाचा अलताफ की हत्या करने के बाद अली व उसके भाई परिवार के सदस्यों को लगातार धमकी दे रहे हैं। घर की महिलाओं को जान से मारने और अगवा करने की भी धमकी देते हैं।

-तान्या

डोरंडा के हर एक व्यक्ति को मालूम है कि नशा का कारोबार कौन कर रहा है। मगर कोई मुंह नहीं खोलना चाहता। हम सबको एकजुट होकर नशा व कारोबार करने वालों का विरोध करना होगा। पुलिस से सहयोग लेना होगा।

-पियूष विजयवर्गीय

नशेड़ियों और अपराधियों की वजह से व्यापार पर असर पड़ रहा है। गोलीबारी की घटना होने के बाद ग्राहक दुकान तक नहीं पहुंच रहे हैं। अपराधियों पर शिकंजा कसना जरूरी है, तभी डोरंडा अपराधमुक्त होगा।

-मो रिजवान

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