खलारी प्रखंड में आंधी-बारिश से घरों की छत उड़ी, लोग परेशान
खलारी क्षेत्र में तेज आंधी और बारिश के कारण कई घरों के एस्बेस्टस सीट उड़ गए हैं। इससे ग्रामीणों को खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर होना पड़ा है। नुकसान का अनुमान लाखों में है। झारखंड सरकार ने मुआवजे...

खलारी, संवाददाता। आंधी- पानी ने खलारी- कोयलांचल क्षेत्र और आसपास के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों का आशियाना छीन लिया, लोग खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है। घरों के सीट का एस्बेस्टस सीट उड़ जाने के कारण पिछले तीन दिनों में संध्या के समय में खलारी प्रखंड के विभिन्न हिस्सों में आई तेज आंधी-बारिश की चपेट में आने से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले दर्जनों गांवों में 50-60 से अधिक घरों के छत की एस्बेस्टस सीट उड़ गई। तेज हवा की चपेट में आने से छत पर लगाया गया एस्बेस्टस सीट उड़ जाने से ग्रामीणों को काफी क्षति हुई है, घर और दुकान का एस्बेस्टस सीट उड़ जाने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
आंधी-बारिश के कारण खलारी प्रखंड के लोगों का आशियाना छीन जाने से लोगों को लाखों रुपए का नुकसान होने का अनुमान है। तेज आंधी पानी की चपेट में आने से खलारी प्रखंड के बमने पंचायत के बमने गांव निवासी दुबराज महतो का मुर्गी पालन शेड पूरी तरह से धराशायी हो गई, जिससे करीब 200 मुर्गी मर गई। इस आपदा के कारण उसे करीब साढ़े तीन लाख से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है। तेज आंधी- बारिश के कारण खलारी प्रखंड के अंतर्गत आने वाले डुंडू गांव निवासी मनकु महतो के घर का एस्बेस्टस सीट उजड़ गया, जिससे घर में रहना मुश्किल हो गया है, घर का सीट उड़कर टूट जाने से लाखों रुपए का नुकसान होने का अनुमान है। तेज आंधी- तूफान के चपेट में आने से डुंडू गांव निवासी रामेश्वर महतो के घर का एस्बेस्टस सीट पूरी तरह से उजड़ गया, जिससे लाखों रुपए का नुकसान होने का अनुमान है। तेज आंधी बारिश की चपेट में आने से खलारी प्रखंड के मनातू बस्ती की ललीता देवी के घर का एस्बेस्टस सीट टूट कर बिखर गया, जिससे बारिश और गर्मी में घर में रहना मुश्किल हो गया है। आपदा प्रबंधन से मुआवजा देने की योजना: आंधी-बारिश की चपेट में आने से घर, दुकान और गोहाल का एस्बेस्टस सीट टूट जाने और जानवरों की मौत हो जाने पर झारखंड सरकार की आपदा प्रबंधन की तरफ से मुआवजा राशि देने का प्रावधान है। इस आपदा के शिकार ग्रामीण इलाकों और शहरी इलाकों में रहने वाले लोग आवेदन फार्म जमा कर सकते हैं। क्षतिग्रस्त घर की तस्वीर के साथ कर सकते हैं आवेदन: आंधी-बारिश की चपेट में आने से घर दुकान क्षतिग्रस्त होने परेशान घर मालिक क्षतिग्रस्त घर की तस्वीर के साथ आवेदन खलारी प्रखंड के अंचल कार्यालय में जमा कर सकते हैं, जिसकी जांच के बाद मुआवजा राशि झारखंड सरकार दिए जाने का प्रावधान है, जिसके हिसाब से मुआवजा राशि तय होने के बाद भुगतान किया जाएगा। कोट ----- खलारी में अचानक तेज आंधी और बारिश के कारण मेरे मुर्गी का स्ट्रक्चर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया, जिससे लाखों का नुकसान हो गया, व्यापार पूरी तरह से प्रभावित हो गया, सरकार से मुआवजा राशि मिलने के बाद ही एक बार फिर से मुर्गी पालन शुरू हो पाएगा। इसके साथ ही घर का एस्बेस्टस सीट उजड़ गया, जिससे हमें गर्मी और बारिश में परिवार को रखने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, सरकारी से मुआवजा की उम्मीद है। दुबराज महतो, बमने बस्ती। तेज आंधी और बारिश ने हमारे आशियाना को उजाड़ दिया है, हम झारखंड सरकार से मुआवजा की मांग करते हैं जिससे पुनः घर को ठीक किया जा सके। मनकु महतो, डुंडू बस्ती। तेज रफ्तार हवा की चपेट में आने से मेरे घर के उपर ही पेड़ गिर गया, जिससे मेरा घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है, मुआवजा मिलने के बाद घर को बना सकुंगी। रामेश्वर महतो, डुंडू बस्ती। बिन मौसम बारिश और आंधी ने हमारे घर को क्षतिग्रस्त कर दिया है, जिससे बारिश के दिन में घर में रह पाना मुश्किल है ऐसे में सरकार से मुआवजा की उम्मीद है। ललीता देवी, मनातू, खलारी तेज आंधी बारिश में घर के क्षतिग्रस्त होने पर झारखंड सरकार की ओर से मुआवजा देने का प्रावधान है, जिसको लेकर आपदा प्रबंधन के तहत् मुआवजा राशि दी जाएगी। घर के क्षतिग्रस्त होने को लेकर आवेदन मिलने के बाद जांच कर मुआवजा राशि दी जाएगी। खलारी प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से आवेदन आना शुरू हो गया है, जांच रिपोर्ट तैयार होने के बाद मुआवजा राशि का भुगतान किया जाएगा। प्रणव अंबष्ट, अंचलाधिकारी खलारी प्रखंड।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।