जेपीएससी सचिव के खिलाफ सड़क पर उतरे अभ्यर्थी, विरोध में जलाया एडमिट कार्ड
झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) के सचिव को हटाने की मांग को लेकर आंदोलन जारी है। रविवार को छठी जेपीएससी के करीब 400 अभ्यर्थी, आदिवासी मूलवासी छात्र और सामाजिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। रैली...

झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) के सचिव को हटाने की मांग को लेकर आंदोलन जारी है। रविवार को छठी जेपीएससी के करीब 400 अभ्यर्थी, आदिवासी मूलवासी छात्र और सामाजिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। रैली निकाली और प्रदर्शन किया। अलबर्ट एक्का चौक के पास सचिव का पुतला दहन करने के साथ ही अभ्यार्थियों ने अपना प्रवेश पत्र भी जलाया।
अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि जेपीएससी सचिव के पुत्र छठी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं, इसके बाद भी सचिव आयोग में पद पर रहकर मुख्य परीक्षा से संबंधित कार्यों को निपटा रहे हैं। इससे परीक्षा को प्रभावित किए जाने की आशंका है। अभ्यर्थियों ने यह भी आरोप लगाया कि परीक्षा के आयोजन में भी अनियमताएं बरती जा रही हैं। उन्होंने सरकार से 28 जनवरी को शुरू होनेवाली जेपीएससी की मुख्य परीक्षा को रोकने की मांग की है। मालूम हो कि हिन्दुस्तान ने जेपीएससी सचिव के पुत्र के अभ्यर्थी होने के बाद गहराते विवाद की खबर रविवार के अंक में प्रकाशित की थी।
अभ्यर्थियों ने कहा, सदन में उठाया जाए मामला
अभ्यर्थियों ने कहा कि सचिव को हटाने और मुख्य परीक्षा पर रोक लगाने की मांग सदन में उठाया जाना चाहिए। अभ्यर्थी शशि पन्ना ने बताया कि छठी जेपीएससी को लेकर 16 माह पहले आरक्षण को लेकर जो आंदोलन हुआ था, आज भी मामला वहीं फंसा है। जहां पहली बार पीटी रिजल्ट में करीब 5200 छात्र पास हुए थे। फिर दूसरी बार आयोग ने करीब 962 अतिरिक्त अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया। इसके बाद अभ्यर्थियों ने मांग की कि प्रारंभिक परीक्षा में आरक्षण के आधार पर 15 गुना रिजल्ट निकाला जाए। तीसरी बार आयोग ने 34 हजार सफल अभ्यर्थियों का रिजल्ट जारी कर दिया।