लू लगने पर भूलकर भी ना करें ये 7 गलतियां, सेहत सुधरने की जगह और बिगड़ जाएगी
Mistakes to Avoid When Suffering from Heatstroke: लू से बचाव कैसे करें, इसके बारे में तो आप कई बार पढ़ चुके होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं अगर किसी व्यक्ति को लू लग जाए, ऐसी स्थिति में उसे कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए। आइए जानते हैं।

बढ़ता तापमान बच्चे हों या बड़े, सभी के लिए सेहत से जुड़ी समस्याएं लेकर आता है। इस मौसम में लोगों को सबसे ज्यादा लू लगने का खतरा बना रहता है। लू से बचाव कैसे करें, इसके बारे में तो आप कई बार पढ़ चुके होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं अगर किसी व्यक्ति को लू लग जाए, ऐसी स्थिति में उसे कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए। आइए जानते हैं।
लू लगने पर ना करें ये गलतियां
लक्षण नजरअंदाज करना
लोग सबसे ज्यादा यही गलती कर बैठते हैं। अगर आपको चक्कर आना, तेज सिरदर्द, उल्टी, या बेहोशी जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो उन्हें हल्के में ना लें। ये सभी लक्षण लू का संकेत हो सकते हैं। ऐसे में लू के लक्षण दिखते ही तुरंत उपचार के लिए चिकित्सा सहायता लें।
गर्मी में रहना
लू लगने के बाद भी कुछ लोग सारा दिन तेज धूप और गर्मी में समय बिताते हैं। ऐसी गलती ना करें। मरीज को लू लगने पर तुरंत छायादार या ऐसी वातानुकूलित जगह पर ले जाना चाहिए, जहां उसे गर्मी ना लगे।
पानी न पीना या गलत पेय पीना
कुछ लोग लू लगने के बावजूद पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं बल्कि इसकी जगह कैफीनयुक्त या अल्कोहल का सेवन करने लगते हैं। ऐसी गलती ना करें। लू लगने पर रोगी को हमेशा ठंडा पानी या ओआरएस का घोल धीरे-धीरे पिलाएं। शराब, कॉफी या सोडा का सेवन करने से बचें।
गलत दवा लेना
कई बार लोग लू के बुखार को कम करने के लिए एस्पिरिन या पैरासिटामॉल जैसी दवाएं खाने लगते हैं। यह गलती ना करें। लू में ये दवाएं फायदे की जगह नुकसान कर सकती हैं। लू लगने पर सिर्फ डॉक्टर की सलाह के बाद ही किसी दवा का सेवन करें।
शरीर का तापमान कम ना करना
कई बार लोग लू लगने पर मरीज के शरीर का तापमान कम करने की कोशिश नहीं करते हैं। जबकि सबसे पहले यही करना चाहिए। ध्यान रखें, लू लगने पर सबसे पहले शरीर को गीले कपड़े से पोंछें, पंखे या एसी चलाएं, रोगी को ठंडे पानी से स्नान करवाएं लेकिन ऐसा करते हुए बर्फ को सीधे त्वचा पर न लगाएं।
भारी कपड़े पहने रहना
कई बार रोगी टाइट या भारी कपड़े पहने रहता है, जो शरीर की गर्मी को बढ़ाने का काम करते हैं। ऐसे में लू से बचाव करने के लिए भारी मोटे कपड़ों की जगह हल्के-ढीले कपड़े पहने ताकि शरीर ठंडा रह सके।
डॉक्टरी मदद में देरी
लू के गंभीर लक्षण जैसे बेहोशी या तेज बुखार होने के बावजूद भी डॉक्टर के पास न जाना। कई लोग दवाओं से ज्यादा घरेलू उपचार पर ज्यादा विश्वास करते हैं। लेकिन लू के लक्षण अगर गंभीर हों (जैसे बुखार 104°F से अधिक, भ्रम, या दौरे), तो तुरंत अस्पताल जाकर डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। घर पर रहकर अपना इलाज खुद करने की गलती ना करें।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।