पाइल्स रोगियों को भूलकर भी नहीं खानी चाहिए ये 5 चीजें, जानें किससे मिलेगा फायदा
अगर आप पाइल्स की समस्या से जुझ रहे हैं तो भूलकर भी इन 5 चीजों को अपनी डाइट में शामिल करने की गलती ना करें। इन चीजों को खाने से आपकी समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। आइए जानते हैं पाइल्स होने पर किन चीजों को खाना चाहिए और किन चीजों से करना चाहिए परहेज।

पाइल्स, जिसे बवासीर के नाम से भी जाना जाता है, एक आम लेकिन बेहद तकलीफदेह समस्या है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति के मलद्वार के आसपास सूजन और दर्द बना रहता है। यह समस्या खासतौर पर खानपान पर ध्यान ना देने की वजह से होती है। कब्ज, कम फाइबर वाला आहार, स्पाइसी और फ्राइड चीजों का अधिक सेवन करने से पाइल्स की समस्या हो सकती है। ऐसे में विशेषज्ञ पाइल्स रोगियों को हमेशा फाइबर रिच, पानी की मात्रा से भरपूर और नेचुरल लुब्रिकेंट वाली चीजें खाने की सलाह देते हैं। जिससे मल नरम रहने के साथ दर्द में भी राहत मिले। लेकिन क्या आप जानते हैं कई बार अनजाने में पाइल्स रोगी हेल्दी समझकर कुछ ऐसी चीजों का सेवन कर लेते हैं, जो उनकी समस्या को कम करने की जगह और बढ़ा देती है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि पाइल्स रोगियों को किन चीजों का सेवन करना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए।
पाइल्स रोगियों को इन चीजों का सेवन फायदा देता है
फाइबर युक्त आहार
पाइल्स रोगियों को फाइबर रिच आहार का सेवन करना चाहिए। फाइबर मल को नरम बनाकर मल त्याग की प्रकिया को आसान बनाता है, जिससे पाइल्स में राहत मिलती है। इसके लिए आप साबुत अनाज (जैसे ओट्स, ब्राउन राइस), दालें, मूंग, चना, सेब, नाशपाती, गाजर, ब्रोकली, पालक का सेवन कर सकते हैं। इन चीजों में मौजूद फाइबर कब्ज को रोककर आंतों को स्वस्थ बनाए रखता है।
फल और सब्जियां
ताजे फल और सब्जियां जैसे कीवी, पपीता, खीरा, कद्दू, शलजम पानी और फाइबर से भरपूर होते हैं। ये मल को नरम करके सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
प्रोबायोटिक्स
प्रोबायोटिक्स जैसे दही और मट्ठा, आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखते हैं। इनका सेवन पाचन को सुधारकर कब्ज को कम करता है।
हल्के मसाले और तेल
जैतून का तेल या अलसी का तेल पाचन को सुगम बनाता है। यह आंतों को चिकनाई प्रदान करने में मदद करता है।
हाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थ
पर्याप्त पानी और तरल पदार्थ कब्ज को रोकते हैं। बवासीर में फाइबर रिच फल तभी असर दिखाते हैं जब साथ में पर्याप्त मात्रा में पानी पिया जाए। पानी की कमी से फाइबर उल्टा कब्ज पैदा करके दर्द और सूजन की समस्या को बढ़ा सकता है।
पाइल्स रोगियों को इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए
मसालेदार भोजन
मसालेदार खाना पाइल्स रोग में जलन और दर्द को बढ़ा सकता है। अधिक मिर्च-मसाले वाला भोजन गुदा क्षेत्र में जलन पैदा कर सकता है।
प्रोसेस्ड और जंक फूड
कम फाइबर वाले खाद्य पदार्थ जैसे पिज्जा, बर्गर, चिप्स, मैदा कब्ज की समस्या पैदा करते हैं। ये सभी चीजें मल को कठोर बनाते हैं, जिससे मल त्याग मुश्किल हो जाता है।
अधिक नमक वाला भोजन
पाइल्स रोगियों को अधिक नमक का सेवन भी नहीं करना चाहिए। बता दें, क्योंकि नमक पानी को अवशोषित करके मल को कठोर बना सकता है। नमकीन, अचार, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ पाइल्स रोगी की सेहत के लिए खराब होते हैं। यह कब्ज बढ़ाते हैं।
नॉनवेज और हाई प्रोटीन
मांस और हाई प्रोटीन डाइट को पचाने में समय लगता है, जिससे कब्ज की शिकायत हो सकती है। जो पाइल्स रोगियों के लिए ठीक नहीं है।
केला और अमरूद
कुछ फलों में टैनिन्स या सख्त फाइबर मौजूद होने से वो कब्ज की समस्या को बढ़ा सकते हैं। इस तरह के फलों में खासकर अधपके केले और बीजदार अमरूद शामिल होते हैं, जो मल को कठोर बनाकर दर्द और सूजन को बढ़ते हैं।
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