लंबी उम्र तक निरोगी रहेगा शरीर, सदगुरु से जान लें खाना खाने का सही तरीका
सही भोजन जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है उसे सही ढंग से खाना। अगर सही तरीके से खाना खाया जाए तो वो शरीर के लिए दवा की तरह काम करता है। सदगुरु ने खाने का जो सही तरीका शेयर किया है, आज उसे जानते हैं।

खाना सिर्फ पेट भरने के लिए नहीं खाया जाता है। बल्कि इससे शरीर को पोषण और एनर्जी भी मिलती है, जिससे शारीरिक और मानसिक विकास होता है। लेकिन ये तभी पॉसिबल है, जब खाने को सही ढंग से खाया जाए। अगर खाने का तरीका सही नहीं है, तो डाइट में कितनी भी हेल्दी चीजें शामिल कर ली जाएं, शरीर को उनका पूरा फायदा नहीं मिलेगा। आध्यात्मिक गुरु, सदगुरू जी ने खाने के सही तरीके पर भी विस्तार से बात की है। सदगुरु द्वारा बताए गए इन तरीकों को अपनाकर आप शरीर और दिमाग दोनों को स्वास्थ्य रख सकते हैं।
भोजन हमेशा फर्श पर बैठकर करें
सदगुरु के मुताबिक खाना हमेशा फर्श पर बैठकर खाना चाहिए। फर्श पर इस मुद्रा में बैठे की आपके दोनों पैर मुड़े हुए हों और इस आसन में ही खाना खाएं। सद्गुरु के मुताबिक कभी भी पैर खोलकर खाने के सामने नहीं बैठना चाहिए। इससे खाने में नेगेटिव एनर्जी ट्रांसफर होती है, जो हेल्थ को नुकसान पहुंचाती है।
हाथ से खाएं खाना
आजकल ज्यादातर लोग खाना चम्मच से खाते हैं, जबकि पहले के जमाने में लोग हाथों से ही खाना खाना पसंद करते थे। सद्गुरु के अनुसार भी खाना हमेशा हाथ से ही खाना चाहिए। सद्गुरु का कहना है कि जब हम हाथ से खाने को छूते हैं, तो हमें पता चल जाता है कि खाना हमारे शरीर के लिए सही है या नहीं। जबकि चम्मच से खाने पर हमें पता ही नहीं चलता कि वो खाना कैसा है।
24 बार चबाएं फिर निगलें
सद्गुरु का कहना है कि खाना जब भी खाएं तो उसे 24 बार मुंह में चबाने के बाद ही निगलें। मॉडर्न साइंस में भी इस बात का जिक्र है कि खाने को अच्छी तरह से चबाकर ही खाना चाहिए क्योंकि जब हम खाने को अच्छे से चबाते हैं, तो इसे पचाना आसान हो जाता है।
खाते समय ना करें बात
सद्गुरु के मुताबिक खाना खाते समय बात नहीं करनी चाहिए। अपनी इस बात को एक्सप्लेन करते हुए सद्गुरु कहते हैं कि जब हम बात कर रहे होते हैं इसका मतलब मुंह से कोई चीज बाहर निकाल रहे हैं। जबकि खाना खाते समय चीज मुंह के अंदर डाली जाती हैं। ऐसे में यह दो चीजें एक साथ करना पॉसिबल नहीं है। साइंस के मुताबिक भी खाना खाते समय बात नहीं करनी चाहिए क्योंकि भोजन और सांस की नली की वाल्व जुड़ी होती है। ऐसे में खाना खाते समय बोलने से खाने के कण सांस की नली में जा सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है।
भूख लगने पर करें दो मिनट इंतजार
सदगुरु अपने विचारों में हमेशा साधना पर जोर देते हैं। उनका कहना है कि जब भूख लगी हो तो तुरंत भोजन करने के बजाय 2 मिनट का इंतजार करें और फिर खाना खाए, इससे आप मानसिक रूप से मजबूत बनेंगे।
उम्र के हिसाब से करें भोजन
हर उम्र में शरीर को एक निश्चित मात्रा में डाइट चाहिए होता है। सद्गुरु के अनुसार भी अपनी उम्र को ध्यान में रखकर, जितना आपके शरीर के लिए आवश्यक हो उतना ही भोजन करना चाहिए। भोजन करते समय अपनी मेडिकल कंडीशन का भी ध्यान रखना चाहिए।
समय पर भोजन करना सही है
सद्गुरु का कहना है कि एक निश्चित समय पर भोजन करना ही शरीर के लिए सही है। उनके मुताबिक अगर कोई व्यक्ति दिन भर कुछ ना कुछ खाता रहेगा, तो उसके शरीर की कोशिकाओं में लंबे समय तक अशुद्धियां भरी रहेंगी, जिससे उसके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है।
शरीर के लिए हल्का भोजन ही सही
सद्गुरु के मुताबिक हर व्यक्ति को ऐसा भोजन करना चाहिए जो 1.5 से 2.5 घंटे में हजम हो जाए। ऐसा खाना खाने से बचना चाहिए जिससे हजम करने में ज्यादा समय लगे। हल्का भोजन करने से शरीर एनर्जेटिक रहता है।
डिनर का टाइम होना चाहिए सही
सद्गुरु की ये सलाह है कि रात का भोजन सोने से 3 घंटे पहले कर लेना चाहिए। खाना खाने के बाद कम से कम 20 से 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी करने के पश्चात ही सोने के लिए जाएं। इससे शरीर स्वस्थ रहता है।
(Image Credit: Pinterest)
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