मनी लॉन्ड्रिंग केस में सहारा ग्रुप को झटका, ED ने जब्त की 1460 करोड़ की एंबी वैली सिटी
- जांच के तहत ईडी ने महाराष्ट्र के लोनावाला में 707 एकड़ भूमि में फैली एंबी वैली सिटी को कुर्क कर लिया है, जिसकी कीमत 1,460 करोड़ रुपये है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कहा कि उसने सहारा समूह के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत महाराष्ट्र के लोनावाला में 707 एकड़ भूमि में फैली एंबी वैली सिटी को कुर्क कर लिया है, जिसकी कीमत 1,460 करोड़ रुपये है। संघीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत आदेश जारी किया गया है।
इसमें कहा गया कि यह भूमि सहारा समूह की संस्थाओं से प्राप्त धनराशि से बेनामी नामों से खरीदी गई थी। एजेंसी ने कहा कि सहारा इंडिया और उसकी समूह संस्थाओं के खिलाफ धनशोधन मामले की जांच के तहत लोनावाला (पुणे जिला) स्थित एंबी वैली सिटी और उसके आसपास की कुल 707 एकड़ जमीन को कुर्क कर लिया गया है, जिसकी बाजार में अनुमानित कीमत 1460 करोड़ रुपये है।
क्यों कुर्क की गई संपत्ति
ईडी की जांच में सामने आया है कि इस जमीन को बेनामी नामों पर खरीदा गया था और इसमें जो पैसा लगाया गया, वो साहारा ग्रुप की दूसरी कंपनियों से डायवर्ट यानी गलत तरीके से ट्रांसफर किया गया था। एजेंसी का दावा है कि ये सारी गतिविधियां मनी लॉन्ड्रिंग की श्रेणी में आती हैं।
सहारा ग्रुप पर पहले भी लगे कई गंभीर आरोप
सहारा ग्रुप पर पहले से ही कई गंभीर आरोप लगे हैं। ईडी के मुताबिक ग्रुप की कई सहकारी समितियां जैसे हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, साहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारेन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी ने निवेशकों को चूना लगाया। उनसे जबरदस्ती दोबारा पैसे जमा करवाए गए और परिपक्वता पर भुगतान देने से इनकार किया गया। इस मामले में देश के कई राज्यों की पुलिस ने 500 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें ओडिशा, बिहार और राजस्थान की पुलिस द्वारा दर्ज की गई कई अहम एफआईआर भी शामिल हैं। ये सभी शिकायतें धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी हैं।