लिविंग रूम हो या बेडरूम, कुशन की मदद से बढ़ाएं कमरे की शोभा, सीख लें सजाने का तरीका
घर की सजावट के लिए अब विकल्पों की भरमार है। पर, ये विकल्प सस्ते नहीं होते। ऐसे में कितना अच्छा हो कि किसी एक चीज की मदद से पूरे घर की रंगत बदल जाए! ऐसी ही एक चीज है, कुशन। कुशन की मदद से कैसे घर को नया रूप, बता रही हैं स्मिता चौधरी

कौन कहता है कि घर की सजावट सिर्फ महंगी चीजों और बड़े-बड़े सामानों से ही होती है। घर को सजाने के लिए छोटी से छोटी चीज भी मायने रखती है। अब आप कुशन को ही ले लीजिए। कुशन सिर्फ सोफे की सजावट ही नहीं बढ़ाता, बल्कि ड्राइंग रूम से लेकर बेडरूम तक की खूबसूरती में चार-चांद लगाता है। कुशन का इस्तेमाल आप किस तरह से करती हैं, यह आपके साथ-साथ बेडरूम या ड्रॉइंग रूम की बनावट पर निर्भर करता है।
कितने काम का है आपका कुशन?
कुशन का चुनाव करते वक्त आपको यह भी ध्यान में रखने की जरूरत है कि कुशन के भीतर जो सामग्री भरी गई है, वह कैसी है? कुशन की भरावन आपकी जगह से संबंधी जरूरत और आपके आराम के अनुरूप होनी चाहिए। सोफा पर रखने के बाद कुशन कैसा लगेगा, इस बात का ध्यान भी खरीदारी से पहले रखें। बहुत छोटे आकार का कुशन सोफा के ऊपर अच्छा नहीं लगेगा। वहीं, अगर कुश न का आकार बहुत बड़ा होगा, तो वह जरूरत से ज्यादा जगह लेगा।
बड़ा कुशन पीछे, छोटा आगे
बड़े कुशन को पीछे रखते हुए उससे छोटे को आगे की ओर घटते क्रम में लगाकर रखने से बेड और सोफे का लुक अच्छा आता है। साथ ही इससे आपके डेकोरेटिव कुशन के कपड़े और रंग भी आसानी से नजर आएंगे। डेकोरेटिव कुशन्स रूम की शोभा को बढ़ाने के साथ उसे एक अलग लुक भी देते हैं। खासतौर से खिड़कियों के पास बैठने की जगह पर रखकर, आप खिड़की को भी आकर्षक लुक दे सकती हैं। इस तरह के कुशन को पढ़ते वक्त आप सपोर्ट के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं।
ढेरों हैं विकल्प
रेडीमेड कुशन्स की भी मार्केट में काफी वेरायटी उपलब्ध है। नेट और टिशु फैब्रिक से बने कुशन्स देखने में काफी सुंदर लगते हैं। झालर लगे रेडिमेड कुशन्स और भी सुंदर लगते हैं और शाही लुक देते हैं। साथ ही लेदर, साटन, सिल्क, जॉर्जेट, सिंथेटिक, कॉटन, पॉलिस्टर, जार्जेट मिक्स सिल्क, प्लास्टिक, कॉटन मिक्स सिंथेटिक आदि तरह-तरह के कुशन्स मार्केट में मौजूद हैं। हाथों से बनाई, मशीन से बनाई, मशीन की सजावट से प्रिंटेड या ब्लॉक प्रिंटेड और केवल प्रिंटेड कुशन भी मार्केट में मौजूद हैं। इन्हें आप आसानी से मिक्स और मैच करके अपने घर की खूबसूरती बढ़ा सकती हैं। कॉटन, सिल्क और पॉलिस्टर के कुशन सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जा रहे हैं। कॉटन कुशन का इस्तेमाल गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा किया जाता है क्योंकि वो गर्मी से भी थोड़ी राहत देते हैं। वहीं, सिंथेटिक और जॉर्जेट फैब्रिक वाले कुशन का इस्तेमाल सर्दियों के मौसम में ज्यादा किया जाता है। टिशु, वूल, नाइलोन, लेस और वेलवेट के कुशन कमरे को शाही लुक देते हैं।
इन पर भी दें ध्यान
-कुशन आपको अच्छे लगते हैं, इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप सोफे पर इतने सारे कुशन रख दें कि सोफा ही नजर न आ पाए।
-पिछले कुछ समय से फ्लोर कुशन का चलन भी बढ़ा है। पर , पूरे घर में जगह-जगह इन्हें बिखेरने से बात नहीं बनेगी।
-कुशन सिर्फ पीठ को सपोर्ट देने के काम नहीं आते। आप इन पर बैठ भी सकती हैं। डाइनिंग टेबल की कुर्सी या फिर बेंच पर इन्हें रखें और उसके बाद बैठें। ये आपके पोश्चर को ठीक रखेंगे।
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