अंगूठा चूसने से बच्चे को होते हैं 7 बड़े नुकसान, जानें कैसे छुड़वाएं ये गंदी आदत
आमतौर पर अंगूठा चूसने की आदत बच्चे 2 साल की उम्र तक छोड़ देते हैं, लेकिन बच्चा अगर बड़ी उम्र तक भी अंगूठा चुसने की आदत नहीं छोड़ पा रहा है तो ये उसके लिए बड़ा समस्या बन सकता है। आइए जानते हैं, अंगूठा चूसने से सेहत को होते हैं कौन से 7 बड़े नुकसान।

क्या आप भी उन मांओं में से एक हैं जो बच्चे के अंगूठा चूसने की आदत से अकसर परेशान रहती हैं। अगर हां, तो आपकी समस्या को समझते हुए आपकी परेशानी को दूर करने के लिए आपको अंगूठा चूसने से बच्चे को होने वाले नुकसान से लेकर इस समस्या से कैसे ठीक किया जा सकता है, सब कुछ बताने वाले हैं। आमतौर पर अंगूठा चूसने की आदत बच्चे 2 साल की उम्र तक छोड़ देते हैं, लेकिन बच्चा अगर बड़ी उम्र तक भी अंगूठा चुसने की आदत नहीं छोड़ पा रहा है तो ये उसके लिए बड़ा समस्या बन सकता है। आइए जानते हैं, अंगूठा चूसने से सेहत को होते हैं कौन से 7 बड़े नुकसान।
अंगूठा चूसने वाले बच्चों को हो सकते हैं ये 7 नुकसान
दांत और जबड़े की संरचना पर बुरा असर
लंबे समय तक अंगूठा चूसने से दांतों की बनावट बिगड़कर खराब हो सकती है। उदाहरण के लिए दांत का आगे की ओर निकलना या फिर दांतों का मिसअलाइनमेंट होना। इन दोनों ही समस्याओं में जबड़े की संरचना प्रभावित हो सकती है, जिससे बच्चे को भविष्य में ऑर्थोडॉन्टिक उपचार (ब्रेसेस) की जरूरत पड़ सकती है।
होंठों की समस्याएं
अंगूठा चूसने की वजह से बच्चे के होंठों और मुंह के आसपास की त्वचा में जलन, सूखापन या फटने की समस्या देखी जा सकती है। बच्चे के मुंह में उंगली देने से मुंह की मांसपेशियां कमजोर हो सकती है, जिससे बच्चे को बोलने या चबाने में दिक्कत हो सकती है।
संक्रमण का खतरा
कई बार छोटे बच्चे के हाथ गंदे होते हैं और ऐसे में अंगूठा चूसने पर हाथों पर लगे बैक्टीरिया या कीटाणु मुंह में प्रवेश कर सकते हैं। जिसकी वजह से बच्चे को पेट दर्द, उल्टी, दस्त या अन्य पाचन संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। इतना ही नहीं मुंह में बार-बार होने वाले छाले या गले की खराश भी इस खराब आदत का नतीजा हो सकती है।
बोलने में कठिनाई
अंगूठा चूसने से जीभ और मुंह की मांसपेशियों का विकास प्रभावित हो सकता है, जिससे बच्चे को सही उच्चारण करने में दिक्कत हो सकती है। लंबे समय तक ऐसा होने से बच्चे को स्पीच थेरेपी की जरूरत भविष्य में पढ़ सकती है।
त्वचा से जुड़ी समस्याएं
अंगूठा बार-बार चूसने की वजह से स्किन पर लगातार बनी हुई नमी और घर्षण की वजह से बच्चे को त्वचा में जलन, लालिमा या सूखापन होने की समस्या हो सकता है। गंभीर मामलों में, त्वचा में छोटे-छोटे घाव भी देखे जा सकते हैं, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है।
अंगूठा हो सकता है पतला
अगर आपका बच्चा अंगूठा चूसता है, तो ऐसा करने से उसका अंगूठा कमजोर हो सकता है। इसके अलावा बच्चे का शारीरिक विकास भी अच्छी तरह नहीं हो पाता है।
आत्मविश्वास में कमी
बच्चे की अंगूठा चूसने की आदत उसके आत्मविश्वास को कम कर सकती है। जिससे उसे सेहत से जुड़ी की तरह की समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। यदि यह आदत लंबे समय तक बनी रहती है तो यह दांतों और जबड़े के विकास को प्रभावित कर सकती है, जिससे बच्चों को बोलने और खाने में भी समस्या हो सकती है।
कैसे छुड़वाएं अंगूठा चूसने की आदत
-बच्चे को प्यार और केयर देकर उसकी भावनात्मक जरूरतों को पूरा करें।
-बच्चे के अंगूठा चूसते समय उसे कोई किताब या खिलौना खेलने के लिए दें।
-बच्चे के अंगूठे पर करेले जैसी कड़वी सब्जी का रस लगाएं या दस्ताने बच्चे को पहनाकर रखें।
-अगर बच्चा अंगूठा चूसना नहीं छोड़ रहा हो तो बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।
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