मध्य प्रदेश पुलिस ने भी की यूट्यूबर ज्योति से पूछताछ, सामने आया महाकाल मंदिर वाला कनेक्शन
मल्होत्रा उन 12 लोगों में शामिल हैं जिन्हें पिछले दो हफ्तों में जासूसी के संदेह में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। जांचकर्ताओं को उत्तर भारत में पाकिस्तान से जुड़े सक्रिय जासूसी नेटवर्क की मौजूदगी का संदेह है।

मध्यप्रदेश पुलिस की एक टीम ने जासूसी के संदेह में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से उसके उज्जैन महाकाल मंदिर की यात्रा के संबंध में हरियाणा में पूछ्ताछ की लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर फिलहाल हरियाणा के हिसार में पुलिस की हिरासत में है। मल्होत्रा उन 12 लोगों में शामिल हैं जिन्हें पिछले दो हफ्तों में जासूसी के संदेह में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। जांचकर्ताओं को उत्तर भारत में पाकिस्तान से जुड़े सक्रिय जासूसी नेटवर्क की मौजूदगी का संदेह है।
उज्जैन में भगवान शिव को समर्पित मंदिर में पिछले साल अप्रैल में ज्योति के जाने की सूचना मिलने के बाद मध्यप्रदेश के पांच पुलिसकर्मियों की एक टीम उससे पूछताछ करने के लिए हरियाणा गई थी। टीम ने उससे पूछताछ की, लेकिन मंदिर में उसके आने के बारे में कोई भी संदिग्ध या आपत्तिजनक बात सामने नहीं आई। यह बात उज्जैन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) नितेश भार्गव ने फोन पर को बताई।
उन्होंने कहा, टीम का आज रात (शुक्रवार) या कल (शनिवार) तक लौटने का कार्यक्रम है। टीम को चार दिन पहले भेजा गया था। ‘ट्रैवल विद जो’ नाम के यूट्यूब चैनल चलाने वाली हिसार निवासी मल्होत्रा को 16 मई को न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया।
ज्योति पर क्या आरोप
पुलिस के अनुसार, उस पर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि यूट्यूबर ने (विभिन्न सोशल मीडिया मंच पर) तस्वीरें और वीडियो डाले थे और पुलिस को जानकारी मिली थी कि वह पिछले साल अप्रैल में दर्शन के लिए महाकाल मंदिर आई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘यह स्थान बहुत संवेदनशील है और यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, जिनमें विदेशी श्रद्धालु भी शामिल हैं। इसलिए उससे पूछताछ करना जरूरी था। हमने खुद ही एक टीम हिसार (जहां विभिन्न एजेंसियों द्वारा उनसे पूछताछ की जा रही है) भेजने का निर्णय लिया।’’
एएसपी ने बताया कि वह आम श्रद्धालुओं की तरह कतार में खड़ी रही और भगवान के दर्शन किए। भार्गव ने कहा, अभी तक हमें (उसकी उज्जैन यात्रा के संबंध में) कोई संदिग्ध चीज नहीं मिली है। यह (पूछताछ) सिर्फ हमारी एहतियाती कार्रवाई थी। इसमें क्या हर्ज है?